भारत में हालांकि अभीतक Pfizer की वैक्सीन को मंजूरी नहीं दी गई है। भारत में 16 जनवरी शनिवार से वैक्सीनेशन शुरू हो रहा है और देश में निर्मित वैक्सीन Covishield तथा Covaxin के इस्तेमाल की मंजूरी दी गई है।
कोविड-19 महामारी का प्रकोप करीब साल भर पहले शुरू होने के बाद से लगभग 200 टीकों को विकसित करने का काम जारी है।
दुनियाभर में कई कोरोना वैक्सीन को मंजूरी मिल चुकी है और कई देशों में लोगों को वैक्सीन देने का काम शुरू हो चुका है। इसी बीच 3 जनवरी को कोरोना वैक्सीन लेने के बाद एक डॉक्टर की मौत हो गई।
Coronavirus Vaccine Side Effects: भारत में आठ जनवरी को उत्तर प्रदेश और हरियाणा को छोड़कर सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के सभी जिलों में कोविड-19 वैक्सीनेशन का ड्राई रन किया जाएगा। हालांकि, वैक्सीन के साइड इफेक्ट के तमाम केस आए दिन सामने आ रहे हैं।
पुर्तगाल में फाइजर की कोरोनावायरस वैक्सीन का डोज लेने के दो दिनों के बाद सोनिया नाम की एक स्वास्थ्य कर्मी की मौत हो गई है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना की वैक्सीन Pfizer-BioNTech को इमरजेंसी उपयोग की इजाजत दे दी है।
अमेरिका के कैलिफोर्निया में एक कंपाउंडर (पुरुष नर्स) देश में आपातकालीन उपयोग के लिए अनुमोदित फाइजर वैक्सीन की पहली खुराक प्राप्त करने के आठ दिन बाद कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए हैं।
अमेरिका के कैलिफोर्निया में एक कंपाउंडर (पुरुष नर्स) देश में आपातकालीन उपयोग के लिए अनुमोदित फाइजर वैक्सीन की पहली खुराक प्राप्त करने के आठ दिन बाद कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए हैं।
ईडी ने पीएफआई की छात्र शाखा के नेता के.ए. राउफ शरीफ की हिरासत बढ़ाने का अनुरोध करते हुए धन शोधन रोकथाम मामलों के लिए गठित विशेष अदालत के समक्ष यह दलील दी।
अमेरिका में कोरोना वायरस से बचाव के लिए स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाने के क्रम में मंगलवार को देश के और अस्पताल कर्मियों को टीका देंगे।
वैक्सीन की पहली डोज न्यूयॉर्क की एक नर्स को दी गई है। कोरोना वैक्सीनेशन का यह कार्यक्रम लाइव टीवी पर भी दिखाया गया।
अमेरिका की दवा निर्माता कंपनी फाइजर ने बहुप्रतिक्षित कोविड-19 के टीकों की पहली खेप मिशिगन गोदाम से रवाना कर दी है।
अमेरिका में एक दिन में 2.44 लाख लोगों का कोरोना परीक्षण पॉजिटिव आने के बाद दैनिक मामलों की सबसे बड़ी संख्या का नया रिकॉर्ड दर्ज हो गया है।
अमेरिका में देश के पहले कोविड-19 टीके को मंजूरी दे दी गई है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। अमेरिका के खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) ने अमेरिकी दवा कंपनी फाइजर और उसके जर्मन साझेदार बायोएनटेक द्वारा विकसित टीके के आपात स्थिति में उपयोग (ईयूए) की इजाजत दी है।
पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के युवा नेता और महासचिव रऊफ शरीफ को तिरुअनंतपुरम एयरपोर्ट पर देश से भागने की कोशिश करते समय प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हिरासत में ले लिया।
अमेरिका में शुक्रवार को देश के पहले कोविड-19 टीके को मंजूरी दे दी गई है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
ब्रिटेन में फाइजर की कोरोना वायरस वैक्सीन लगने से दो लोगों की तबीयत खराब हो गई है। जिसके बाद आनन-फानन में नेशनल हेल्थ सर्विस को चेतावनी जारी करनी पड़ी है। ब्रिटिश हेल्थ रेगुलेटरी ने बुधवार को चेतावनी जारी करते हुए कहा कि दवाओं, खाद्य पदार्थों या टीके से एलर्जी होने की शिकायत वाले लोग फाइजर/बायोनटेक के कोविड-19 टीके की खुराक नहीं लें।
अमेरिका में टीके का दाम 19.50 डॉलर है, जो वहां एक बार के भोजन का औसत दाम है। वहीं मध्यम आय वर्ग वाले देशों में इसकी कीमत और कम होगी। गरीब देशों को ये वैक्सीन बिना किसी प्रॉफिट लिए उपलब्ध कराई जाएगी
फार्मा क्षेत्र की दुनिया की दिग्गज कंपनी फाइजर का इरादा वैक्सीन को दुनियाभर में उपलब्ध कराने का है। कंपनी की भारतीय इकाई ने भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीजीसीआई) से फाइजर/बायोनटेक वैक्सीन के आपात इस्तेमाल की अनुमति मांगी है।
कंपनी ने खुलासा किया है कि वह एक नए फॉर्मूलेशन पर काम कर रही है, जिसे अत्यधिक तापमान पर स्टोर करने की जरूरत नहीं होगी और उसे सिंपल रेफ्रिजरेशन में रखा जा सकेगा।
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