PMGKAY को लेकर केंद्र की ओर से एफसीआई को कहा गया कि राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों को निशुल्क अनाज का आवंटन करते रहें।
रिपोर्ट में कहा गया है कि ऊंची खरीद से मुफ्त अनाज वितरण के जरिये गरीब में अत्यंत गरीबों को फायदा मिल रहा है। इस खरीद की वजह से संभवत: छोटे और सीमान्त किसानों के हाथ में भी पैसा आया है।
पीयूष गोयल ने ऐलान किया कि केंद्र सरकार राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा एक्ट के तहत चावल, गेंहू और मोटा अनाज साल 2023 में भी बांटना जारी रखेगी।
पीएमजीकेएवाई की शुरुआत अप्रैल, 2020 में की गई थी। इस योजना के तहत 80 करोड़ गरीबों को प्रति माह पांच किलो गेहूं और चावल मुफ्त दिया जाता है।
जब देश में कोविड-19 का पहला केस आया तो मानो जैसे एक अभूतपूर्व और अघोषित और अदृश्य युद्ध की घंटी बज चुकी थी। इस आपदा के दौरान देश के 'कमांडर-इन-चीफ' थे नरेंद्र मोदी। महामारी के दौर में पीएम मोदी के तेज और सटीक फैसले देश के लिए बेहद कारगर साबित हुए।
केंद्र की मोदी सरकार कोरोना संकट के बीच 80 करोड़ गरीबों को नवंबर 2020 तक प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (PMGKAY) के तहत फ्री राशन दे रही है। आप ये जरूरी काम करके घर बैठे इस योजना का लाभ ले सकते हैं।
क्या सरकार के पास क्या इतना स्टॉक पड़ा भी है कि वह 5 महीने तक फ्री में 80 करोड़ लोगों को 5 किलो गेहूं या चावल के साथ एक किलो चना उपलब्ध करा सके?
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 80 करोड़ गरीबों के लिए मुफ्त राशन योजना को पांच महीने तक बढ़ाए जाने के बाद यहां अपने नॉर्थ ब्लॉक कार्यालय में मंत्री समूह (जीओएम) की बैठक आयोजित की।
आप भी जानिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना क्या है और इसमें कैसे आवेदन कर लाभ उठा सकते हैं। अब नवंबर 2020 तक इस योजना का लाभ 80 करोड़ देशवासियों को मिलेगा।
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ईपीएफओ ने 28 मार्च को कर्मचारियों को राष्ट्रव्यापी पाबंदी की वजह से पैदा हुई दिक्कतों के मद्देननजर ईपीएफओ से अग्रिम निकालने की अनुमति दी थी।
केंद्र सरकार ने ब्लैकमनी को व्हाइट कराने के लिए ‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना (PMGKY) शुरू की है। इस के तहत कालेधन को 50% टैक्स देकर सफेद किया जा सकता है।
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