भारत की ब्रह्मोस मिसाइल चीन का काल बनने वाली है। दक्षिण चीन सागर में फिलीपींस की सेना भारत के ‘ब्रह्मास्त्र‘ ब्रह्मोस मिसाइल से लैस होगी। इससे ड्रैगन की हेकड़ी निकल जाएगी।
फिलीपींस के अधिकारियों ने कहा कि उस चीनी हमले से फिलीपींस ब्यूरो ऑफ फिशरीज एंड एक्वाटिक रिसोर्सेज के तीन जहाजों में से एक के संचार और नेविगेशन उपकरण को ‘‘गंभीर क्षति’’ हुई। फिलीपीन, अमेरिका और जापान ने इसकी निंदा की।
भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान में रात करीब 11 बजकर 52 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किये गए। वहीं फिलीपींस में भी देर रात 6.8 तीव्रता का भूकंप आया। इससे पहले भी फिलीपींस में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे, जिसके बाद सुनामी को लेकर अलर्ट जारी किया जा चुका है।
एक बार फिर फिलीपींस की धरती भूकंप के तेज झटकों से हिल उठी । रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 7.5 मापी गई जिसके बाद सुनामी का अलर्ट जारी कर दिया गया।
मीडियाकर्मियों के लिए यह एशियाई देश सबसे खतरनाक हो गया है। यहां ताजा मामले में हमलावरों ने एक पत्रकार के सिर में गोलियां दाग दीं। इस देश में पिछले 17 महीनों में कई जर्नलिस्ट मारे गए हैं।
दक्षिण चीन सागर में चीन अपनी दादागिरी से इलाके छोटे देशों पर अपना रौब जमाता है। फिलिपींस ने दावा किया कि चीन के जहाज ने जानबूझकर उनकी नौका को टक्कर मार दी। इस पर चीन ने अपना पक्ष रखा है। उधर, इस मामले में अमेरिका भी कूद गया है। अमेरिका ने भी बड़ा बयान दिया है।
वर्ष 2022 के आगाज से ही दुनिया जंग के मुहाने पर खड़ी है। पहले आर्मीनिया-अजरबैजान में जंग हुई। फिर रूस और यूक्रेन युद्ध शुरू हुआ। अब इजरायल और हमास में भीषण जंग चल रही है। इस बीच चीन और फिलीपींस की सेना में भिड़ंत की बात सामने आ रही है। फिलीपींस के अनुसार चीनी तटरक्षकों ने दक्षिण चीन सागर में जानबूझकर जंग छेड़ दी।
दक्षिण चीन सागर में विवादित स्थल पर चीन द्वारा लगाए गए अवरोधकों को फिलीपींस के तटरक्षकों ने हटा दिया है। साथ ही फिलीपींस के राष्ट्रपति ने चीन को लेकर बड़ा बयान भी दिया है। जानिए अपने बयान में उन्होंने क्या कहा?
दक्षिण चीन सागर में अपनी अकड़ कम नहीं कर रहा है। यहां एक विवादित क्षेत्र में फ्लोटिंग बैरियर लगा दिया है। इसका मकसद समुद्री इलाके पर कब्जा करना और फिलीपींस की नौकाओं को उस क्षेत्र में प्रवेश करने से रोकना है।
कभी सोचा है कि गाना गुनगुनाने से भी जान जा सकती है? एक गाना ऐसा ही है जिसे गाने के बाद लोगों की जान चली गई है। अब तक 12 कलाकारों की हत्या हो चुकी है।
दक्षिण चीन सागर में अपनी दादागिरी के लिए जाना जाने वाला चीन समुद्र में फिलीपींस से भिड़ गया है। दरअसल चीनी तटरक्षकों ने फिलीपींस के कब्जे वाले इलाके में जा रही उसकी नौका और सैनिकों को रोक दिया। चीनी तटरक्षकों ने उन पर वाटर कैनन से बौछार कर दिया। फिलीपींस और अमेरिका ने इसका कड़ा विरोध किया है।
फिलीपींस की आधिकारिक समाचार एजेंसी ने बताया कि दो सीट वाला ‘सेसना’ विमान अपायाओ प्रांत में दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे दो लोगों की मौत हो गई।
फिलीपींस में बुधवार को तूफान ‘डोकसुरी’ से द्वीपों के समूह और उत्तरी प्रांतों में तेज हवाएं चलीं और भारी बारिश हुई इससे कम से कम दो लोगों की मौत हो गई और हजारों लोग विस्थापित हो गए।
फिलिपीन दक्षिण चीन सागर में अपने देश के विशिष्ट आर्थिक क्षेत्र (ईईजेड) में चीनी मौजूदगी को बार बार चुनौती देता रहा है और आगे भी ऐसा करेगा। भारत की चार दिवसीय यात्रा पर आए मनालो ने कहा था कि दक्षिण चीन सागर के लिए आसियान (दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संघ) के 10 देश और चीन आचार संहिता तैयार करने में जुटे हुए हैं।
भारत और फिलीपींस के बीच मजबूत रक्षा साझेदारी से चीन में चिंता छाने लगी है। दरअसल चीन अभी तक दक्षिण चीन सागर में फिलीपींस से लेकर वियतनाम, ब्रुनेई, ताईवान, मलेशिया जैसे देशों पर दादागिरी दिखाता रहा है। वियतनाम को हाल ही में भारत ने युद्धपोत गिफ्ट में दिया है। अब फिलीपींस से रक्षा गठबंधन ने चीन में खलबली मचा दी है।
फिलीपींस के विदेश मंत्री का भारत दौरा ऐसे वक्त में हो रहा है, जब अभी कुछ दिन पहले ही हिंदुस्तान ने चीन के दुश्मन वियतनाम को अपनी तरफ से एक युद्ध पोत समुद्री सुरक्षा के लिए से गिफ्ट में दिया है। अब फिलीपींस के साथ भी समुद्र, रक्षा और नौवहन को लेकर द्विपक्षीय सहयोग पर बात हो रही है। इससे चीन को दौरा पड़ने लगा है।
फिलीपींस में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.2 मापी गई है। भूकंप का केंद्र हुके में सतह से करीब 120 किलोमीटर की गहराई पर था।
फिलीपींस के सैंटो डोमिंगो में मायोन ज्वालामुखी अचानक लावा राख उगलने लगा है। ज्वालामुखी का उग्र रूप देखकर स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई है। अब तक 15 हजार से भी अधिक लोग घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर गए हैं।
चीन की कड़ी आपत्ति के बावजूद फिलीपींस सरकार ने सोमवार को चार नए स्थानीय सैन्य क्षेत्रों की पहचान की, जहां अपने साजो सामान के साथ अमेरिकी सैन्यकर्मियों को बारी बारी से अनिश्चित काल तक रहने दिया जाएगा।
चीन का दुश्मन फिलीपींस इन दिनों भारत के प्रमुख रक्षा साझेदारों के रूप में उभर रहा है। यह बात चीन को बेहद नागवार गुजर रही है। मगर इस दौरान शुक्रवार को नई दिल्ली में भारत और फिलीपींस के बीच चौथी संयुक्त रक्षा सहयोग समिति की अहम बैठक हुई है।
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