सार्वजनिक भविष्य निधि (PPF) अकाउंट को लेकर जारी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि इसमें अकाउंट (PPF Account) को समय से पहले बंद करने के बारे में कुछ बदलाव हुए हैं।
Mutual Fund Tips: म्यूचुअल फंड में एसआईपी के जरिए आप बड़ा फंड तैयार कर सकते हैं। इसके कुछ टिप्स हम अपने इस आर्टिकल में विस्तार से बताने जा रहे हैं।
एसएलडब्ल्यू (Systematic Lump Sum Withdrawal) के जरिये निकासी प्रक्रिया (NPS withdrawal new rule) को एक बार चुना जा सकता है।
नो कॉस्ट ईएमआई पर शॉपिंग के लिए नाममात्र का प्रोसेसिंग चार्ज देना पड़ सकता है। आमतौर पर खरीद मूल्य के 2-3 प्रतिशत की सीमा में इसके लिए एडवांस में पेमेंट करना होता है।
सिर्फ विवाहित जोड़े और कम से कम एक बच्चा मिलकर हिन्दू अविभाजित फैमिली क्रिएट कर सकते हैं। एचयूएफ को क्रिएट करने के लिए, फैमिली के कर्ता या प्रमुख को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को एक शपथ-पत्र देना होता है।
अगर आप किसी कारण से समय पर लोन की ईएमआई नहीं चुका पा रहे हैं। हम इस आर्टिकल में कुछ टिप्स बता रहे हैं, जिससे आपको राहत मिलेगी।
आपने भी अगर अपने अंदर फाइनेंशियल बुराइयों (Financial Mistakes) को जगह दी है तो याद रखें यह आपके मनी मैनेजमेंट को तहस नहस कर सकता है। उम्मीद से जल्दी आपकी जेब खाली हो सकती है।
जरूरतें, बचत और चाहत की कैटेगरी में मंथली खर्च को बांटकर आप शानदार फाइनेंशियल प्लानिंग कर सकते हैं। इससे आप आर्थिक तौर पर कभी दबाव महसूस नहीं करेंगे।
म्य़ुचूअल फंड्स के यूनिट बेचे बिना लोन की सुविधा का फायदा लेने के लिए एप्लीकेंट को 18 साल से ज्यादा उम्र का होना चाहिए। आप मिनिमम 25000 रुपये और मैक्सिमम 5 करोड़ रुपये तक का लोन ले सकते हैं।
पीपीएफ से आप बिना जोखिम उठाए आसानी से अपने करोड़पति बनने का सपना साकार कर सकते हैं। इसके लिए आपको सही प्लानिंग के साथ हर महीने नियमित निवेश करना होगा।
यह स्कीम रिटायरमेंट के बाद 1000 रुपये, 2000 रुपये, 3000 रुपये, 4000 रुपये और 5000 रुपये हर महीने न्यूनतम पेंशन गारंटी का ऑप्शन उपलब्ध कराती है।
कई छोटी बचत योजनाएं जैसे पीपीएफ (PPF) और एससीएसएस (SCSS) के तहत आप इनकम टैक्स की छूट भी ले सकते हैं। इन स्कीम्स से आप अपने पोर्टफोलियो का डाइवर्सिफाई कर सकते हैं।
आपकी जितनी इनकम है, उस मुताबिक, बजट बनाएं, अपने खर्चों पर नज़र रखें और गैर-जरूरी खर्चों पर बचत और निवेश को प्राथमिकता दे। यह बेहद जरूरी है। आर्थिक तौर पर ये बातें आपके जीवन को आसान बना देंगे।
पोस्ट ऑफिस में इन दोनों स्कीम में निवेश का विकल्प मिलता है। आप आसानी से यहां अपना अकाउंट ओपन करा सकते हैं। निवेश के तरीके पर आप रिटर्न के आधार पर फैसला ले सकते हैं।
बैंक ने कहा कि ब्याज दरों में बढ़ोतरी एफडी और बैंक की स्पेशल स्कीम पर लागू होगी। 46 से 90 दिन की जमा पर ब्याज दर में 1.25 प्रतिशत की वृद्धि की गई है।
एफडी की तरह, रेकरिंग डिपोजिट (RD) भी सैलरी क्लास और सीनियर सिटीजन के बीच पॉपुलर निवेश उपकरण है।
एनपीएस का एक से ज्यादा अकाउंट ओपन नहीं किया जा सकता।
स्कीम में आप चाहें तो मिनिमम 100 रुपये से भी निवेश की शुरुआत कर सकते हैं। बात मैक्सिमम लिमिट की करें तो आप 10 के मल्टीपल में चाहे जितनी मर्जी हो पैसा लगा सकते हैं।
अगर म्यूचुअल फंड्स निवेशक एक जरूरी काम को पूरा नहीं करते तो उनके अकाउंट्स को फ्रीज कर दिया जाता। निवेश की रकम को वह निकाल नहीं पाते।
Personal finance Rules changes 1st October | पैसे से संबंधित कुछ नियम 1 अक्टूबर से बदलने वाले हैं। काम की खबर में जानते हैं कौन से हैं वो नियम, क्या बदलाव से आप भी होंगे प्रभावित।
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