अमेरिका की दवा निर्माता कंपनी फाइजर ने बहुप्रतिक्षित कोविड-19 के टीकों की पहली खेप मिशिगन गोदाम से रवाना कर दी है।
अमेरिका में एक दिन में 2.44 लाख लोगों का कोरोना परीक्षण पॉजिटिव आने के बाद दैनिक मामलों की सबसे बड़ी संख्या का नया रिकॉर्ड दर्ज हो गया है।
अमेरिका में देश के पहले कोविड-19 टीके को मंजूरी दे दी गई है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। अमेरिका के खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) ने अमेरिकी दवा कंपनी फाइजर और उसके जर्मन साझेदार बायोएनटेक द्वारा विकसित टीके के आपात स्थिति में उपयोग (ईयूए) की इजाजत दी है।
अमेरिका में शुक्रवार को देश के पहले कोविड-19 टीके को मंजूरी दे दी गई है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
ब्रिटेन में फाइजर की कोरोना वायरस वैक्सीन लगने से दो लोगों की तबीयत खराब हो गई है। जिसके बाद आनन-फानन में नेशनल हेल्थ सर्विस को चेतावनी जारी करनी पड़ी है। ब्रिटिश हेल्थ रेगुलेटरी ने बुधवार को चेतावनी जारी करते हुए कहा कि दवाओं, खाद्य पदार्थों या टीके से एलर्जी होने की शिकायत वाले लोग फाइजर/बायोनटेक के कोविड-19 टीके की खुराक नहीं लें।
अमेरिका में टीके का दाम 19.50 डॉलर है, जो वहां एक बार के भोजन का औसत दाम है। वहीं मध्यम आय वर्ग वाले देशों में इसकी कीमत और कम होगी। गरीब देशों को ये वैक्सीन बिना किसी प्रॉफिट लिए उपलब्ध कराई जाएगी
फार्मा क्षेत्र की दुनिया की दिग्गज कंपनी फाइजर का इरादा वैक्सीन को दुनियाभर में उपलब्ध कराने का है। कंपनी की भारतीय इकाई ने भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीजीसीआई) से फाइजर/बायोनटेक वैक्सीन के आपात इस्तेमाल की अनुमति मांगी है।
कंपनी ने खुलासा किया है कि वह एक नए फॉर्मूलेशन पर काम कर रही है, जिसे अत्यधिक तापमान पर स्टोर करने की जरूरत नहीं होगी और उसे सिंपल रेफ्रिजरेशन में रखा जा सकेगा।
इसके लिए भारत में भी आवेदन दिया गया है। हालांकि, एक्सपर्ट्स का कहना है कि वैक्सीन को स्टोर करने के लिए जिस इन्फ्रास्ट्रक्चर की जरूरत है, भारत के पास उसकी कमी है। ऐसे में हो सकता है कि वैक्सीन को इजाजत न मिले।
ब्रिटेन में मंगलवार सुबह कोरोना की पहली वैक्सीन देने के साथ कोरोना के टीकाकरण की शुरुआत हो गई।
उत्तर-पूर्वी इंग्लैंड के भारतीय मूल के 87 वर्षीय हरि शुक्ला दुनिया के उन कुछ पहले लोगों में शामिल होंगे, जिन्हें कोविड-19 का टीका लगेगा।
Coronavirus Vaccine: एक सूत्र ने कहा, ''फाइजर इंडिया ने भारत में उसके कोविड-19 टीके के आपातकालीन उपयोग की मंजूरी के लिए चार दिसंबर को डीजीसीआई के समक्ष आवेदन किया है।''
दवा निर्माता कंपनी फाइजर की भारतीय इकाई ने उसके द्वारा विकसित कोविड-19 टीके (Coronavirus Vaccine) के आपातकालीन इस्तेमाल की औपचारिक मंजूरी के लिए भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) के समक्ष आवेदन किया है। फाइजर ने उसके कोविड-19 टीके को ब्रिटेन और बहरीन में ऐसी ही मंजूरी मिलने के बाद यह अनुरोध किया है
फाइजर इंडिया, भारत में अपने कोविड -19 वैक्सीन के लिए आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण की मांग करने वाले ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) से संपर्क करने वाली पहली दवा फर्म बन गई है।
Coronavirus Vaccine: एक सूत्र ने कहा, ''फाइजर इंडिया ने भारत में उसके कोविड-19 टीके के आपातकालीन उपयोग की मंजूरी के लिए चार दिसंबर को डीजीसीआई के समक्ष आवेदन किया है।''
ब्रिटेन में अगले सप्ताह से पूरे देश में फाइजर की कोरोना वैक्सीन को लोगों के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। Pfizer-BioNTech कोरोना वैक्सीन को ब्रिटेन सरकार की तरफ से हरी झंडी मिल गई है।
ब्रिटेन में अगले सप्ताह से पूरे देश में फाइजर की कोरोना वैक्सीन को लोगों के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। Pfizer-BioNTech कोरोना वैक्सीन को ब्रिटेन सरकार की तरफ से हरी झंडी मिल गई है। इससे पहले जर्मनी की दवा कंपनी बायोएनटेक और उसकी साझेदार अमेरिकी दवा कंपनी फाइजर ने ‘यूरोपियन मेडिसिन्स एजेंसी’ के समक्ष कोरोना वायरस के उनके टीके को मंजूरी के लिए एक आवेदन सौंपा था। इस आवेदन की समीक्षा प्रक्रिया को पूरा करने के बाद इन दोनों कंपनियों को हरी झंडी दी गई है।
कोरोना वायरस का कहर पूरी दुनिया पर टूटा हुआ है और अब हर किसी को वैक्सीन का इंतजार है। इसके साथ ही लोग यह भी जानना चाहते हैं कि वैक्सीन के आने के बाद उसकी कीमत क्या होगी।
दवा क्षेत्र की प्रमुख कंपनी फाइजर इंक ने बायोफार्मा कंपनी एनाकोर फार्मास्युटिकल्स का करीब 5.2 अरब डॉलर के नकद सौदे में अधिग्रहण करने की घोषणा की है।
एफएमसीजी कंपनी प्रॉक्टर एंड गैंबल (पीएंडजी) ने अपने लोकप्रिय ब्रांड विक्स एक्शन 500 एक्स्ट्रा का मैन्युफैक्चरिंग तुरंत प्रभाव से बंद कर दिया है।
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