बहुत सारे बैंक बदलते दौर में क्रेडिट स्कोर की जगह लोन लेने वाले की रीपेमेंट कैपेसिटी को देख कर लोन दे रहे हैं। यह तरीका ट्रैडिशनल लेंडिंग से अलग है, जिसमें लोन सेक्शन मुख्य रूप से क्रेडिट स्कोर पर निर्भर करता है।
कर्जदाता आपकी भुगतान क्षमता को परखने के लिए आपकी आय को भी देखते हैं। इसलिए, जब आप ऑनलाइन लोन एप्लीकेशन फॉर्म फाइल करें, तब आप न केवल अपनी नियमित सैलरी के बारे में उल्लेख करें बल्कि अपने अन्य सभी आय के स्रोतों की भी जानकारी दें।
कोई भी बैंक लोन देने से पहले ऋण-से-आय अनुपात (डीटीआई) की आंकता है। एक debt-to-income ratio आसानी से लोन दिला देता है। इस अनुपात की गणना करने के लिए, अपनी कुल मासिक ऋण भुगतान को अपनी मासिक आय (करों से पहले) से विभाजित करें।
Personal Loan Interest Rate : एक्सिस बैंक पर्सनल लोन पर 10.49 फीसदी की शुरुआती ब्याज दर ऑफर कर रहा है। वहीं, एचडीएफसी बैंक की ब्याज दर 10.50 फीसदी से शुरू हो रही है।
पर्सनल लोन का आपकी क्रेडिट प्रोफाइल पर काफी असर होता है। इसके बारे में हम इस लिस्ट में विस्तार से बताने जा रहे हैं।
पर्सनल लोन लेने के लिए एक मजबूत क्रेडिट स्कोर आवश्यक होता है। लेकिन कुछ तरीके अपनाकर कम क्रेडिट स्कोर पर भी पर्सनल लोन ले सकते हैं।
पार्ट टाइम जॉब करते हैं तो भी ले सकते हैं पर्सनल लोन। कई बैंक आसानी से लोन मुहैया करा रहे हैं।
Personal Loan: पर्सनल लोन बैंक और व्यक्ति के बीच एग्रीमेंट के आधार पर दिया जाता है। इस कारण आमतौर पर इसे ट्रांसफर नहीं किया जा सकता है।
Personal Loan एक अनसिक्योर्ड लोन होता है और 720 से लेकर 750 के क्रेडिट स्कोर पर आसानी से पर्सनल लोन मिल जाता है।
अगर आपके पास कुछ चेक के पेज हैं जिनका इस्तेमाल नहीं किया गया है, तो आपको उन्हें भी कलेक्ट करना चाहिए। नो ड्यूज सर्टिफिकेट और बिना इस्तेमाल किए चेक के पन्ने, आमतौर पर, लोन को बंद करने की प्रक्रिया के आखिरी स्टेप का प्रतीक है।
बैंक अक्सर बेरोजगार आवेदकों के लिए सख्त पात्रता मानदंड लागू करते हैं, जिसमें उच्च क्रेडिट स्कोर सीमा और कम ऋण राशि शामिल होती है। नौकरी नहीं होने पर बढ़े हुए जोखिम के कारण, बेरोजगार व्यक्तियों के व्यक्तिगत ऋण आम तौर पर नौकरी वाले की तुलना में अधिक ब्याज पर दी जाती है।
बड़े लोन में डिफ़ॉल्ट का खतरा रहता है। इसके चलते इंश्योरेंस कंपनी बड़े लोन के इंश्योरेंस पर अधिक प्रीमियम वसूलती है।
अधिक ब्याज वाले लोन जल्द चुकाने से आपको अच्छी बचत हो जाएगी। यह आप पर वित्तीय बोझ को कम करेगा। होम लोन पर ब्याज की दर कम होती है। इसएि उसे जल्द चुकाने की कोशिश नहीं करें।
Personal Loan Hidden Charge: पर्सनल लोन में बैंकों और एनबीएफसी कंपनियों की ओर से कई ऐसे चार्जेस वसूले जाते हैं। जो कि ग्राहकों पर अधिक आर्थिक बोझ डालते हैं।
जीवन अनिश्चितताओं से भरा है। हमें किसी भी वक्त अपनी क्षमता से अधिक पैसों की जरूरत पड़ सकती है। इस काम में हमारी मदद करता है पर्सनल लोन। देश की बैंकिंग प्रणाली में पर्सनल लोन सबसे अधिक उपयोग किया जाने वाला टूल है।
जब हम कई लोन को एक साथ चुकाने के बारे में सोच रहे हैं तो यह आवश्यक है कि आपको अपने लोन की पूरी समझ हो। यह भी जानकारी हो कि आप एक साथ इसे कैसे मैनेज करेंगे। कई लोन को एक साथ करने में सभी मौजूदा लोन की ईएमआई के साथ एक चुकाना होता है। यह रीपेमेंट प्रक्रिया को सरल बनाता है और कई लाभ भी प्रदान करता है।
Personal Loan: पर्सनल लोन लेते समय ये काफी अहम फेक्टर होता है कि आपको कितने तक का लोन मिल सकता है। आज हम इस आर्टिकल में इसके बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं।
मुश्किल समय में जब पैसों की जरूरत होती है तो तब पर्सनल लोन (Personal Loan) आसानी से विकल्प बन जाता है। बदलते दौर में पर्सनल लोन लेने वाले तेजी से बढ़े हैं। हालांकि, कुछ बातों का ख्याल रखकर सस्ता पर्सनल लोन लिया जा सकता है।
Instant Loan लेना जितना आसान होता है चुकाना उतना ही मुश्किल हो जाता है। आज हम इस आर्टिकल में उन बिंदुओं के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं जो कि आपको ऑनलाइन या इंस्टेंट लोन लेते समय ध्यान रखने चाहिए।
पर्सनल लोन में आपको एकमुश्त राशि बैंक की ओर से दी जाती है। इसको चुकाने की एक तय सीमा होती है।वहीं, ओवरड्राफ्ट में, ब्याज राशि की गणना उपयोग की गई राशि और उपयोग किए गए दिनों की संख्या के आधार पर दैनिक आधार पर की जाती है।
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