भारत को जी-20 की अध्यक्षता ऐसे वक्त में मिली है, जब दुनिया को एक ऐसे ही देश के अध्यक्ष होने की जरूरत महसूस हो रही थी। यह बात ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कही है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करते कहा कि जिस प्रकार से भारत वैश्विक नेतृत्व कर रहा है, उसे देखना अद्भुत है।
जी-20 शिखर सम्मेलन को लेकर नई दिल्ली में तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। प्रधानमंत्री मोदी इस आयोजन को भव्य, शानदार और यादगार बनाना चाहते हैं। ऐसे में अपने कैबिनेट के सभी मंत्रियों को भी उन्होंने जी-20 से संबंधित खास निर्देश दिया है। पहले निर्देश के तहत रात्रिभोज में उन्होंने सभी मंत्रियों को एक साथ बस से आने को कहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन और पाकिस्तान की कुंठाओं पर कड़ा प्रहार किया है। पीएम मोदी ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश और कश्मीर भारत का हिस्सा है। इसलिए जी-20 की बैठकें कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश में स्वाभाविकहैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरे देश के विभिन्न भागों में ये बैठकें आयोजित की जा रही हैं।
दुनिया भर में अपनी बेबाकी के लिए जाने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधारों को लेकर यूएन को खूब खरी-खोटी सुनाई। प्रधानमंत्री ने कहा कि 21वीं सदी में 20वीं शताब्दी वाला रवैया नहीं चल सकता। पीएम मोदी ने यह बात जी-20 की नई दिल्ली में 9-10 सिंतबर को होनी वाली बैठक से पहले कही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले हफ्ते इंडोनेशिया में होने वाले आशियान शिखर सम्मेलन में भाग लेने जा रहे हैं। यह बैठक इंडोनेशिया में 6-7 सितंबर को होनी है। बता दें कि जी-20 की बैठक भी नई दिल्ली में 7 से 10 दिसंबर के बीच होनी है। भारत के लिए यह बैठक बेहद महत्वपूर्ण है।
भारत को कभी कमतर आंकने वाला चीन अब भारत से घबराने लगा है। हालत यह है कि चीन भारत को अमेरिका से भी बड़ा और खतरनाक दुश्मन मानता है। एशिया में चीन का सबसे बड़ा और प्रखर प्रतिद्वंदी भारत ही है। भारत अब टेक्नोलॉजी से लेकर आर्मी और अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में दुनिया को चुनौती दे रहा है। मगर रूस भारत-चीन में दोस्ती चाहता है।
रूस के राष्ट्रपति पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग भले ही भारत नहीं आ रहे हों, लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का नई दिल्ली आने का शेड्यूल तय हो गया है। वह 7 सितंबर को भारत पहुंचेंगे और दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। इसके साथ ही पीएम मोदी और जो बाइडेन के बीच द्विपक्षीय वार्ता भी होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्रीस के एथेंस से बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने भारत में ग्रामीण परिवेश की बहनों को भविष्य में ड्रोन पायलट बनाने की योजना बताई। प्रधानमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में ग्रामीण बहनें के लिए ड्रोन उड़ाना उनके बायें हाथ का खेल होने वाला है। इससे खेत में खाद, बीच व फसल को स्थानानंतरित कर सकेंगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्रीस में भारतीयों को संबोधित किया। अपने बातचीत की शुरुआत प्रधानमंत्री मोदी ने चंद्रयान मिशन से की। इसके बाद उन्होंने काशी से लेकर एथेंस तक का रिश्ता बताया। ग्रीस में रह रहे भारतीयों को हिंदुस्तान के विकास की हर गाथा सुनाई।
पीएम मोदी को ग्रीस के सर्वोच्च सम्मान ‘ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ ऑनर’ से सम्मानित किया गया है। ये ग्रीस का सर्वश्रेष्ठ सम्मान है। यूनान (ग्रीस) की राष्ट्रपति कैटेरिना एन सकेलारोपोलू ने प्रतिष्ठित ‘ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ ऑनर’ से सम्मानित किया।
