बहुत सारे बैंक बदलते दौर में क्रेडिट स्कोर की जगह लोन लेने वाले की रीपेमेंट कैपेसिटी को देख कर लोन दे रहे हैं। यह तरीका ट्रैडिशनल लेंडिंग से अलग है, जिसमें लोन सेक्शन मुख्य रूप से क्रेडिट स्कोर पर निर्भर करता है।
जब आप 30 साल की उम्र में आ जाते हैं तो आपकी फानेंशियल प्लानिंग में लाइफ इंश्योरेंस यानी जीवन बीमा पॉलिसी, हेल्थ इंश्योरेंस सहित कुछ खास इंश्योरेंस पॉलिसी होनी चाहिए।
अगर आप यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस पॉलिसी (यूएलआईपी) खरीद रहे हैं तो अलग-अलग शुल्क, फंड ऑप्शन, फंड स्विच करने से जुड़े सवाल जरूर पूछें। जब भी आप बीमा पॉलिसी खरीदने के लिए फॉर्म भर रहे हों तो इसे पूरी तरह से और सही जानकारियों के साथ भरें।
आपकी वित्तीय स्थिरता और रीपेमेंट क्षमता को वेरिफाई करने के लिए बैंक को आपके अलग-अलग डॉक्यूमेंट्स की जरूरत पड़ती है। इन डॉक्यूमेंट्स को सावधानीपूर्वक व्यवस्थित और आसानी से उपलब्ध होने से स्वीकृति प्रक्रिया में तेज़ी आ सकती है।
फिक्स्ड डिपोजिट में निवेश आपको गारंटीड रिटर्न देता है। आप चाहें तो बैंक, पोस्ट ऑफिस या एनबीएफसी में से कहीं भी एफडी में पैसा जमा कर सकते हैं। फिलहाल कुछ बड़े बैंक काफी आकर्षक ब्याजज ऑफर कर रहे हैं।
कर्जदाता आपकी भुगतान क्षमता को परखने के लिए आपकी आय को भी देखते हैं। इसलिए, जब आप ऑनलाइन लोन एप्लीकेशन फॉर्म फाइल करें, तब आप न केवल अपनी नियमित सैलरी के बारे में उल्लेख करें बल्कि अपने अन्य सभी आय के स्रोतों की भी जानकारी दें।
ज्वाइंट होम लोन लेना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। हां, इसके लिए अप्लाई करने से पहले की बातों पर गौर करना जरूरी है। होम लोन का समय पर पुनर्भुगतान सभी सह-आवेदकों की सामूहिक और व्यक्तिगत जिम्मेदारी है।
कोई भी बैंक लोन देने से पहले ऋण-से-आय अनुपात (डीटीआई) की आंकता है। एक debt-to-income ratio आसानी से लोन दिला देता है। इस अनुपात की गणना करने के लिए, अपनी कुल मासिक ऋण भुगतान को अपनी मासिक आय (करों से पहले) से विभाजित करें।
Personal Loan Interest Rate : एक्सिस बैंक पर्सनल लोन पर 10.49 फीसदी की शुरुआती ब्याज दर ऑफर कर रहा है। वहीं, एचडीएफसी बैंक की ब्याज दर 10.50 फीसदी से शुरू हो रही है।
पर्सनल लोन का आपकी क्रेडिट प्रोफाइल पर काफी असर होता है। इसके बारे में हम इस लिस्ट में विस्तार से बताने जा रहे हैं।
पर्सनल लोन लेने के लिए एक मजबूत क्रेडिट स्कोर आवश्यक होता है। लेकिन कुछ तरीके अपनाकर कम क्रेडिट स्कोर पर भी पर्सनल लोन ले सकते हैं।
पार्ट टाइम जॉब करते हैं तो भी ले सकते हैं पर्सनल लोन। कई बैंक आसानी से लोन मुहैया करा रहे हैं।
Personal Loan: पर्सनल लोन बैंक और व्यक्ति के बीच एग्रीमेंट के आधार पर दिया जाता है। इस कारण आमतौर पर इसे ट्रांसफर नहीं किया जा सकता है।
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम में कम से कम 1000 रुपये निवेश कर सकते हैं। साथ ही 1000 के मल्टीपल में आप मैक्सिमम 30 लाख रुपये इस स्कीम में जमा कर सकते हैं।
Personal Loan एक अनसिक्योर्ड लोन होता है और 720 से लेकर 750 के क्रेडिट स्कोर पर आसानी से पर्सनल लोन मिल जाता है।
यह भारत सरकार की सेविंग स्कीम है। यानी आपको अपने पैसों की कोई चिंता नहीं करनी है, वह पूरी तरह सुरक्षित भी रहेंगे। स्कीम पर ब्याज दर भारत सरकार (वित्त मंत्रालय) ही समय-समय पर तय करती है। कम से कम 1000 रुपये निवेश कर सकते हैं और 100 के मल्टीपल में चाहे आप जितनी रकम हो, निवेश कर सकते हैं।
नेशनल पेंशन सिस्टम एक सरकार द्वारा प्रायोजित और बाजार से जुड़ी पेंशन योजना है। पब्लिक प्रोविडेंट फंड सरकार द्वारा वित्त पोषित योजना है जो चक्रवृद्धि ब्याज के जरिये आपके निवेश पर गारंटीकृत रिटर्न प्रदान करती है।
अगर आपके पास कुछ चेक के पेज हैं जिनका इस्तेमाल नहीं किया गया है, तो आपको उन्हें भी कलेक्ट करना चाहिए। नो ड्यूज सर्टिफिकेट और बिना इस्तेमाल किए चेक के पन्ने, आमतौर पर, लोन को बंद करने की प्रक्रिया के आखिरी स्टेप का प्रतीक है।
वैसे भारतीय जो 18-50 साल की आयु वर्ग के हैं और उनका बैंक में या पोस्ट ऑफिस में बचत खाता है, इस योजना का लाभ ले सकते हैं। सालाना प्रीमियम के भुगतान के आधार पर 1 जून से 31 मई तक कवरेज वैलिड रहता है।
बैंक अक्सर बेरोजगार आवेदकों के लिए सख्त पात्रता मानदंड लागू करते हैं, जिसमें उच्च क्रेडिट स्कोर सीमा और कम ऋण राशि शामिल होती है। नौकरी नहीं होने पर बढ़े हुए जोखिम के कारण, बेरोजगार व्यक्तियों के व्यक्तिगत ऋण आम तौर पर नौकरी वाले की तुलना में अधिक ब्याज पर दी जाती है।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़