नरेंद्र मोदी सरकार में रेल और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री गोयल राज्यसभा में उप नेता होंगे। गोयल महाराष्ट्र से राज्यसभा सदस्य हैं। वह पहले भाजपा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष रह चुके हैं।
पीयूष गोयल ने शुक्रवार को केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री का पदभार ग्रहण कर लिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नई कैबिनेट में मंत्री बनाए गए एस जयशंकर, पीयूष गोयल और मुख्तार अब्बास नकवी ने अपने-अपने मंत्रालय का पदभार संभाल लिया है।
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली पहली केंद्र सरकार में भी गोयल रेल मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाल रहे थे।
नरेंद्र मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में पीयूष गोयल वित्त और रेल जैसे महत्वपूर्ण संभाल चुके हैं। उन्हें पीएम नरेंद्र मोदी के विश्वसनीय नेताओं में से एक माना जाता है।
इंडिया टीवी को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी के मंत्रीमंडल में अधिकतर पुराने मंत्रियों के साथ कुछ नए चेहरे भी शामिल हो सकते हैं
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बुधवार को अपने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उन्हें नए मंत्रीमंडल में शामिल ना करने का आग्रह किया है।
इंडिया टीवी कॉन्क्लेव ''वंदे मातरम'' के मंच पर इस समय केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल मौजूद हैं। इंडिया टीवी के एंकर सौरभ शर्मा के सवालों के जवाब देते हुए पीयूष गोयल ने कहा आतंकवाद को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए हम पूरी तरह से तैयार हैं, सरकार ने सेना को पूरी छूट दे रखी है।
इंडिया टीवी के मेगा कॉन्क्लेव 'वंदे मातरम' के मंच पर पहुंचे रेल मंत्री पीयूष गोयल जहां उन्होंने आतंकवाद पर बात की।
दक्षिणी मुंबई में एक रेलवे स्टेशन के पास बृहस्पतिवार शाम पैदल पार (फुट ओवर) पुल का बड़ा हिस्सा ढह जाने से 6 लोगों की मौत हो गई
कांग्रेस ने मुंबई में एक फुटओवर पुल के ढहने की घटना पर बृहस्पतिवार को दुख जताया और कहा कि बार-बार हो रहे इस तरह के हादसों की जिम्मेदारी लेते हुए रेल मंत्री पीयूष गोयल को इस्तीफा देना चाहिए या फिर उन्हें बर्खास्त किया जाये।
यह ट्रेन दिल्ली से वाराणसी का सफर नौ घंटे और 45 मिनट में पूरा करेगी। इसमें कानपुर और इलाहाबाद में 40-40 मिनट का ठहराव का समय भी शामिल है, जहां विशेष कार्यक्रम आयोजित होंगे।
सरकार ने कहा है कि जूट के नए एमएसपी से किसानों को उत्पादन लागत का डेढगुना मूल्य मिलेगा।
राज्य सरकारें पात्र किसानों की पहचान करने की प्रक्रिया में हैं। उम्मीद है लाभार्थियों की प्रारंभिक सूची जल्द ही तैयार हो जाएगी।
कांग्रेस ने मंगलवार को सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए दावा किया कि साढ़े चार साल में ‘अच्छे दिन’ कहीं नहीं दिख रहे हैं तो भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा कि विपक्षी पार्टियों को असत्य बोलने और अपनी सहूलियत के हिसाब से भूलने की आदत पड़ गई है, जहां उसे कहीं कुछ ‘अच्छा’ दिखता ही नहीं है।
गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में इस सरकार ने किसानों, गरीबों और मध्य वर्ग के लिए कई योजनाएं शुरू की और उन्हें अमल में लाया गया है।
आगामी चुनाव से पहले लोकलुभावन योजनाओं की झड़ी लगाने के बाद मोदी सरकार अपने बजटीय घाटे को संतुलित करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आबीआई) और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के पास जाएगी।
आइए समझते हैं इसका पूरा गणित। मान लीजिए वित्त वर्ष 2019-20 के लिए आपकी सकल कुल आय 7.75 लाख रुपए है।
आने वाले वित्त वर्ष के लिए स्वास्थ्य आवंटन पिछले दो वित्त वर्ष में सर्वाधिक है और इसमें 2018-19 के आवंटन में 16 प्रतिशत की वृद्धि की गई है।
यह रेलवे के लिए अब तक की सबसे बड़ी वार्षिक पूंजीगत खर्च की योजना है।
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