यूरेनस का केवल एक हिस्सा सूर्य की ओर रहता है। यह सूर्य से अधिक दूर नहीं है, फिर भी यह एक ठंडा ग्रह है। हालांकि 1986 में मानव निर्मित मशीन वोयागर-2 अंतरिक्ष यान इसके करीब से गुजरा था।
ज्योतिष विज्ञान में हर ग्रह के कारक रत्न के बारे में बताया गया है। ये रत्न करियर बनाने में भी मददगार साबित होते हैं।
शुक्र को विलासता और धन का प्रतीक कहा जाता है। ये कुंडली के किस भाव में बैठता है और क्या असर करता है, यहां जानिए
कुंडली में अगर शुक्र कमजोर है तो लव लाइफ के साथ साथ रुपए पैसे और संपन्नता पर भी असर पड़ता है। आकर्षण कम होता जाता है।
नीम का पेड़ केवल सेहत के लिए ही नहीं ग्रहों की शांति के लिए भी काफी अच्छा है। इसे लगाने से पितृ दोष दूर होता है।
गुरु ग्रह नवग्रहों में अहम स्थान रखता है। इसके कमजोर होने पर व्यक्ति के जीवन में परेशानियां आने लगती हैं। जानिए गुरु को मजबूत करने के उपाय।
अगर जिंदगी में परेशानियां पीछा नहीं छोड़ रही तो किचन में रखा आटा आपकी इन दिक्कतों को दूर सकता है। जानिए कैसे
सूर्य और चंद्रमा का एक कुंडली के एक ही भाव में होना कई तरह के फल देता है। यहां जानिए।
काल सर्प योग तब लगता है जब राहु और केतू की परिधि में सारे ग्रह आ जाते हैं। ये वक्त कठिन होता है।
अगर धन की परेशानी लगातार बनी हुई है तो कुंडली में कमजोर शुक्र के संकेत हो सकते हैं। इसे दूर करने के लिए गूलर का पेड़ लाभकारी है।
चंद्रमा अगर कुंडली में कमजोर है तो व्यक्ति मन पर कंट्रोल नहीं रख पाता। दुविधा और परेशानी हावी रहती है और बीमारियों का हमला होता है।
राहू केतु को कभी छाया ग्रह कहा जाता है और कभी पाप ग्रह। लेकिन ये दोनों ग्रह अच्छी जगह बैठे हों तो मालामाल कर देते हैं।
इस ग्रह को पापी जरूर कहा जाता है लेकिन इसकी शुभ नजर पल भर में धनवान बना सकती है। जानिए कैसे।
अगर किसी व्यक्ति के साथ बार बार हादसे होते हैं या वो घायल होता रहता है तो इसके पीछे कुछ ग्रहों की युति जिम्मेदार हो सकती है।
होलाष्ट के दौरान नवग्रह उग्र रहते हैं औऱ इन आठ दिनों में नवग्रह शांति के उपाय कारगर होते हैं।
कुंडली में शनिदेव की कृपा से अगर ये योग बन रहा तो तो इंसान फर्श से अर्श पर पहुंच जाता है। जानिए क्या मिलता है जीवन में।
सूर्य ग्रह पिता और यश गौरव का प्रतीक है। इसकी मजबूती जहां राज काज दिलाती है वहीं कुंडली में कमजोर ग्रह बहुत सारे नुकसान कर डालता है।
वैज्ञानिकों ने पहली बार बृहस्पति के आकार के एक ऐसे ग्रह का पता लगाया है जो एक मृत तारे का चक्कर लगा रहा है। यह ग्रह पृथ्वी से लगभग 80 प्रकाश वर्ष दूर एक श्वेत एवं छोटे या मृत तारे के इर्द-गिर्द घूम रहा है।
नासा के मंगल ग्रह की यात्रा पर गए क्युरोसिटी मार्स रोवर ने इस लाल ग्रह पर मीथेन गैस की अब तक की सबसे बड़ी मात्रा का पता लगाने में सफलता हासिल की है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने यह जानकारी दी है।
वैज्ञानिकों ने 2 ऐसे ग्रहों की खोज की है जो पृथ्वी के समान गर्म हैं और उनमें पानी हो सकता है। एक शोध के मुताबिक इन ग्रहों पर ऐसे हालात हैं जिनमें जीवन की संभावना देखी जा सकती है।
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