नेपाल के हिल्सा पहाड़ी क्षेत्र से आज करीब 200 मानसरोवर तीर्थयात्रियों को सुरक्षित निकाला गया। वहीं तिब्बत में कैलाश मानसरोवर तीर्थयात्रा से लौटते समय भारी बारिश के कारण नेपाल के पर्वतीय क्षेत्र में फंसे अन्य तीर्थयात्रियों को निकालने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने फंसे हुए यात्रियों के लिए हेल्पलाइन जारी की है।
कश्मीर में पवित्र अमरनाथ गुफा के लिये जाने के दौरान तीन श्रद्धालुओं की अलग - अलग कारणों से मौत हो गयी , जिससे इस साल यात्रा के दौरान मरने वाले लोगों की तादाद बढ़कर छह हो गयी है।
अमरनाथ यात्रा के लिए 5,791 तीर्थयात्री सोमवार को रवाना हो गए। पुलिस ने बताया कि 4,047 और 1,744 तीर्थयात्रियों के दो समूह 201 वाहनों में सवार होकर भगवती नगर यात्री निवास से घाटी के लिए रवाना हुए।
अमरनाथ यात्रा पर श्रद्धालुओं का चौथा जत्था रवाना हो चुका है। रविवार सुबह 6877 यात्री मौसम साफ होने के बाद जम्मू-कश्मीर से रवाना हो गए....
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दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार हर साल 77 हजार वरिष्ठ नागरिकों (60 साल से अधिक आयु के) को मुफ्त में तीर्थयात्रा की सुविधा देगी। यह जानकारी दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को दी।
एनजीटी ने कहा कि श्रद्धालुओं की संख्या 50 हजार से ज्यादा होने पर उन्हें अर्धकुवारी या कटरा में ही रोक दिया जाएगा। एनजीटी का कहना है कि वैष्णो देवी भवन में एक बार में 50 हजार से ज्यादा तीर्थयात्री नहीं ठहर सकते।
अभी वैष्णो देवी के भक्तों के लिए एक बड़ी खबर आई है. एनजीटी ने माता के दर्शन के लिए यात्रियों की संख्या को सीमित कर दी है.
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जम्मू से शनिवार को अमरनाथ यात्रा के लिए 1,180 तीर्थयात्रियों का एक और जत्था रवाना हुआ। एक अधिकारी ने कहा, "तड़के 3.40 बजे कड़ी सुरक्षा में 43 वाहनों के काफिले में भगवती नगर यात्री निवास से 1,180 तीर्थयात्रियों का एक और जत्था कश्मीर घाटी रवाना हो गया
अमरनाथ यात्रा से लौटने के दौरान मध्यप्रदेश के एक श्रद्दालु की मौत हो गई। इसके साथ ही इस साल अमरनाथ यात्रा में मरनेवाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़कर 48 हो गई है।
अमरनाथ यात्रा के लिए 3,603 श्रद्धालुओं का एक नया जत्था रविवार को जम्मू से घाटी रवाना हुआ।
कड़ी सुरक्षा के बीच 3,398 श्रद्धालुओं का 16वां जत्था दक्षिण कश्मीर में भगवान शिव की पवित्र अमरनाथ गुफा के लिए जम्मू से निकल गया। यह गुफा 3,888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।
आज विधान परिषद में जम्मू कश्मीर में मारे गये श्रद्धालुओं को श्रद्धांजलि दी गयी। सदस्यों द्वारा मृतकों की आत्मा की शांति के लिए कुछ पल का मौन रखा गया।
कश्मीर के आईजी मुनीर खान ने बताया कि इस हमले के पीछे आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का हाथ है। उन्होंने ये भी बताया कि इस हमले का मास्टरमाइंड पाकिस्तानी आतंकी इस्माइल है। सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों के अनुसार पाकिस्तानी मूल के लश्कर कमांडर इस्माइल ने अपन
अमरनाथ गुफा की खोज भी पहली बार 1850 में एक मुस्लिम चरवाहे बूटा मलिक ने की थी। इसीलिए दशनामी अखाड़े और पुरोहित सभा मट्टन के साथ मलिक के परिवार को भी इस गुफा का संरक्षक बनाया गया। यानी यह स्थल सिर्फ हिंदुओं के लिए नहीं बल्कि घाटी के मुस्लिमों के लिए भी
इस हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत ऐसे कायरतापूर्ण हमलों और घृणा के नापाक मंसूबों के आगे झुकनेवाला नहीं है। उन्होंने कहा कि उन्होंने राज्य के राज्यपाल एन एन वोहरा और मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से बात की और हरसंभव मदद का आासन दिया।
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में सोमवार को अमरनाथ यात्रियों की एक बस पुलिस दल को निशाना बनाकर किए गए आतंकवादी हमले की चपेट में आ गई, जिसमें 7 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। हमले में पुलिसकर्मियों सहित 14 लोग घायल हुए हैं।
अनंतनाग में अमरनाथ यात्रियों को लेकर लौट रही जिस बस पर हमला हुआ वह अमरनाथा यात्रा का हिस्सा नहीं थी। यह बस अमरनाथ श्राइन बोर्ड से भी रजिस्टर्ड नहीं थी।
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