भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) फिलहाल 31 जनवरी 2024 तक पर्सनल लोन के बदले किसी भी तरह की प्रोसेसिंग फीस या कोई दूसरा चार्ज नहीं ले रहा है। कई बैंक आपसे प्रोसेसिंग फीस ले सकते हैं।
Personal Loan में ब्याज दर काफी अहम होती है। सभी बैंकों की ब्याज दर तुलना करने के बाद ही पर्सनल लोन लेना चाहिए।
आप आसानी से भारत सरकार के उमंग ऐप के माध्यम से चुटकियों में ईपीएफ बैलेंस पता कर सकते हैं। इसका पूरा प्रोसेस हम इस आर्टिकल में बताने जा रहे हैं।
एनपीएस को ब्याज और पेंशन के साथ शामिल किया जा सकता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि 75 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों को एनपीएस से हासिल आय पर रिटर्न दाखिल न करना पड़े।
Personal Loan लोन लेना इस वर्ष महंगा हो सकता है। इसकी वजह आरबीआई की ओर से रिस्क वेटेज को बढ़ाकर 100 प्रतिशत से 125 प्रतिशत करना है।
एक समझदारी भरे फैसले से अगर आप हर महीने अपना खर्च करते हैं और बचाते हैं तो इससे आप मानसिक और आर्थिक तौर पर सुकून महसूस करते हैं। आपको अपनी टैक्स के बाद इनकम को तीन व्यापक कैटेगरी में अलग करना चाहिए।
'पेपरलेस' का मतलब 'कोई पेपर नहीं' है; बल्कि, यह दर्शाता है कि आवेदक व्यक्तिगत ऋण आवेदन ऑनलाइन कर सकते हैं और पारंपरिक कागज-आधारित प्रक्रिया की जगह, आवश्यक दस्तावेजों की डिजिटल प्रतियां जमा कर सकते हैं।
पर्सनल लोन लेने से पहले आपको सभी बैंकों की ब्याज दर की तुलना करनी चाहिए, जिससे कि आपके अपने लोन पर कम से कम ईएमआई का भुगतान करना पड़े।
लोन लेने से पहले खुद से यह सवाल जरूर करें कि क्या यह जरूरी है? क्या इसके बिना आपका काम नहीं चल सकता? लोन के बजाय दूसरे विकल्पों से अगर आपकी आर्थिक जरूरत पूरी हो सके, तो उन पर जरूर विचार करें।
अर्ली रिटायरमेंट के लिए इस समय फायर स्ट्रेटेजी काफी पॉपुलर हो रही है। इस स्ट्रेटेजी के 3 सिद्धांत होते हैं। पहला- अपनी इनकम का 50 से 70% हिस्सा बचाना शुरू करें। दूसरा- अपने खर्चों को कम करें और आर्थिक अनुशासन दिखाएं। तीसरा- अपनी बचत को सही जगह पर इन्वेस्ट करें।
NPS Rule Change: पीएफआरडीए की ओर से एनपीएस के नियम में बड़ा बदलाव किया गया है। इसे लेकर सर्कुलर भी जारी कर दिया है।
एसआईपी के जरिये निवेश में कंपाउंडिंग की शक्ति आपको समय के साथ अपने रिटर्न को बढ़ाने में मदद करती है। एसआईपी के जरिये इक्विटी फंड में निवेश करना समय के साथ पैसे बनाने का एक सुविधाजनक तरीका है।
बीमा कंपनियां जरूरी पॉलिसी डिटेल प्रस्तुत करेंगी जिसमें बीमा राशि, कवरेज डिटेल और दावा प्रक्रिया आदि शामिल होंगे। बीमा ट्रिनिटी प्रोजेक्ट में बीमा सुगम, बीमा विस्तार और बीमा वाहक शामिल हैं।
सरकार ने इस स्कीम पर 1 जनवरी से 31 मार्च वाली तिमाही के लिए इस स्कीम में निवेश पर मिलने वाली ब्याज दर में 0.20 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर दी है।
यादातर बैंक वर्तमान में नियमित ब्याज दरों की तुलना में थोड़ी कम ब्याज दरों पर होम लोन दे रहे हैं। 31 दिसंबर 2023 तक आप कम दरों और जीरो प्रोसेसिंग चार्ज के साथ होम लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
Rule of 72 Explained: रूल 72 एक ऐसा नियम है जिसकी मदद से आप आसानी से पता लगा सकते हैं कि तय ब्याज दर पर आपकी रकम कितने समय में दोगुनी होगी।
Year Ender 2023: नए साल की शुरुआत के साथ ही आपको अच्छी वित्तीय आदतों को अपनाना चाहिए। इससे आप अपना आर्थिक सेहत में बड़ा परिवर्तन ला सकते हैं।
अगर आपको तुरंत पैसे की जरूरत है तो पर्सनल लोन या क्रेडिट कार्ड सबसे सही विकल्प होगा। क्रेडिट कार्ड छोटी अवधि के लिए बेहतर है। वहीं, पर्सनल लोन लंबी अवधि के लिए बेहतर विकल्प है। किससे लोन लेना है, ये आपकी जरूरत पर निर्भर करता है।
Personal Loan लेते समय हमेशा ईएमआई का बजट तैयार कर लेना चाहिए। इसके साथ कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए, जो आपकी ईएमआई कम रखने में मदद करते हैं।
SBI Personal Loan: एसबीआई की ओर से पर्सनल लोन पर ऑफर निकाले गए हैं। इसके तहत ब्याज पर छूट के साथ जीरो प्रोसेसिंग फीस जैसे फायदे ग्राहकों को दिए जा रहे हैं।
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