कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने पीएम केयर्स फंड की पारदर्शिता पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने दावा किया है कि चुनावी बॉण्ड की तरह ‘पीएम केयर्स फंड’ भी एक घोटाला है, जिसके सामने आने का इंतजार है।
पीएम मोदी को लिखे पत्र में सीएम सिद्धारमैया ने कहा है कि बच्चे के लिए जरूरी दवा की कीमत अपने आप में काफी ज्यादा है। ऐसे में इस पर अलग से आयात शुल्क लगने के बाद इसकी कीमत और बढ़ गई है।
PM Cares Fund: अदालत ने जुलाई में केंद्र से सम्यक गंगवाल की याचिका पर ‘विस्तृत और पूर्ण’ जवाब दाखिल करने के लिए कहा था, जिसमें संविधान के अनुच्छेद-12 के तहत पीएम केयर्स फंड को ‘राजकीय’ घोषित करने का अनुरोध किया गया था, ताकि इसके कामकाज में पारदर्शिता सुनिश्चित हो सके।
पीएम मोदी ने कहा कि अगर किसी को प्रोफेशनल कोर्स या उच्च शिक्षा के लिए ‘एजुकेशन लोन’ चाहिए तो, ‘PM CARES’ उसमें भी मदद करेगा।
इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने कोरोना वायरस से लड़ने के लिए केंद्र सरकार की भी तारीफ की। उन्होंने कहा, "मोदी सरकार के तहत, कमजोर स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए काम चल रहा है।
महबूबा मुफ्ती ने कहा, ‘‘हालांकि, आज भ्रष्टाचार अपने चरम पर है। यह अब पीएम केयर्स फंड की तरह परिष्कृत तरीके से किया जाता है। भ्रष्टाचार नहीं तो यह क्या है, जब आप प्रधानमंत्री के रूप में अपने पास मौजूद पैसे का हिसाब नहीं देना चाहते हैं?"
अगर आपको ऐसे किसी बच्चे के बारे मे पता चले जिसके माता-पिता की कोरोना की वजह से मौत हो गई है या उसकी देखभाल करने वाला कोई नहीं है, तो आप जल्द से जल्द 1098 पर सूचित करें या पुलिस को बताएं।
देश में जिन बच्चों ने कोरोना के चलते अपने माता और पिता दोनो को खो दिया है उन्हे पीएम केयर्स फंड की ओर से मदद दी जाएगी। इन बच्चों को 18 साल की उम्र में मासिक भत्ता और 23 साल की उम्र में पीएम केयर्स से 10 लाख रुपए का फंड दिया जाएगा।
देश में तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच ऑक्सीजन को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। देश की मौजूदा स्थिति को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीएम केयर फंड से देश भर में 551 प्रेशर स्विंग अब्सॉर्प्शन (पीएसए) ऑक्सीजन संयंत्र लगाने का फैसला किया है।
मंत्रालय ने बताया कि इस फैसले से प्रेशर स्विंग एर्ब्जाब्सन-पीएसए प्लांट निर्मित ऑक्सीजन को बढ़ावा मिलेगा और अस्पतालों को मेडिकल ऑक्सीजन में आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलेगी।
लोकसभा में सोमवार को प्रश्नकाल के दौरान पीएम केयर्स फंड में दान को लेकर कांग्रेस और सरकार के बीच आरोप-प्रत्यारोप देखने को मिले, जहां विपक्षी पार्टी ने दावा किया कि एलआईसी का पैसा लोगों को फायदा पहुंचाने की बजाए इस फंड में दिया गया।
सौ पूर्व नौकरशाहों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शनिवार को लिखे एक खुले पत्र में पीएम-केयर्स निधि में पारदर्शिता को लेकर सवाल उठाये हैं।
अनुराग ठाकुर ने चर्चा के दौरान कहा, “कहा गया हिमाचल का छोकरा, मैं डरने वालों में से नहीं हूं, मै वीर भूमि हिमाचल से आता हूं देव भूमि हिमाचल से आता हूं, हिमाचल का छोकरा कौन, देश का पहला परमवीर चक्र विजेता मेजर सोमनाथ हिमाचल से हुए, कारगिल की लड़ाई में सबसे ज्यादा शहादत हिमाचल के छोकरों ने दी"
पीएम केयर्स फंड से बिहार में दो जगह डेडिकेटेड कोविड अस्पताल बनया गया है। ये दोनों अस्पताल पटना के बिहटा और मुजफ्फरपुर में बनाया गया है। ये अस्पताल बिहार में कोरोना वायरस की लड़ाई में मिल का पत्थर साबित हो सकते हैं।
कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि ‘पीएम केयर्स’ कोष के बारे में आया उच्चतम न्यायालय का फैसला जनता के प्रति सरकार की पारदर्शिता और जवाबदेही के लिए झटका है।
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने पीएम केयर्स फंड पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर कहा कि कोरोना की लड़ाई में पीएम केयर्स फंड से अब 3,100 करोड़ रुपये दिए गए हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ताओं को तगड़ा झटका देते हुए पीएम केयर्स फंड को राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया कोष (एनडीआरएफ) में ट्रांसफर करने की मांग खारिज कर दी है।
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राहुल गांधी को जवाब देते हुए कहा है कि गांधी परिवार ने पीएम NRF में अपनी परमानेंट जगह बना ली है। गांधी परिवार ने पीएम NRF पारिवारिक ट्रस्ट में पैसा भी ट्रांसफर किया।
कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सरकार के हाथ मजबूत करने के लिए आम आदमी से लेकर वीवीआई और बड़ी संस्थानों ने भी PM Cares Fund में दान दिया है।
कांग्रेस ने रविवार को सरकार पर स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे में बढ़ोतरी नहीं कर लॉकडाउन का ‘‘समय बर्बाद’’ करने और कोविड-19 रोगियों के लिए ‘‘घटिया ’’ वेंटिलेटर खरीदने का आरोप लगाया जबकि पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि पीएम केयर्स कोष में ‘‘अपारदर्शिता’’से भारतीयों का जीवन खतरे में पड़ रहा है।
संपादक की पसंद