जून के महीने में पेट्रोल की कीमतों में मिली राहत शायद जुलाई में खत्म होती दिख रही है। शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन पेट्रोलियम कंपनियों ने कीमतों में बढ़ोत्तरी की है।
Petrol-Diesel: लगभग 5 हफ्ते तक पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती या स्थिरता के बाद तेल कंपनियों ने गुरुवार को फिर से दाम बढ़ा दिए हैं। 29 मई के बाद तेल कंपनियां या तो लगातार दाम घटा रही थीं या फिर भाव स्थिर बने हुए थे लेकिन अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में फिर से आई तेजी और घरेलू स्तर पर डॉलर के मुकाबले रुपए में आए दबाव की वजह से गुरुवरा को तेल कंपनियों ने फिर से दाम बढ़ाने का फैसला किया है।
दिल्ली सरकार ने शनिवार को विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए राज्य विधानसभा को सूचित किया कि राष्ट्रीय राजधानी की सरकार ने जनवरी 2016 से पेट्रोल और डीजल पर मूल्य वर्धित कर(वैट) नहीं बढ़ाए हैं।
कच्चे तेल की कीमतों में आ रही नरमी के चलते पेट्रोल की कीमतें लगातार 10वें दिन कम हुई हैं। 29 मई से लेकर पेट्रोल 1.01 रुपए और डीजल 73 पैसे सस्ता हो चुका है।
बुधवार को एक पैसे की कटौती बाद गुरुवार को पेट्रोल की कीमत में सात पैसे प्रति लीटर और डीजल की कीमत में पांच पैसे प्रति लीटर की कटौती की घोषणा की गयी है।
बिहार के कुछ इलाकों में पेट्रोल की बढ़ी कीमतें वरदान साबित हुई हैं। बिहार के पूर्वी चंपारण के रक्सौल के सीमावर्ती इलाके के लोग इस काम में लगे हुए हैं।
केन्द्र सरकार के मंत्री अलग-अलग बात बोल रहे हैं। जनता इसी में कन्फ्यूज है कि किसकी बात पर भरोसा करें और किसकी बात पर नहीं।
पेट्रोल-डीजल के दाम में आज लगातार 12वें दिन तेजी आई। शुक्रवार को पेट्रोल की कीमत 32 पैसे प्रति लीटर और डीजल की कीमत 18 पैसे प्रति लीटर बढ़ी है। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) के मुताबिक शुक्रवार को सुबह 6 बजे से नई कीमतें पूरे देशभर में प्रभावी हो गई हैं।
तेल की कीमत में ऐसी आग लगी है कि इन दिनों सुबह-सुबह लोगों को चाय-नाश्ते के बजाय तेल की कीमत जानने में दिलचस्पी रहती है। तेल की बढ़ती कीमत का अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि जो पेट्रोल दिल्ली में 15 मई को 74 रुपये 95 पैसे प्रति लीटर बिक रहा था उसमें तीन रुपये से ज्यादा का इजाफा हो चुका है।
चारों महानगरों में मंगलवार को तेल की कीमतों में करीब 30 पैसे की वृद्धि हुई। दिल्ली में मंगलवार को पेट्रोल की कीमत बढ़कर 76.87 प्रति लीटर और मुंबई में 84.70 प्रति लीटर पर पहुंच गया। चिंदबरम ने कहा, "सरकार को पेट्रोल पर प्रति लीटर 25 रुपये का मुनाफा हो रहा है। यह पैसों पर आम उपभोक्ताओं का हक है।"
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में आज लगातार 10वें दिन बढ़ोतरी की गई है, 12 मई को कर्नाटक में विधानसभा चुनावों के मतदान के बाद 14 मई से तेल कंपनियों ने दाम बढ़ाना शुरू कर दिए थे और आज लगातार 10वें दिन पेट्रोल और डीजल के भाव में बढ़ोतरी की गई है। बीते 10 दिन में पेट्रोल की कीमतों में 2.51 रुपए से लेकर 2.68 रुपए प्रति लीटर का इजाफा हुआ है जबकि डीजल की कीमतों में 2.26 रुपए से लेकर 2.58 रुपए तक की बढ़ोतरी की गई है
देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों से तय होती हैं लेकिन दुनिया के कई देश ऐसे भी हैं जहां पर पेट्रोल हमारी तुलना में बेहद कम कीमत में मिलता है।
रविवार को दिल्ली में पेट्रोल के भाव का रिकॉर्ड टूटने के बाद आज सोमवार को नया रिकॉर्ड बना है। इंडियन ऑयल की वेबसाइट के मुताबिक आज मंगलवार को दिल्ली में पेट्रोल की कीमतों में फिर से 33 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है और भाव बढ़कर 76.57 रूपए प्रति लीटर हो गया है जो अबतक का सबसे ऊपरी स्तर है। रविवार को भी दिल्ली में पेट्रोल की कीमतों में 33 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई थी। डीजल के दाम पहले ही हर रोज नई रिकॉर्ड ऊंचाई छू रहे हैं
देश में डीजल की कीमतें पहले ही रिकॉर्ड स्तर तक पहुंच गई हैं और गुरुवार को लगातार चौथे दिन दाम बढ़ने के बाद अब पेट्रोल भी रिकॉर्ड तोड़ने के करीब पहुंच गया है। तेल कंपनियों ने गुरुवार को एक बार फिर से पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाने की घोषणा कर दी है। तेल कंपनियों ने पेट्रोल के दाम में 22-23 पैसे और डीजल के दाम में 22-24 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी का ऐलान किया है
पेट्रोल और डीजल की कीमतों को लेकर लगातार दूसरे दिन ग्राहकों की जेब पर मार पड़ी है, करीब 3 हफ्ते बाद सोमवार को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में पहली बार बढ़ोतरी के बाद ऑयल मार्केटिंग कंपनियों की तरफ से आज मंगलवार को भी दाम बढ़ा दिए गए हैं। इस बढ़ोतरी के बाद देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल का दाम 56 महीने की नई ऊंचाई और डीजल का दाम नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में एक पखवाड़े से भी कम समय को देखते हुए सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के दाम में प्रतिदिन होने वाले संशोधन को रोक दिया है।
मौजूदा समय में अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का भाव 75 डॉलर प्रति बैरल के करीब है और घरेलू स्तर पर पेट्रोल का दाम 75-80 रुपए प्रति लीटर है, अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का दाम 300 डॉलर तक पहुंचता है तो घरेलू स्तर पर पेट्रोल की कीमतों के भी 300 रुपए प्रति लीटर के पार पहुंचने से इनकार नहीं किया जा सकता।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 75 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच गए हैं जो नवंबर 2014 के बाद सबसे अधिक कीमत है। कच्चे तेल की कीमतों में आई इस तेजी की वजह से ऑयल मार्केटिंग कंपनियों की लागत बढ़ेगी
पेट्रोल और डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों से राहत मिलन की उम्मीद कम है, वित्त मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा है कि फिलहाल सरकार पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में कटौती पर विचार नहीं कर रही है।
सरकार ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में जब से रोजाना बदलाव करना शुरू किया है तब से लेकर अबतक इनकी कीमतों में जो बढ़ोतरी हुई है वह किसी भी एक साल में हुई अबतक की सबसे ज्यादा बढ़ोतरी है
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