कोविड की तीसरी लहर की आशंका से कच्चे तेल में नरमी देखने को मिल रही है। हालांकि गिरावट के बावजूद ब्रेंट 70 डॉलर प्रति बैरल के करीब बना हुआ है।
कोविड की तीसरी लहर की आशंका से कच्चे तेल में नरमी देखने को मिल रही है। हालांकि गिरावट के बावजूद ब्रेंट 70 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर बना हुआ है।
इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड ने भी गुयाना से अपना पहला कच्चा तेल कार्गो जुलाई 2021 में खरीदा है और यूएस ग्रेड कच्चे तेल की वैकल्पिक खरीद के लिए यूएसए के साथ आवधिक अनुबंध किया है।
13 हफ्ते से कम के वक्त में पेट्रोल में 11.44 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि हुई है। वहीं डीजल की कीमत भी पिछले दो महीनों में 9.14 रुपये प्रति लीटर बढ़ी है।
कोविड-19 की दूसरी लहर के कारण लगाए गए प्रतिबंधों में ढील से देश में जुलाई माह के दौरान ईंधन की मांग में वृद्धि दर्ज की गई तथा पेट्रोल की खपत महामारी से पहले के स्तर पर पहुंच गई।
राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, ओडिशा, तमिलनाडु, केरल, बिहार और पंजाब सहित 15 राज्यों में पेट्रोल के दाम 100 रुपये प्रति लीटर से ऊपर चले गए हैं।
12 हफ्ते से कम के वक्त में पेट्रोल में 11.44 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि हुई है। इसी तरह, राजधानी में डीजल की कीमत भी पिछले दो महीनों में 9.14 रुपये प्रति लीटर बढ़ी है।
पेट्रोलियम मंत्री के मुताबिक फिलहाल सरकार पेट्रोल और डीजल कीमतों को एक समान बनाने की किसी योजना पर कोई विचार नहीं कर रही है।
12 हफ्ते से कम के वक्त में पेट्रोल में 11.44 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि हुई है। इसी तरह, राजधानी में डीजल की कीमत भी पिछले दो महीनों में 9.14 रुपये प्रति लीटर बढ़ी है।
पेट्रोल के दाम को लेकर जुलाई महीने की बड़ी खबर है। तेल के दाम ने आम आदमी यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि 2 समय का भोजन खाएं या अपने दूपहिया वाहन में कही काम से जाने के लिए तेल भरवाएं।
चालू वित्त वर्ष के पहले तीन माह (अप्रैल-जून) में पेट्रोल और डीजल पर कुल 94,181 करोड़ रुपये का उत्पाद शुल्क वसूला गया है।
सभी मेट्रो शहरों में पेट्रोल की कीमत 100 रुपये प्रति लीटर का स्तर पार कर चुकी है। लेकिन पिछले चार दिनों से कीमत स्थिर बनी हुई है।
सरकार ने सोमवार को कहा कि अभी तक जीएसटी परिषद ने तेल और गैस को माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के दायरे में शामिल करने की सिफारिश नहीं की है।
पेट्रोल डीजल की कीमत और बढ़ने को लेकर बड़ी खबर है। आप अपनी कार मोटरसाइकिल की टंकी अभी फुल करवा लें क्योंकि तेल कंपनियों ने तेल की कीमत बढ़ने के संबंध में बड़ा बयान जारी किया है।
तेल उत्पादक देशों द्वारा कच्चे तेल का उत्पादन बढ़ाने और कोरोना को लेकर नई चिंतायें सामने आने के बाद कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है और ब्रेंट क्रूड एक महीने के निचले स्तरों पर पहुंच गया।
वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को कहा कि भारत ने वर्ष 2023-24 तक पेट्रोल के साथ 20 प्रतिशत एथेनॉल-मिश्रण का लक्ष्य रखा है और अंतिम लक्ष्य 100 प्रतिशत इथेनॉल से चलने वाले वाहन हैं।
पेट्रोल डीजल की कीमत ने भारत के बाद पाकिस्तान में भी हाहाकार मचा रखा है। पाकिस्तान में तो लोगों का महंगाई से बहुत ज्यादा बुरा हाल है। ऐसे में इमरान खान सरकार ने लोगों पर और बोझ डाल दिया है।
क्या आप जानते हैं कि जब दिल्ली के पेट्रोल पंप पर पेट्रोल पहुंचता है तब उसकी कीमत मात्र 41.36 रुपये ही होती है।
पेट्रोल डीजल की कीमत कम करने को लेकर बड़ी खबर है। सरकार ने इस दिशा में बड़ा कदम उठाया है। सरकार काफी समय से तेल के दाम पर किसी तरह से काबू में आएं इस कोशिश में लगी हुई है।
पेट्रोल डीजल की कीमत को लेकर बड़ी खबर है। पेट्रोल डीजल के बढ़ रहे दाम ने आम आदमी का बुरा हाल कर रखा है। कुछ लोग तो अपनी व्हीकल होने के बादजूद भी उसे चलाने से पहले चार बारी सोच रहे है क्योंकि पेट्रोल की कीमत अपनी उच्चतम स्तर पर पहुंच चुकी है।
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