Pitru Paksha 2019: पितरों को समर्पित अश्विन मास की भाद्रपद पूर्णिमा से अश्विन माह की अमावस्या तक इसे मनाया जाता है। जानें तिथि, महत्व..
भारत तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) की एक टीम ने नंदादेवी पर्वत चोटी पर चढ़ने के प्रयास करने में जान गंवाने वाले सात पर्वतारोहियों के शवों को पिथौरागढ़ पहुंचा दिया है।
अभी तक ट्यूलिप गार्डन का नाम सुनते ही श्रीनगर की तस्वीर आपके जेहन में उभरती होगी। लेकिन अब उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में भी आप ट्यूलिप की खूबसूरती का मज़ा ले सकेंगे।
वाका के पुराने स्टेडियम की परंपरा को बरकरार रखते हुए नये स्टेडियम में पहली बार हो रहे टेस्ट मैच के लिये तेज विकेट तैयार किया गया है।
पर्थ में होने वाले दूसरे टेस्ट में भारत अपना दबदबा कामय रखने के लिए उतरेगा।
उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में रविवार दोपहर भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप के झटके राज्य के पिथौरागढ़ जिले में महसूस किए गए।
Mahalaya Amavasya 2018: यदि आप किसी भी प्रकार से आज अपने पूर्वज को स्मरण करते हैं तो उनका आशीर्वाद आपको प्राप्त होता है। आज जरुर इस विधि से करें श्राद्ध।
आपको बता दूं कि इस दिन श्राद्ध करने से व्यक्ति को किसी भी अज्ञात भय का खतरा नहीं रहता। जानें आचार्य इंदु प्रकाश से ऐसे कौन से काम है जो श्राद्ध के दिनों में नहीं करना चाहिए।
आज आश्विन कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि और सोमवार का दिन है। आज के दिन उन लोगों के भी श्राद्ध कार्य पूर्ण किये जायेंगे, जिनकी अकाल मृत्यु हुई हो या फिर जिनका स्वर्गवासी का करना भूल गए हो।
मान्यता है कि इस वेदी पर पिंडदान के बाद ही पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है तथा पितृदोष और प्रेतबाधा से मुक्ति मिलती है। आत्मा और प्रेतात्मा में विश्वास रखने वाले लोग आश्विन कृष्णपक्ष की प्रतिपदा तिथि से पूरे पितृपक्ष की समाप्ति तक गया में आकर पिंडदान करते हैं।
धर्म डेस्क: श्राद्ध (Shradh) शुरू हो गए हैं। इस दौरान घर के बड़े सदस्य अपने पितरों के श्राद्ध मनाकर उनकी आत्मा को शांति देंगे। पितृ पक्ष के पूरे 16 दिनों के दौरान श्राद्ध की इन तिथियों के मुताबिक श्राद्ध देंगे। जानिए आखिर श्राद्ध के समय तर्पण और पिंडदान क्यों है जरुरी। इसके साथ ही जानें किस तरह करना होता है शुभ।
आज के दिन कृतिका नक्षत्र भी है। आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार गरुड़ पुराण में बताया गया है कि कुछ ऐसे नक्षत्र हैं, जिनमें किसी पूर्वज के स्वर्गवास की तिथि के अलावा भी श्राद्ध कार्य करके लाभ उठाया जा सकता है और कृतिका नक्षत्र उन नक्षत्रों में से एक है।
तेजस्वी ने ट्वीट कर कहा, "खुलासा और दिलासा मास्टर की कुख्यात जोड़ी डर के मारे कुछ दिनों में अपराधियों के पैर भी पकड़े तो अचंभित नहीं होना क्योंकि बिहार पुलिस से ज्यादा एके-47 अपराधियों के पास है।"
पितृदोष के कारण जातक को मानसिक पीड़ा, अशांति, धन की हानि, गृह-क्लेश जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। आपको बता दें पिण्डदान और श्राद्ध नहीं करने वालों के साथ-साथ पितृदोष का योग उनकी संतान की कुण्डली में भी बनता है और अगले जन्म में वह भी पितृदोष से पीड़ित होता है
पितरो को समर्पित पितृ पक्ष अश्विनी मास की कृष्ण पक्ष की पूर्णमासी में भाद्रपद का क्षय होने के साथ शुरु होते है। 16 दिन के लिए हमारे पितृ घर में विराजमान होते है। जानें तिथि, मुहूर्त और नियम
सुप्रीम कोर्ट ने देश में सड़कों में गड्ढों की वजह से हो रही दुर्घटनाओं में लोगों की मौत को आज ‘भयावह’ बताया और कहा कि ऐसी दुर्घटनाओं में जान गंवाने वालों की संख्या आतंकी हमलों में मारे जाने वालों से कहीं ज्यादा है।
दुनिया की सबसे ऊँची माउंट एवरेस्ट को फतह करने के लिये बीएसएफ ने इस बार भी लवराज धर्मशक्तू को चुना। उन्होंने अपने दल के साथ 30 मार्च 2018 को भारत से नेपाल के लिए कूच किया था।
कतर स्थित अल जजीरा चैनल ने दावा किया कि भारत, श्रीलंका, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड से जुड़े मैचों के दौरान मैच फिक्सरों के कहने पर पिच के साथ छेड़छाड़ की गयी थी।
'टेस्ट सीरीज खत्म हो गई, दौरा खत्म हो गया। हिंदुस्तान ने इतिहास रच दिया लेकिन कुछ सवाल ऐसे भी हैं। जो आज भी फैंस के लिए पहेली बने हुए हैं। आखिर जोहान्सबर्ग टेस्ट के चौथे दिन पिच को लेकर दोनों टीमों के बीच क्या विवाद हुआ था।
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने मीरपुर के शेर-ए-बांग्ला स्टेडियम की पिच को दोयम दर्जे का बताया है। इस पिच पर श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच दूसरा टेस्ट मैच खेला गया था।
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