क्रेडिट कार्ड का बिल समय पर भुगतान नहीं करने से आपके ऊपर कर्ज का बोझ बढ़ता जाता है। अगर, आप ऐसा कर रहे हैं तो यह आपकी कमजोर फाइनेंशियल स्थिति को दर्शाता है।
क्या आप जानते हैं कि ऐसे कौन से 5 इशारे हैं जो आपको किसी से बात करते समय नहीं करने चाहिए ताकि कोई बुरा प्रभाव न पड़े? जानिए ये 5 बॉडी लैंग्वेज आपके पर्सनालिटी के बारे में क्या बताते हैं।
Money Management Tips: व्यक्ति जब पैसा कमाना शुरू कर देता है तो खर्चे भी उसी हिसाब से होने लगते हैं। कई बार तो व्यक्ति सही मैनेजमेंट नहीं कर पाने के चलते पैसों की तंगी से जूझने लगता है। ऐसे में उसे 50, 30 और 20 वाले नियम को फॉलो करना चाहिए।
LIC पॉलिसी एक तरह से वस्तु गिरवी रखकर मिलने वाला लोन होता है। यहां आप मकान या सोना गिरवी रखने की बजाए बीमा पॉलिसी गिरवी रखते हैं।
कर्ज में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की हिस्सेदारी मार्च 2022 में 54.8 प्रतिशत रही। यह पांच साल पहले 65.8 प्रतिशत और 10 साल पहले 74.2 प्रतिशत थी।
तमाम जानकार पर्सनल लोन की तुलना में गोल्ड लोन को बेहतर मानते हैं। अगर आप पर्सनल लोन ले रहे हैं तो आपको कुछ गिरवी नहीं रखना पड़ता है।
पर्सनल लोन और क्रेडिट कार्ड लोन के बीच तुलना की जाए तो दोनों में ही निश्चित प्रक्रिया का पालन किया जाता है। लेकिन फिर भी क्रेडिट कार्ड का लोन आसानी से और जल्दी प्राप्त हो जाता है।
SBI जैसे सरकारी बैंक हो या कोई भी प्राइवेट बैंक, सभी बैंक पर्सनल लोन के मामले में बहुत ही सतर्क हो गए हैं। बैंक प्रचार में पर्सनल लोन की प्रक्रिया को जितना इंस्टैंट बताएं, लेकिन यह उतनी सुविधाजनक है नहीं।
Personal Data Protection Bill: भारत सरकार ने पर्सनल डाटा बिल 2021 को वापस ले लिया है। इस बिल को तत्कालीन केंद्रीय आईटी मंत्री ने रविशंकर प्रसाद ने दो साल पहले सदन में पेश किया था। इस बिल को लेकर विपक्षी पार्टियों ने काफी बवाल मचाया था।
Personal Finance Tips: आपकी मासिक बचत वेतन से कम से कम 30% होनी चाहिए। प्रोविडेंट फंड और टीडीएस आदि जैसे कटौती के बाद नेट सैलरी की गणना की जाती है।
Personal Loan लेने की योजना बना रहे हों तो सबसे पहले विभिन्न बैंकों के ब्याज दरों की तुलना करें।
कल से जुलाई का महीना शुरू हो जाएगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार व्यक्ति के जन्मतिथि, नक्षत्र और महीने के बारे में जानकर उनके स्वभाव के बारे में पता लगाया जा सकता है।चलिए इस आर्टिकल के ज़रिए बताते हैं इस महीनें में पैदा हुए लोगों में क्या ख़ास विशेषताएं होती हैं।
आर्थिक स्थिति भी अच्छी न हो और आपकी क्रेडिट रिपोर्ट भी डांवाडोल हो तो बैंक आपसे कर्ज के बदले गारंटर मांगता है।
क्रेडिट कार्ड कंपनियां आपसे कमरतोड़ ब्याज वसूलती हैं। दूसरी ओर बैंक भी आपसे तमाम दस्तावेज मांगते हैं और आपके उब जाने जितना वक्त भी लेते हैं।
महंगाई तेजी से बढ़ने के कारण खुदरा महंगाई 7 फीसदी के करीब पहुंच गई है। इसके चलते कम आय वाले लोगों को घर का प्रबंधन करना मुश्किल हो रहा है।
म्यूचुअल फंड यूनिट्स के बदले लोन लेने के लिए आपको बैंक या एनबीएफसी के साथ लोन एग्रीमेंट करना होता है। लोन की रकम के बदले आपकी म्यूचुअल फंड की यूनिट गिरवी रखी जाती हैं।
मोबाइल ऐप के जरिये छोटी अवधि के लिये ऊंचे ब्याज पर व्यक्तिगत कर्ज देने वाले मंचों के नियमन का आग्रह किया गया है
पर्सनल लोन पर कई तरह के शुल्क लगते हैं। वहीं, अलग-अलग बैंकों और एनबीएफसी में पर्सनल लोन पर अलग-अलग चार्ज लग सकते हैं। तो आइए जानते हैं कि पर्सनल लोन लेने पर कितना खर्च आता है।
इंडिया टीवी पैसा की टीम बता रही है, क्रेडिट कार्ड और पर्सनल लोन से जुड़े पहलुओं के बारे में। जिनके आधार पर आप अपने अंतिम फैसले पर आसानी से पहुंच सकते हैं।
कार लोन या होम लोन के विपरीत पर्सनल लोन को हम किसी भी जरूरत के लिए उपयोग में ला सकते हैं। क्योंकि देनदार को इससे कुछ भी लेना-देना नहीं होता है कि आप उस पैसे का उपयोग कैसे और कहां करते हैं।
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