दक्षिण अफ्रीका में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान चीन भारत के साथ द्विपक्षीय बैठक और वार्ता करने को बेताब था। मगर चीन के अनुरोध को पीएम मोदी ने अस्वीकार कर दिया। भारतीय सूत्रों ने कहा कि पीएम मोदी चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ सिर्फ अनौपचारिक रूप से बातचीत पर सहमत हुए।
चांद पर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग होते ही पूरी दुनिया भारत को सलाम ठोक रही है। रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने भारत को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला पहला देश बनने पर बधाई दी। वहीं अमेरिका और यूरोप ने भी शाबाश इंडिया कहकर हौसलाफजाई की। चांद की सतह पर इस उपलब्धि के साथ सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला भारत चौथा देश बन गया।
भारत का चंद्रयान 3 सफलतापूर्वक चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतर गया है। भारत ने आज वह इतिहास रचा है जिसे अब तक दुनिया का कोई भी देश नहीं कर पाया। चंद्रयान 3 की लैंडिंग के दौरान पीएम मोदी भी दक्षिण अफ्रीका के ब्रिक्स सम्मेलन से इसरो के साथ लाइव जुड़े रहे। उन्होंने आज के दिन को ऐतिहासिक बताया।
चंद्रयान 3 की चंद्रमा के दक्षिणी पोल पर लैंडिंग से पहले पूरी दुनिया की निगाहें भारत पर टिक गई हैं। दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग सम्मेलन में भी भारत का चंद्रयान 3 मिशन ब्रिक्स की सुर्खियां बन गया है। हर कोई भारत के मून मिशन की सराहना कर रहा है। दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने भारत को इसके लिए बधाई दी है।
भारत और चीन के बीच जून 2020 में गलवान घाटी में हिंसक झड़प के बाद से ही रिश्ते बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं। भारत ने चीन सीमा पर पहले की अपेक्षा कई गुना सैनिकों की तैनाती कर दी है। चीन सीमा पर राफेल और तेजस जैसे लड़ाकू विमानों की भी तैनाती की गई है। विवादित क्षेत्रों में पैट्रोलिंग और सैनिकों की मौजूदगी को लेकर तनाव है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान कांग्रेस समेत राहुल गांधी को सीधे टारगेट पर लिया। पीएम ने कहा कि मैं कांग्रेस की परेशानी समझ सकता हूं। वो एक ही प्रोडक्ट की बार-बार लॉन्चिंग करते हैं। मगर वह जनता से इतने नफरत करते हैं कि हर बार उनकी लॉन्चिंग विफल हो जाती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दक्षिण अफ्रीका के ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए जोहान्सबर्ग जाएंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से इसकी पुष्टि कर दी गई है। जोहान्सबर्ग में 22 से 24 अगस्त तक ब्रिक्स शिखर सम्मेलन का आयोजन होना है। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी इसमें हिस्सा लेंगे।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सरकार का कार्यकाल 12 अगस्त को पूरा हो रहा है। ऐसे वक्त में उन्होंने भारत के साथ बातचीत की इच्छा जाहिर की है। पीएम शहबाज की यह पेशकश अनायास नहीं है, बल्कि वह विभिन्न स्तर पर इसका माइलेज लेना चाहते हैं। मगर भारत क्या उनके अनुरोध को स्वीकारेगा, यह देखने वाली बात होगी।
दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्र अमेरिका और भारत में एक साथ 2024 में चुनाव होने जा रहे हैं। भारत में अप्रैल में, जबकि अमेरिका में जनवरी में चुनाव होंगे। दोनों ही देशों की जनता अपने देश के नए भविष्य का फैसला करेगी। इससे पहले भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने बताया है कि नेताओं की जीत कैसे और किसकी होगी?
भारत और श्रीलंका के संबंध फिर से नई ऊंचाइयों पर पहुंचने वाले हैं। श्रीलंका शुरू से भारत का सहयोगी रहा है, लेकिन सत्ता बदलने के साथ श्रीलंका का सुझाव बीच में चीन की तरफ होने लगा था। मगर जब श्रीलंका की अर्थव्यवस्था डूबने लगी तो भारत ने ही उसकी सबसे ज्यादा मदद की। इसका एहसास अब राष्ट्रपति रानिल विक्रम समेत उनके देश को है।
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