भारत ने चीन से आयातित रसायन के खिलाफ डंपिंग रोधी जांच शुरू कर दी है। इस रसायन का उपयोग फार्मा उद्योग में होता है।
भारत से औषधियों का निर्यात पिछले वित्त वर्ष 2020—21 में 24.44 अरब डालर के बराबर रहा जो इससे एक साल पहले के 18 प्रतिशत से भी अधिक है।
कंपनी ने स्वीकार किया है कि उसने अमेरिकी अधिकारियों द्वारा पश्चिम बंगाल में उसके प्लांट का निरीक्षण करने से पहले रिकॉर्ड छिपाए थे और नष्ट किए थे। अमेरिकी न्याय विभाग के अनुसार कंपनी ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए जुर्माना देने की हामी भर दी है।
सेक्टर के मुताबिक स्वास्थ्य सेवा ढांचे में निवेश बढ़ाने, स्वाथ्यकर्मियों के कौशल विकास और प्रशिक्षण के लिए राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम, मेडिकल कॉलेजों की संख्या बढ़ाने, प्रभावी पीपीपी मॉडल और स्थानीय विनिर्माण को प्रोत्साहन देने की जरूरत है।
भारत में कोरोना वायरस रोधी टीके के विकास में वैश्विक दिलचस्पी को देखते हुए बुधवार को अपनी तरह की पहली पहल के तहत 60 देशों के राजदूतों को हैदराबाद स्थित प्रमुख जैव प्रौद्योगिकी कंपनियों--भारत बायोटेक एवं बायोलॉजिकल ई ले जाया जाएगा।
यह शेयर है दवा कंपनी बायोफिल केमिकल्स का, जिसने शानदान रिटर्न दिया है। पिछले एक साल के दौरान इस कंपनी का शेयर भाव लगभग 28 गुना बढ़ा है।
संभवत:चीनी पैरेंट कंपनी वाली यह पहली बड़ी भारतीय कंपनी है, जो आईपीओ लेकर आ रही है।
ऑनलाइन फार्मा प्लेटफॉर्म Netmeds लोगों तक दवाएं और सेहत से जुड़े उत्पाद पहुंचाता है
विस्फोट के बाद आसमान में आग की ऊंची लपटे दिखाई दिए जाने की खबर है, दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंच रही हैं और फिलहाल किसी जानमान की हानि की खबर नहीं है।
भारतीय कंपनियों को सार्वजनिक क्षेत्र की दवा कंपनियों की मैन्युफैक्चरिंग सुविधा का फायदा उठाने की सलाह
पहली 3 तिमाही में बढ़त के बाद मार्च तिमाही में दवाओं के निर्यात में दर्ज हुई गिरावट
वित्त वर्ष के दौरान कंपनी का शुद्ध लाभ बढ़कर 829 करोड़ रुपये रहा है
भारत दुनिया भर में सप्लाई होने वाली हाइड्रॉक्सिक्लोरोक्वीन के 70% का उत्पादन करता है।
यह कंपनी अमेरिका की सबसे बड़ी दवा निर्माता कंपनियों में से एक है। कंपनी ने बताया कि ये दवाइयां एमनील के मौजूदा खुदरा और थोक ग्राहकों के जरिये देशभर में उपलब्ध होंगी।
देश में हर महीने बनाई जा सकती हैं दवा की 20 करोड़ टेबलेट्स
बोस्टन की बायोटेक कंपनी मॉडर्ना थेरेप्यूटिक्स ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इनफेक्शन डिजीज के साथ मिलकर आंतरिक सेफ्टी ट्रायल के जरिये वैक्सीन बनाने में सबसे आगे है।
कोरोना पर गठित समिति के मुताबिक एपीआई का मौजूदा भंडार 2-3 महीने के लिए पर्याप्त
भारत में अब तक 5 लोग वायरस से हुए संक्रमित, 3 लोग ठीक होकर घर लौटे
मुंबई एयरपोर्ट में 6000 वर्ग मीटर में फैला खास कोल्ड जोन हुआ लॉन्च
भारतीय दवा कंपनियों की निगाह चीन में कोरोना वायरस की वजह से सक्रिय औषधि अवयवों की आपूर्ति पर पड़ने वाले असर पर है।
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