लद्दाख सीमा पर भारतीय सैनिकों ने एक चीनी सैनिक को पकड़ा है। डेमचॉक इलाके में पकड़े गए इस चीनी सैनिक के पास से कई दस्तावेज बरामद किए गए हैं। चीनी सैनिक के पकड़े जाने के बाद बार-बाद युद्ध की धमकी देने वाली चीनी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने एक बड़ा बयान दिया है।
चीनी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म वीबो (Weibo) पर 15 जून को गलवान घाटी में भारतीय सेना और चीनी सेना (PLA) के बीच हुई हिंसक झड़प में मारे गए एक चीनी सैनिक की पहचान करने वाली कब्र की तस्वीर शेयर की गई है।
भारत ने पूर्वी लद्दाख में गतिरोध के लिए बीजिंग को जिम्मेदार ठहराते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि चीन मई के शुरू से ही वास्तविक नियंत्रण रेखा पर बड़ी संख्या में सैनिक और युद्ध सामग्री जुटा रहा है तथा चीनी बलों का आचरण पारस्परिक सहमति वाले नियमों के प्रति पूर्ण अनादर का रहा है।
गलवान घाटी में हालात तनावपूर्ण हैं। सोमवार रात भारत और चीन की सेनाओं में खूनी झड़प हुई। जिसमें हमारे तीन जवान शहीद हो गए और चीन की PLA के पांच सैनिक मारे गए।
चीनी सैनिकों के साथ एलएसी पर हुई हिंसक झड़प को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सीडीएस बिपिन रावत के साथ बैठक की। इस बैठक में तीनों सेनाओं के अध्यक्ष और विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी मौजदू थे।
भारतीय सैनिक सीमा पर डटे हुए हैं और यह साफ कर दिया है कि चीन के सैनिकों के वापस जाए बिना वे अपनी पोस्ट से नहीं हिलेंगे।
एक तरफ दुनिया कोरोना वायरस से लड़ रही है, तो दूसरी तरफ चीन अपने पड़ोसियों के खिलाफ लगातार आक्रामक कार्रवाई कर रहा है।
पैंगोंग झील के उत्तरी किनारे पर विवादित फिंगर 5 से फिंगर 8 इलाके में 15 अगस्त 2017 को भी दोनों देशों के सैनिकों में झड़प हुई थी, जिसमें पत्थरों और लोहे के रॉड्स का भी एक दूसरे के खिलाफ इस्तेमाल किया गया था।
वहीं दूसरी तरफ चीन ने एक बार फिर सीमा पर अपनी उपस्थिति तेज कर दी है। खबरों की माने तो चीन ने सीमा पर 80 तंबू गाड़े हैं। अनुमान लगया जा रहा है कि इन तंबूओं में 50 से अधिक सैनिक हो सकते हैं। लेकिन भारतीय सैनिकों की मानें तो चीन ने करीब 300 पीएलए सैनिको
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