Personal Loan Interest Rate : एक्सिस बैंक पर्सनल लोन पर 10.49 फीसदी की शुरुआती ब्याज दर ऑफर कर रहा है। वहीं, एचडीएफसी बैंक की ब्याज दर 10.50 फीसदी से शुरू हो रही है।
पर्सनल लोन का आपकी क्रेडिट प्रोफाइल पर काफी असर होता है। इसके बारे में हम इस लिस्ट में विस्तार से बताने जा रहे हैं।
पर्सनल लोन लेने के लिए एक मजबूत क्रेडिट स्कोर आवश्यक होता है। लेकिन कुछ तरीके अपनाकर कम क्रेडिट स्कोर पर भी पर्सनल लोन ले सकते हैं।
पार्ट टाइम जॉब करते हैं तो भी ले सकते हैं पर्सनल लोन। कई बैंक आसानी से लोन मुहैया करा रहे हैं।
Personal Loan: पर्सनल लोन बैंक और व्यक्ति के बीच एग्रीमेंट के आधार पर दिया जाता है। इस कारण आमतौर पर इसे ट्रांसफर नहीं किया जा सकता है।
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम में कम से कम 1000 रुपये निवेश कर सकते हैं। साथ ही 1000 के मल्टीपल में आप मैक्सिमम 30 लाख रुपये इस स्कीम में जमा कर सकते हैं।
Personal Loan एक अनसिक्योर्ड लोन होता है और 720 से लेकर 750 के क्रेडिट स्कोर पर आसानी से पर्सनल लोन मिल जाता है।
यह भारत सरकार की सेविंग स्कीम है। यानी आपको अपने पैसों की कोई चिंता नहीं करनी है, वह पूरी तरह सुरक्षित भी रहेंगे। स्कीम पर ब्याज दर भारत सरकार (वित्त मंत्रालय) ही समय-समय पर तय करती है। कम से कम 1000 रुपये निवेश कर सकते हैं और 100 के मल्टीपल में चाहे आप जितनी रकम हो, निवेश कर सकते हैं।
नेशनल पेंशन सिस्टम एक सरकार द्वारा प्रायोजित और बाजार से जुड़ी पेंशन योजना है। पब्लिक प्रोविडेंट फंड सरकार द्वारा वित्त पोषित योजना है जो चक्रवृद्धि ब्याज के जरिये आपके निवेश पर गारंटीकृत रिटर्न प्रदान करती है।
अगर आपके पास कुछ चेक के पेज हैं जिनका इस्तेमाल नहीं किया गया है, तो आपको उन्हें भी कलेक्ट करना चाहिए। नो ड्यूज सर्टिफिकेट और बिना इस्तेमाल किए चेक के पन्ने, आमतौर पर, लोन को बंद करने की प्रक्रिया के आखिरी स्टेप का प्रतीक है।
वैसे भारतीय जो 18-50 साल की आयु वर्ग के हैं और उनका बैंक में या पोस्ट ऑफिस में बचत खाता है, इस योजना का लाभ ले सकते हैं। सालाना प्रीमियम के भुगतान के आधार पर 1 जून से 31 मई तक कवरेज वैलिड रहता है।
बैंक अक्सर बेरोजगार आवेदकों के लिए सख्त पात्रता मानदंड लागू करते हैं, जिसमें उच्च क्रेडिट स्कोर सीमा और कम ऋण राशि शामिल होती है। नौकरी नहीं होने पर बढ़े हुए जोखिम के कारण, बेरोजगार व्यक्तियों के व्यक्तिगत ऋण आम तौर पर नौकरी वाले की तुलना में अधिक ब्याज पर दी जाती है।
बड़े लोन में डिफ़ॉल्ट का खतरा रहता है। इसके चलते इंश्योरेंस कंपनी बड़े लोन के इंश्योरेंस पर अधिक प्रीमियम वसूलती है।
अधिक ब्याज वाले लोन जल्द चुकाने से आपको अच्छी बचत हो जाएगी। यह आप पर वित्तीय बोझ को कम करेगा। होम लोन पर ब्याज की दर कम होती है। इसएि उसे जल्द चुकाने की कोशिश नहीं करें।
पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम में आप चाहें तो हर महीने ब्याज की राशि अपने अकाउंट में हासिल कर सकते हैं। इसमें सिंगल अकाउंट के अलावा तीन वयस्क मिलकर ज्वाइंट अकाउंट भी खोल सकते हैं।
Personal Loan Hidden Charge: पर्सनल लोन में बैंकों और एनबीएफसी कंपनियों की ओर से कई ऐसे चार्जेस वसूले जाते हैं। जो कि ग्राहकों पर अधिक आर्थिक बोझ डालते हैं।
जीवन अनिश्चितताओं से भरा है। हमें किसी भी वक्त अपनी क्षमता से अधिक पैसों की जरूरत पड़ सकती है। इस काम में हमारी मदद करता है पर्सनल लोन। देश की बैंकिंग प्रणाली में पर्सनल लोन सबसे अधिक उपयोग किया जाने वाला टूल है।
एसआईपी निवेश की खास बात यह है कि आप छोटी बचत राशि के साथ शुरुआत कर सकते हैं। यह बाजार की अस्थिरता और बाजार के समय के बारे में चिंता किए बिना अनुशासित तरीके से निवेश करने में मदद करता है।
जब पीपीएफ या ईएलएसएस दोनों ही निवेश विकल्पों में फायदे और नुकसान हैं, इसलिए आप वह विकल्प चुन सकते हैं जो आपके वित्तीय लक्ष्यों के अनुकूल हो। अपनी वित्तीय ज़रूरतों का मूल्यांकन करें और उसके अनुसार सोच-समझकर निर्णय लें।
आरडी का कार्यकाल 6 महीने से 10 साल तक हो सकता है। जबकि, म्यूचुअल फंड एसआईपी के मामले में, ईएलएसएस के अलावा कोई लॉक-इन अवधि नहीं है
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