पिछले हफ्ते, सीतारमण ने कहा था कि क्रूड ऑयल, पेट्रोल, डीजल, जेट फ्यूल और नैचूरल गैस को गुड्स एंड सर्विस टैक्स के दायरे में लाने का अभी कोई प्रस्ताव नहीं है।
पेट्रोल, डीजल और प्राकृति गैस पर संग्रहित कर का प्रतिशत सरकार के कुल राजस्व में 2014-15 के दौरान 5.4 प्रतिशत था जो चालू वित्त वर्ष में बढ़कर 12.2 प्रतिशत हो गया है।
कच्चा तेल फिलहाल 65 डॉलर प्रति बैरल के स्तर से नीचे आ गया है। 3 मार्च को कीमत 70 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुंच गई थी, यानि कीमतों में इस दौरान 7 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट दर्ज हो चुकी है।
दिल्ली में पेट्रोल का दाम 91.17 रुपये जबकि डीजल का दाम 81.47 रुपये प्रति लीटर है।
27 फरवरी के बाद से कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। हालांकि इस दौरान कच्चा तेल 8 प्रतिशत महंगा होकर 69 के स्तर के करीब है। फरवरी के दौरान कुल 14 दिन पेट्रोल और डीजल के दाम में बढ़त देखने को मिली हालांकि इस दौरान कीमतों में कटौती नहीं की गई।
देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतें 27 फरवरी से एक समान बनी हुई हैं लेकिन आज लोकसभा में सरकार ने स्वीकार किया कि पेट्रोल-डीजल से उसकी अच्छी खासी कमाई हो रही है।
वर्तमान में पाकिस्तान में पेट्रोल की कीमत 111.90 रुपये लीटर, हाई स्पीड डीजल 116.07 रुपये लीटर, लाइट डीजल ऑयल 79.23 रुपये लीटर और केरोसिन तेल 80.19 रुपये लीटर बिक रहा है।
27 फरवरी के बाद से कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। हालांकि इस दौरान कच्चा तेल 8 प्रतिशत से ज्यादा महंगा हुआ है। इससे पहले बीते महीने में कुल 14 दिन पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़े थे।
महामारी के बाद अर्थव्यवस्थाओं में रिकवरी से कच्चे तेल की मांग बढ़ने और तेल उत्पादक देशों के द्वारा उत्पादन में कटौती से कीमतों में तेजी देखने को मिली है। जिसका असर घरेलू कीमतों पर देखने को मिल रहा है।
27 फरवरी के बाद से कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। हालांकि इस दौरान कच्चा तेल 5 प्रतिशत से ज्यादा महंगा हुआ है। इससे पहले बीते महीने में कुल 14 दिन पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़े थे।
27 फरवरी के बाद से कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। वहीं बीते महीने में कुल 14 दिन पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़े थे, वहीं इस दौरान एक बार भी कीमतो में कटौती नहीं की गई।
पेट्रोल डीजल की बढ़ी हुई कीमतों ने जनता का बुरा हाल कर रखा है। लेकिन अगर आपको 75 रुपए और 68 रुपए कमश: मिलेगा तो इससे अच्छा क्या होगा।
पेट्रोल की खुदरा कीमत में केंद्र व राज्य सरकार के टैक्स का हिस्सा 60 प्रतिशत, जबकि डीजल की खुदरा कीमत में 54 प्रतिशत है। दिल्ली में पेट्रोल का भाव 91.17 रुपये प्रति लीटर और डीजल का दाम 81.47 रुपये प्रति लीटर है।
फरवरी के महीने में कुल 14 दिन पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़े थे, वहीं इस दौरान एक बार भी कीमतो में कटौती नहीं की गई। इस दौरान पेट्रोल की कीमत में 3.87 रुपये प्रति लीटर और डीजल के दाम में 4 रुपये की बढ़त देखने को मिल चुकी है।
हिसार में एक खाप पंचायत ने शनिवार को तय किया कि वो कृषि कानूनों और बढ़े हुए पेट्रोल-डीजल और गैस के दाम के विरोध में दूध के दाम में बढ़ोतरी करेंगे। पंचायत के प्रवाक्ता ने कहा कि हमने 100 / लीटर की कीमत पर दूध देने का फैसला किया है। हम डेयरी किसानों से सरकारी सहकारी समितियों को समान मूल्य पर दूध बेचने का आग्रह करते हैं।
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शुक्रवार को कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में पेट्रोलियम पदार्थों की कीमत में बढ़ोतरी होने से इसका असर उपभोक्ताओं पर भी पड़ रहा है।
कोरोना वायरस महामारी को ध्यान में रखते हुए राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने और अन्य विकास कार्यों को पूरा करने के लिए धन की आवश्यकता है।
यदि कच्चे तेल का दाम 60 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर अधिक समय तक बना रहता है, तब सरकार को क्रूड ऑयल पर कस्टम ड्यूटी को घटाना चाहिए।
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमत में वृद्धि होने की वजह से घरेलू बाजार में पेट्रोल और डीजल के उपभोक्ता मूल्य में बढ़ोतरी हो रही है।
पिछले 13 बार की बढ़त में पेट्रोल 3 रुपये प्रति लीटर से ज्यादा महंगा हो गया है। वहीं डीजल में साढ़े 3 रुपये प्रति लीटर से ज्यादा की बढ़त देखने को मिल चुकी है।
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