गुरुवार के कारोबार में ब्रेंट क्रूड 62.52 के निचले स्तरों तक पहुंच गया। बुधवार को ब्रेंट 63.16 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर बंद हुआ था। 17 मार्च से ब्रेंट क्रूड 65 डॉलर प्रति बैरल के स्तर से नीचे बना हुआ है।
पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने रविवार को कहा कि पेट्रोल डीजल और रसोई गैस की कीमतों में अब कटौती की शुरुआत हो चुकी है। आने वाले समय में इसमें और कटौती होगी।
बीते 10 दिनों से ब्रेंट क्रूड की कीमतें 65 डॉलर प्रति बैरल के स्तर से नीचे चल रही हैं। हालांकि बीते महीने कीमतें 71 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गई थीं। आने वाले समय में उत्पादन बढ़ने से कीमतों में और गिरावट दर्ज हो सकती है।
पाकिस्तान में पिछले चार माह के दौरान पहली बार पेट्रोलियम उत्पादों की कीमत में कटौती की गई है।
पेट्रोल डीजल की महंगाई से परेशान आम जनता को बुधवार को राहत मिली है।
कच्चा तेल फिलहाल 65 डॉलर प्रति बैरल के स्तर से नीचे कारोबार कर रहा है। 3 मार्च को कीमत 70 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुंच गई थी, वहीं बीते हफ्ते कीमत 60 डॉलर प्रति बैरल के करीब आ गई थी।
कच्चा तेल फिलहाल वापस 65 डॉलर प्रति बैरल के स्तर के करीब आ गया है। बीते सत्र में इसमें 4 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़त देखने को मिली है। 3 मार्च को कीमत 70 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुंच गई थी। वहीं इस हफ्ते कीमतें 61 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ गई थीं।
गुरुवार को लगातार दूसरे दिन पेट्रोल और डीजल की कीमतों में थोड़ी राहत मिली। देश की राजधानी दिल्ली में लगातार दो दिनों में पेट्रोल 39 पैसे प्रति लीटर सस्ता हो गया है और डीजल का भाव 37 पैसे प्रति लीटर घट गया है।
पेट्रोल के दाम में दिल्ली और मुंबई में 21 पैसे, कोलकाता में 20 पैसे जबकि चेन्नई में 18 पैसे प्रति लीटर की कटौती की गई।
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में आज कटौती की गई है। बुधवार को जारी नए रेट के मुताबिक डीजल 17 और पेट्रोल 18 पैसे सस्ता हुआ है। जानकारों की माने तो क्रूड कीमतों में मौजूदा गिरावट जारी रही तो कीमतों में जल्द और राहत भी मिल सकती है।
Petrol Diesel: भाजपा के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने बुधवार को सदन में कहा, "बार-बार एक बात आती है कि पेट्रोल-डीजल को जीएसटी में डाल दिया जाए। अगर जीएसटी में पेट्रो उत्पादों को डाल दिया गया तो राज्यों को हर साल दो से ढाई लाख करोड़ से ज्यादा के नुकसान की भरपाई कहां से होगी? पेट्रोल-डीजल से केंद्र और राज्यों को करीब 60 प्रतिशत रेवेन्यू और लगभग पांच लाख करोड़ रुपये प्रति वर्ष मिलते हैं।"
पिछले हफ्ते, सीतारमण ने कहा था कि क्रूड ऑयल, पेट्रोल, डीजल, जेट फ्यूल और नैचूरल गैस को गुड्स एंड सर्विस टैक्स के दायरे में लाने का अभी कोई प्रस्ताव नहीं है।
पेट्रोल, डीजल और प्राकृति गैस पर संग्रहित कर का प्रतिशत सरकार के कुल राजस्व में 2014-15 के दौरान 5.4 प्रतिशत था जो चालू वित्त वर्ष में बढ़कर 12.2 प्रतिशत हो गया है।
कच्चा तेल फिलहाल 65 डॉलर प्रति बैरल के स्तर से नीचे आ गया है। 3 मार्च को कीमत 70 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुंच गई थी, यानि कीमतों में इस दौरान 7 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट दर्ज हो चुकी है।
दिल्ली में पेट्रोल का दाम 91.17 रुपये जबकि डीजल का दाम 81.47 रुपये प्रति लीटर है।
27 फरवरी के बाद से कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। हालांकि इस दौरान कच्चा तेल 8 प्रतिशत महंगा होकर 69 के स्तर के करीब है। फरवरी के दौरान कुल 14 दिन पेट्रोल और डीजल के दाम में बढ़त देखने को मिली हालांकि इस दौरान कीमतों में कटौती नहीं की गई।
देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतें 27 फरवरी से एक समान बनी हुई हैं लेकिन आज लोकसभा में सरकार ने स्वीकार किया कि पेट्रोल-डीजल से उसकी अच्छी खासी कमाई हो रही है।
वर्तमान में पाकिस्तान में पेट्रोल की कीमत 111.90 रुपये लीटर, हाई स्पीड डीजल 116.07 रुपये लीटर, लाइट डीजल ऑयल 79.23 रुपये लीटर और केरोसिन तेल 80.19 रुपये लीटर बिक रहा है।
27 फरवरी के बाद से कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। हालांकि इस दौरान कच्चा तेल 8 प्रतिशत से ज्यादा महंगा हुआ है। इससे पहले बीते महीने में कुल 14 दिन पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़े थे।
महामारी के बाद अर्थव्यवस्थाओं में रिकवरी से कच्चे तेल की मांग बढ़ने और तेल उत्पादक देशों के द्वारा उत्पादन में कटौती से कीमतों में तेजी देखने को मिली है। जिसका असर घरेलू कीमतों पर देखने को मिल रहा है।
संपादक की पसंद