Tips for Child Education: बच्चों की शिक्षा के लिए जितनी जल्दी प्लानिंग शुरू की जा सके। उतना ही अच्छा होता है। आज हम इस आर्टिकल में बच्चों की शिक्षा के प्लानिंग के लिए कुछ फाइनेंसियल टिप्स बताने जा रहे हैं।
Instant Loan लेना जितना आसान होता है चुकाना उतना ही मुश्किल हो जाता है। आज हम इस आर्टिकल में उन बिंदुओं के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं जो कि आपको ऑनलाइन या इंस्टेंट लोन लेते समय ध्यान रखने चाहिए।
हाल के वर्षों में, गोल्ड ईटीएफ और सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड जैसे डिजिटल गोल्ड वाहनों के आगमन के साथ, सोना रखना आसान और कम महंगा हो गया है। इमरजेंसी जैसी स्थिति में आप सोने को बेचकर या उसके बदले लोन लेकर सोने का लाभ उठा सकते हैं।
पर्सनल लोन में आपको एकमुश्त राशि बैंक की ओर से दी जाती है। इसको चुकाने की एक तय सीमा होती है।वहीं, ओवरड्राफ्ट में, ब्याज राशि की गणना उपयोग की गई राशि और उपयोग किए गए दिनों की संख्या के आधार पर दैनिक आधार पर की जाती है।
पैसा बचाते समय सबसे जरूरी यह है कि बचत के लिए निर्धारित पैसे को न छूने की दृढ़ इच्छा शक्ति का इस्तेमाल करें। एक और अच्छी रणनीति यह है कि अपने परिवार के सदस्यों को अपनी बचत की आदत में शामिल करें।
Credit Score आज के समय में काफी जरूरी है। खराब क्रेडिट स्कोर होने पर आपका लोन आवेदन भी रद्द हो सकता है। इस आर्टिकल में हम आपको क्रेडिट स्कोर बढ़ाने के तरीकों के बारे में बताने जा रहे हैं।
आपने गौर किया होगा कि कुछ लोग ज्यादा सफेद रंग के कपड़े पहनना पसंद करते हैं। लेकिन, कभी आपने सोचा है कि ऐसा क्यों होता है। आपका दिमाग क्या सोचकर ये करता (What is the psychology of wearing white) है, आइए जानते हैं।
NPS New Rule: एनपीएस से आंशिक निकासी का नया नियम आने के बाद आप अपने योगदान में से केवल 25 प्रतिशत की निकासी कर सकते हैं।
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) फिलहाल 31 जनवरी 2024 तक पर्सनल लोन के बदले किसी भी तरह की प्रोसेसिंग फीस या कोई दूसरा चार्ज नहीं ले रहा है। कई बैंक आपसे प्रोसेसिंग फीस ले सकते हैं।
Personal Loan में ब्याज दर काफी अहम होती है। सभी बैंकों की ब्याज दर तुलना करने के बाद ही पर्सनल लोन लेना चाहिए।
आप आसानी से भारत सरकार के उमंग ऐप के माध्यम से चुटकियों में ईपीएफ बैलेंस पता कर सकते हैं। इसका पूरा प्रोसेस हम इस आर्टिकल में बताने जा रहे हैं।
एनपीएस को ब्याज और पेंशन के साथ शामिल किया जा सकता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि 75 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों को एनपीएस से हासिल आय पर रिटर्न दाखिल न करना पड़े।
Personal Loan लोन लेना इस वर्ष महंगा हो सकता है। इसकी वजह आरबीआई की ओर से रिस्क वेटेज को बढ़ाकर 100 प्रतिशत से 125 प्रतिशत करना है।
एक समझदारी भरे फैसले से अगर आप हर महीने अपना खर्च करते हैं और बचाते हैं तो इससे आप मानसिक और आर्थिक तौर पर सुकून महसूस करते हैं। आपको अपनी टैक्स के बाद इनकम को तीन व्यापक कैटेगरी में अलग करना चाहिए।
'पेपरलेस' का मतलब 'कोई पेपर नहीं' है; बल्कि, यह दर्शाता है कि आवेदक व्यक्तिगत ऋण आवेदन ऑनलाइन कर सकते हैं और पारंपरिक कागज-आधारित प्रक्रिया की जगह, आवश्यक दस्तावेजों की डिजिटल प्रतियां जमा कर सकते हैं।
पर्सनल लोन लेने से पहले आपको सभी बैंकों की ब्याज दर की तुलना करनी चाहिए, जिससे कि आपके अपने लोन पर कम से कम ईएमआई का भुगतान करना पड़े।
लोन लेने से पहले खुद से यह सवाल जरूर करें कि क्या यह जरूरी है? क्या इसके बिना आपका काम नहीं चल सकता? लोन के बजाय दूसरे विकल्पों से अगर आपकी आर्थिक जरूरत पूरी हो सके, तो उन पर जरूर विचार करें।
अर्ली रिटायरमेंट के लिए इस समय फायर स्ट्रेटेजी काफी पॉपुलर हो रही है। इस स्ट्रेटेजी के 3 सिद्धांत होते हैं। पहला- अपनी इनकम का 50 से 70% हिस्सा बचाना शुरू करें। दूसरा- अपने खर्चों को कम करें और आर्थिक अनुशासन दिखाएं। तीसरा- अपनी बचत को सही जगह पर इन्वेस्ट करें।
NPS Rule Change: पीएफआरडीए की ओर से एनपीएस के नियम में बड़ा बदलाव किया गया है। इसे लेकर सर्कुलर भी जारी कर दिया है।
एसआईपी के जरिये निवेश में कंपाउंडिंग की शक्ति आपको समय के साथ अपने रिटर्न को बढ़ाने में मदद करती है। एसआईपी के जरिये इक्विटी फंड में निवेश करना समय के साथ पैसे बनाने का एक सुविधाजनक तरीका है।
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