नरेंद्र मोदी 9 जून को रिकॉर्ड तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं। उनके शपथ ग्रहण समारोह में चीन और पाकिस्तान को छोड़कर दक्षिण एशियाई देशों के लगभग सभी राष्ट्राध्यक्ष शामिल होने आ रहे हैं। मोदी के लगातार तीसरी बार पीएम बनने से पाकिस्तान और चीन को भारत के और मजबूत होने का खतरा सताने लगा है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को राष्ट्रपति भवन पहुंचकर केंद्र में सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है। बता दें कि शुक्रवार को ही एनडीए के संसदीय दल की बैठक संपन्न हुई जिसमें नरेंद्र मोदी को सर्वसम्मति से नेता चुना गया।
बता दें कि चीन ताइवान को अपना अलग प्रांत मानता है और इस बात पर जोर देता है कि उसे मुख्य भूमि के साथ एकीकृत किया जाना चाहिए, भले ही इसके लिये बल का इस्तेमाल क्यों न करना पड़े। ताइवान हालांकि खुद को चीन से पूरी तरह अलग मानता है।
यूक्रेन युद्ध रोकवाने के लिए राष्ट्रपति जेलेंस्की को अभी भी भारत से बड़ी उम्मीद है। जेलेंस्की ने इसके लिए पीएम मोदी से फोन पर बात की और उनसे स्विट्जरलैंड में यूक्रेन शांति वार्ता में शामिल होने की अपील की। इसके साथ ही यूक्रेन आने के लिए आमंत्रित किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शपथ ग्रहण समारोह 8 या 9 जून को हो सकता है। इसमें नेपाल, भूटान, बांग्लादेश, श्रीलंका और मॉरीशस जैसे देशों के नेताओं को आमंत्रित किया गया है।
ताइवान के राष्ट्रपति लाई चिंग ते ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लगातार तीसरी बार चुनावी जीत पर बधाई संदेश भेजा तो पीएम मोदी ने भी उनका आभार जताया। मगर मोदी की इस प्रतिक्रिया से चीन की बौखलाहट बढ़ गई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेक्सिको चुनाव में क्लाउडिया शिनबाम की जीत पर बधाई दी है। क्लाउडिया मेक्सिको की पहली महिला राष्ट्रपति चुनी गई हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे मेक्सिको के लोगों के लिए गर्व का पल करार दिया है।
विश्व नेताओं ने पीएम मोदी की लगातार तीसरी जीत पर उन्हें बधाई दी है। श्रीलंका, नेपाल, मॉरीशस और भूटान के नेताओं एक्स पर पोस्ट करके उन्हें ऐतिहासिक विजय के लिए बधाई दी है।
भारत ने अपने दोस्त ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के निधन पर एक दिन के राजकीय शोक का ऐलान किया है। केंद्रीय गृहमंत्रालय ने यह घोषणा की है। वहीं इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने रईसी के निधन पर गहरा शोक जाहिर किया था।
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का हेलीकॉप्टर दुर्घटना में निधन हो जाने के बाद भारत को भी काफी गहरा दुख पहुंचा है। ईरान हमेशा से ही भारत का मजबूत रणनीतिक और ऊर्जा साझीदार रहा है। इसी साल इब्राहिम रईसी भारत आने वाले थे। उससे पहले उन्होंने भारत के साथ चाबहार पोर्ट का बड़ा समझौता करके अपनी दोस्ती को नया मुकाम दिया था।
भारतीय अमेरिकी डॉ.कंसुपाड़ा ने कहा कि मोदी ने भारत के लोगों को गर्व का अहसास कराया है। ''मैं उनसे (भारत के लोगों से) सुन रहा हूं कि मध्यम वर्ग के अधिकांश लोग भारत और मोदी से प्यार करते हैं। इसमें मुंबई में रहने वाले मेरे मित्र भी शामिल हैं।
पीएम मोदी ने स्लोवाकिया के प्रधानमंत्री रॉबर्ट फिको को गोली मारे जाने की कड़ी निंदा की है। इसके साथ ही उन्होंने फिको के जल्द स्वस्थ होने के लिए अपनी शुभकामनाएं दी हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी लोकसभा क्षेत्र से अपना नामांकन मंगलवार को दाखिल किया। बनारसी साड़ी-पान, अस्सी घाट, मोक्षदायिनी गंगा और बाबा विश्वनाथ के साथ ही काशी की राजनीति भी दिलचस्प रही है। जानिए इस रिपोर्ट में-
भारत ने चीन और पाकिस्तान को जवाब देने के लिए ईरान के साथ चाबहार पोर्ट के संचालन को लेकर बड़ा समझौता किया है। समझौते के मुताबिक अब इसका संचालन लंबे समय तक भारत के पास रहेगा। यह व्यापार और रणनीतिक रूप से भारत के लिए अहम समझौता है।
अमेरिकी भारतीय जब हिंदुस्तान की आर्थिक वृद्धि देखते हैं, जब वे ग्रामीण भारत का विकास देखते हैं, जब वे देखते हैं कि पिछले 10 वर्षों में भारत की सुरक्षा में सुधार हुआ है और वर्तमान मोदी सरकार ने देश में आतंकवादी खतरों या आतंकवादी घटनाओं को समाप्त कर दिया है तो उनको अच्छा लगता है।
भारत की ओर से आतंकवादी घोषित किए गए खालिस्तानी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या मामले में 3 आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद कनाडा फिर खुद से नियंत्रण खोने लगा है। ऐसे में भारत ने पीएम जस्टिन ट्रूडो को उन्हें उनकी सीमा याद दिलाई है। साथ ही कनाडा में आपराधिक और अलगाववादी तत्वों को पनाह देना बंद करने की चेतावनी दी है।
भारत में चल रहे लोकसभा चुनाव के दौरान मोदी को लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने के लिए अमेरिका में हवन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। न्यूयॉर्क से लेकर शिकागो तक और न्यूजर्सी, वर्जीनिया, मैरीलैंड जैसे तमाम अमेरिकी शहर स्वाहा की धुन से गुंजायमान हो उठे। हवन से वातावरण शुद्ध हो गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया प्रोग्राम की संयुक्त राष्ट्र ने जमकर सराहना की है। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने भारत में तेजी से हुए बुनियादी ढांचे में निवेश से गरीबी दूर होने के मॉडल की भी प्रशंसा की है। बता दें कि डिजिटल इंडिया और इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट में भारत का दुनिया लोहा मान रही है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने अपने विदेश मंत्री द्विमित्रो कुलेबा को भारत भेजा है। आज वह एस जयशंकर से मुलाकात कर रहे हैं। रूस-यूक्रेन युद्ध में जेलेंस्की को भारत से उम्मीद है कि वह रूस से बातचीत कर शांति का कोई रास्ता निकाल लेगा।
खुद को दुनिया का सुपर पॉवर कहने वाला अमेरिका अक्सर दूसरे देशों के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करता है। कभी अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर, कभी लोकतंत्र के नाम पर, कभी धर्म और सहिष्णुता के नाम पर तो कभी किसी और बहाने। जबकि अमेरिका अपने गिरेबां में नहीं झांकता। भारत के आंतरिक मामले में वह क्यों हस्तक्षेप कर रहा?
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