स्कीम के तहत एक अकेला वयस्क, तीन लोग मिलकर भी ज्वाइंट अकाउंट भी खोलकर पैसे लगा सकते हैं। साथ ही अगर कोई 10 साल से ज्यादा उम्र का नाबालिग है तो वह भी इसमें अपने नाम से निवेश कर सकता है।
पीपीएफ में आप सालाना 1.5 लाख रुपये तक निवेश कर सकते हैं। पीपीएफ में आंशिक निकासी 7 साल बाद कर सकते हैं, जबकि वीपीएफ में आंशिक निकाली 5वें साल कर सकते हैं।
सोना आमतौर पर समय के साथ अपना मूल्य बनाए रखता है और इसलिए मुद्रास्फीति के खिलाफ एक विश्वसनीय बचाव प्रदान करता है। हीरे के मामले में, उनका मूल्य विशिष्ट विशेषताओं पर बहुत अधिक निर्भर करता है।
कम इनकम में अगर अपने आप से बचत का वादा कर लेंगे तो सेविंग करना कोई मुश्किल काम नहीं है। हां, इसके लिए अनुशासन में रहकर आपको अपने लक्ष्य पर काम करना होगा, जो आप कर सकते हैं।
गोल्ड लोन अपनी त्वरित प्रक्रिया, मिनिमम डॉक्यूमेंटेशन और रीपेमेंट विकल्पों में लचीलेपन के कारण पॉपुलर हैं। गोल्ड के बदले लोन लेने पर विचार करते समय, विभिन्न वित्तीय संस्थानों द्वारा दी जाने वाली ब्याज दरों की तुलना करना महत्वपूर्ण है।
बजट एक बड़ी भूमिका निभाता है, जिसमें यह आपको बताता है कि पैसे कैसे बचाएं। अगर आप बचत शुरू करने से पहले पर्याप्त इनकम अर्जित करने का इंतजार करते हैं, तो वह दिन कभी नहीं आ सकता है।
बड़ी राशि को बेकार रखने के बजाय, इसे लंबी अवधि के लिए निवेश करने पर विचार करें। समझदारी इसी में है कि टर्म इंश्योरेंस के पैसे से फिजूलखर्ची नहीं करें। अधिक पैसे खर्च करने से लंबे समय में वित्तीय अस्थिरता हो सकती है।
एक अच्छी स्ट्रैटेजी आपको आकर्षक निवेश अवसरों की पहचान करने और अनावश्यक जोखिमों के खिलाफ निवेश की गई राशि की सुरक्षा करते हुए उच्चतम संभव रिटर्न देने के लिए विविध पोर्टफोलियो बनाने में सक्षम बनाती है।
कॉर्पोरेट फिक्स्ड डिपॉज़िट में निवेश करने से पहले, कंपनी की क्रेडिट रेटिंग का आकलन करें। AAA रेटिंग उच्चतम संभव रेटिंग है जिसे किसी भी प्रमुख क्रेडिट-रेटिंग एजेंसी द्वारा असाइन किया जा सकता है। आपकी फाइनेंशियल प्लानिंग के संदर्भ को समझना जरूरी है।
नियमों के मुताबिक, पीपीएफ में अकाउंट होल्डर को साल में कम से कम 500 रुपये जरूर डिपोजिट करना चाहिए। जब कस्टमर यह मिनिमम अमाउंट भी उस साल जमा नहीं किया जाता है तो पीपीएफ अकाउंट इनएक्टिव कैटेगरी में शामिल कर लिया जाता है।
म्यूचुअल फंड यूनिट्स को दो तरीकों से रखा जा सकता है, या तो फिजिकल फॉर्म में या डीमैटरियलाइज्ड फॉर्म में। डीमैट अकाउंट आपके शेयरों और दूसरी सिक्योरीटिज को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में रखने के लिए एक खाता होता है।
स्कीम में तीन वयस्क मिलकर भी ज्वाइंट अकाउंट चला सकते हैं। इतना ही नहीं आप इस स्कीम में जरूरत पड़ने पर लोन भी ले सकते हैं। इसमें छोटी पूंजी से निवेश करेंगे तो आपके पास एक अच्छी खासी रकम जमा हो सकती है।
पर्सनल लोन एक तरह से असुरक्षित लोन होते हैं। ऐसे में बैंक सही मूल्यांकन के बाद ही इसे ऑफर करते हैं। हर बैंक या संस्थान के अपने मानदंड होते हैं, और जो उन्हें पूरा कर सकते हैं उन्हें पर्सनल लोन दिया जाता है।
अगर आप अपने होम लोन को किसी दूसरे बैंक को ट्रांसफर करने के बारे में सोच रहे हैं, तो आपको प्रोसेसिंग फीस, एप्लीकेशन चार्ज, एडमिनिस्ट्रेशन फीस, रिव्यू फीस, और बहुत कुछ सहित विभिन्न शुल्कों का सामना करना पड़ सकता है।
टैक्स की बचत करने के कई ऑप्शन हैं। कुछ निवेश कर तो कुछ साधन ऐसे हैं जिसमें बिना निवेश किए टैक्स बचाने के अवसर देते हैं। आप अपनी सहूलियत और क्षमता के हिसाब से टैक्स बचाने का अपना फैसला कर सकते हैं।
नेशनल पेंशन सिस्टम यानी एनपीएस, एक स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना है, जिसे पेंशन फंड विनियामक और विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) की तरफ से डिज़ाइन किया गया है, ताकि आपको रिटायरमेंट कॉर्पस बनाने में मदद मिल सके। पीएफआरडीए ही इसे रेगुलेट भी करता है।
म्यूचुअल फंड/आरटीए से मिले कम्यूनिकेशन/अलर्ट की समीक्षा करें। जरूरतों के मुताबिक कार्य करें, अगर आपके फोलियो में कोई संदेहजनक लेनदेन/परिवर्तन हुआ है तो रिपोर्ट करें।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक यूजर ने सोशल मीडिया पोस्ट में आरोप लगाया कि ग्रो ऐप ने पैसे लेने के बावजूद म्यूचुअल फंड स्कीम में निवेश नहीं किया। साथ ही दावा किया कि ग्रो ने एक गलत फ़ोलियो नंबर बनाया जो वास्तव में मौजूद नहीं था।
How to become rich : 72, 114 और 144 के नियम बताते हैं कि किसी निवेश में आपके पैसे को दो गुना, तीन गुना और चार गुना होने में कितना वक्त लगेगा।
ऑनलाइन स्कैम या फ्रॉड की घटनाओं के बीच आज के दौर में अपने बैंक अकाउंट की सिक्योरिटी को सुनिश्चित करना बेहद जरूरी है। महज चंद सेकेंड में पूरा अकाउंट ही खाली होने का खतरा बना रहता है।
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