क्या कभी आप सोच भी सकते हैं कि मरे हुए व्यक्तियों से बात करना संभव है, शायद नहीं...मगर अब विज्ञान और तकनीकि ने इसे भी संभव बना दिया है। अब कोई भी व्यक्ति अपने मर चुके पूर्वजों से वीडियो कॉलिंग पर बात कर सकेगा और उनका हालचाल जान सकेगा। हालांकि यह दावा आपको बेहद चौंकाने वाला लग सकता है। मगर एआइ की वजह से यह संभव है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक यूजर ने सोशल मीडिया पोस्ट में आरोप लगाया कि ग्रो ऐप ने पैसे लेने के बावजूद म्यूचुअल फंड स्कीम में निवेश नहीं किया। साथ ही दावा किया कि ग्रो ने एक गलत फ़ोलियो नंबर बनाया जो वास्तव में मौजूद नहीं था।
How to become rich : 72, 114 और 144 के नियम बताते हैं कि किसी निवेश में आपके पैसे को दो गुना, तीन गुना और चार गुना होने में कितना वक्त लगेगा।
ऑनलाइन स्कैम या फ्रॉड की घटनाओं के बीच आज के दौर में अपने बैंक अकाउंट की सिक्योरिटी को सुनिश्चित करना बेहद जरूरी है। महज चंद सेकेंड में पूरा अकाउंट ही खाली होने का खतरा बना रहता है।
पैरेंट्स अपने बच्चों को सफलता की सीढ़ियों पर चढ़ते हुए देखना चाहते हैं। अगर आप भी यही चाहते हैं तो आपको उनकी परवरिश के दौरान कुछ पैरेंटिंग टिप्स को जरूर फॉलो करना चाहिए।
फिक्स्ड डिपॉजिट शॉर्ट-टर्म और लॉन्ग-टर्म दोनों हो सकते हैं, जबकि पीपीएफ लॉन्ग-टर्म निवेश हैं। इसलिए, पीपीएफ और एफडी के बीच मुख्य अंतर जानना महत्वपूर्ण है।
आपको बता दें कि सालाना प्रतिशत दर (APR) पर्सनल लोन पर ब्याज दर को दर्शाने का एक सामान्य तरीका है। APR में आधार ब्याज दर के साथ-साथ कोई अन्य लागत भी शामिल है।
आपके लिए एसेट एलोकेशन को समझना जरूरी है ताकि, आपका कितना पैसा इक्विटी में होना चाहिए, कितना डेट में, कितना गोल्ड में और कितना लिक्विड एसेट में।
कॉर्पोरेट एफडी में निवेश करना सुरक्षित है क्योंकि इसमें जोखिम कम होता है और बाजार में होने वाले बदलावों का इन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता। कॉर्पोरेट एफडी में बैंक एफडी की तुलना में अधिक ब्याज दर मिल सकती है।
अगर आपने अभी तक मासिक बजट नहीं बनाया है, तो आपको इसे अभी बनाना चाहिए। जब तक आपको पता नहीं होगा कि आप कितना कमा रहे हैं और कितना खर्च कर रहे हैं, तब तक आप लंबे समय के लिए ठीक से योजना नहीं बना पाएंगे।
आयकर अधिनियम के तहत इनकम टैक्स छूट का फायदा कामकाजी महिलाएं ले सकती हैं। इसके लिए आपको ऐसे साधनों में निवेश करना होता है जो आपको टैक्स छूट की सुविधा देते हैं। कुछ ऐसे निवेश साधन हैं जो गारंटीड रिटर्न के साथ टैक्स छूट दिलाती हैं।
म्यूचुअल फंड कंपनी पैसे के प्रबंधन के लिए कुछ तय शुल्क वसूल करती हैं, जिनमें एक एग्जिट लोड भी शामिल है। यह चार्ज कंपनियां तब लगाती हैं जब निवेशक स्कीम से बाहर निकल रहा होता है। एग्जिट लोड चार्ज तब भी देना होता है, जब आप म्यूचुअल फंड यूनिट बेचते समय नुकसान में भी क्यों न हों।
बहुत सारे बैंक बदलते दौर में क्रेडिट स्कोर की जगह लोन लेने वाले की रीपेमेंट कैपेसिटी को देख कर लोन दे रहे हैं। यह तरीका ट्रैडिशनल लेंडिंग से अलग है, जिसमें लोन सेक्शन मुख्य रूप से क्रेडिट स्कोर पर निर्भर करता है।
जब आप 30 साल की उम्र में आ जाते हैं तो आपकी फानेंशियल प्लानिंग में लाइफ इंश्योरेंस यानी जीवन बीमा पॉलिसी, हेल्थ इंश्योरेंस सहित कुछ खास इंश्योरेंस पॉलिसी होनी चाहिए।
अगर आप यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस पॉलिसी (यूएलआईपी) खरीद रहे हैं तो अलग-अलग शुल्क, फंड ऑप्शन, फंड स्विच करने से जुड़े सवाल जरूर पूछें। जब भी आप बीमा पॉलिसी खरीदने के लिए फॉर्म भर रहे हों तो इसे पूरी तरह से और सही जानकारियों के साथ भरें।
आपकी वित्तीय स्थिरता और रीपेमेंट क्षमता को वेरिफाई करने के लिए बैंक को आपके अलग-अलग डॉक्यूमेंट्स की जरूरत पड़ती है। इन डॉक्यूमेंट्स को सावधानीपूर्वक व्यवस्थित और आसानी से उपलब्ध होने से स्वीकृति प्रक्रिया में तेज़ी आ सकती है।
फिक्स्ड डिपोजिट में निवेश आपको गारंटीड रिटर्न देता है। आप चाहें तो बैंक, पोस्ट ऑफिस या एनबीएफसी में से कहीं भी एफडी में पैसा जमा कर सकते हैं। फिलहाल कुछ बड़े बैंक काफी आकर्षक ब्याजज ऑफर कर रहे हैं।
कर्जदाता आपकी भुगतान क्षमता को परखने के लिए आपकी आय को भी देखते हैं। इसलिए, जब आप ऑनलाइन लोन एप्लीकेशन फॉर्म फाइल करें, तब आप न केवल अपनी नियमित सैलरी के बारे में उल्लेख करें बल्कि अपने अन्य सभी आय के स्रोतों की भी जानकारी दें।
ज्वाइंट होम लोन लेना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। हां, इसके लिए अप्लाई करने से पहले की बातों पर गौर करना जरूरी है। होम लोन का समय पर पुनर्भुगतान सभी सह-आवेदकों की सामूहिक और व्यक्तिगत जिम्मेदारी है।
कोई भी बैंक लोन देने से पहले ऋण-से-आय अनुपात (डीटीआई) की आंकता है। एक debt-to-income ratio आसानी से लोन दिला देता है। इस अनुपात की गणना करने के लिए, अपनी कुल मासिक ऋण भुगतान को अपनी मासिक आय (करों से पहले) से विभाजित करें।
संपादक की पसंद