पीरियड्स के दौरान लगभग हर महिला को इस दर्द का सामना करना पड़ता है, लेकिन कभी कभी खान पान पर कम ध्यान देनें के कारण ये परेशानी काफी बढ़ जाती है।
पीरियड्स के दौरान पेट के निचले हिस्से में असहनीय दर्द और ऐंठन महसूस होती है । कई बार तो यह दर्द जांघों, पैरों और कमर में भी होने लगता है।
पीरियड्स के दौरान कई महिलाओं को पेट में असहनीय दर्द होता है। किसी-किसी को ये दर्द 5 दिन तक लगातार बना रहता है।
पीरियड्स के रेगुलर यानी समय पर न होने से कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। लेकिन, सेहत का ध्यान रखकर इस समस्या को दूर किया जा सकता है।
ज्यादातर महिलाओं को शिकायत होती है कि उनके पीरियड्स समय पर नहीं आते हैं। इसके पीछे बहुत से कारण हो सकते हैं। आज हम आपको बताएंगे कि पीरियड्स में देरी से आने के क्या कारण हैं और इससे कैसे बचा जा सकता है।
कुछ महिलाओं के पीरियड्स के दौरान पेट में असहनीय दर्द होता है तो कुछ महिलाओं को दर्द थोड़ा कम होता है। अगर आप भी पीरियड्स या मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द में इंस्टेंट आराम चाहती हैं तो इसमें कुछ घरेलू नुस्खे आपकी मदद कर सकते हैं।
महिलाओं में हार्मोनल इंबेलस की समस्या है। अब 16 से 20 साल की लड़कियां भी इस परेशानी से जूझ रही हैं।
मानुषी आने वाले समय में सुपरस्टार अक्षय कुमार के विपरीत आगामी फिल्म पृथ्वीराज से डेब्यू करने वाली हैं।
स्वामी रामदेव ने आज आधी आबादी से जुड़ी समस्या पर बात की, रामदेव ने योगासन के साथ औषधि और घरेलू उपाय भी बताए।
पीरियड्स के दौरान अधिक दर्द होने के साथ-साथ क्रैम्प्स की समस्या हो रही है। ऐसे में अपनाएं ये 5 घरेलू उपाय।
प्रेग्नेंसी के बाद एक महिला के अंदर कई तरह के हार्मोनल परिवर्तन होते है। प्रेग्नेंसी के बाद ब्रेस्टफीडिंग पर निर्भर होता है कि आखिर कब पीरियड्स होंगे।
आपको बता दें कि 10 में से 7 महिलाओं को स्किन संबंधी समस्या का सामना करना पड़ता है। ऐसे में हम आपके लिए लेकर आएं है कुछ सिपंल टिप्स जिन्हें अपनाकर आप आसानी से इस समस्या से निजात पा सकते है।
फिल्मकार गुनीत मोंगा भारत में मासिक धर्म से जुड़ी वर्जनाओं पर आधारित फिल्म 'पीरियड. एंड ऑफ सेंटेंस' के ऑस्कर पुरस्कार हासिल करने से बहुत खुश हैं।
रजोनिवृत्ति के बाद महिलाओं पर किये गये एक अध्ययन में दावा किया गया है कि आशावाद जैसे व्यक्तित्व के सकरात्मक लक्षणों को रखने वाली महिलाओं में टाइप 2 मधुमेह के खतरे को कम करने में मदद मिल सकती है।
यदि महीने के उन दिनों में होता है चिड़चिड़ापन और दर्द भरी परेशानी तो रखें इन खास बातों का ध्यान
अगर कोई लड़की स्विमिंग करती है या फिर उसे करना पसंद है तो कई बार नहीं समझ आता है कि वह पीरियड्स के समय क्या करें और क्या न करें। क्या पीरियड्स के समय स्विमिंग करना सहीं है। ऐसे ही कुछ सवालों का जवाब आज हम अपनी खबर में बताएंगे।
पीरियड्स के वक्त आपको अक्सर यह एहसास होता होगा कि आप मोटे दिख रहे हैं या आपकी जींस टाइट लग रही है तो आप सही समझ रहे हैं। पीरियड्स के वक्त आपके शरीर में इतना ज्यादा हार्मोनल चेंजेज होते हैं कि खुदबखूद शरीर का वजन बढ़ जाता है।
अगर आपके पीरियड नॉर्मल नहीं हैं तो बिल्कुल भी देर न करें और तुरंत एक काम कर डालें। इग्नोर कर दिया तो पछताएंगी, एक गंभीर बीमारी हो सकती है।जो लड़कियों और महिलाओं के लिए बेहद जरूरी है। एक बीमारी है पॉलीसिस्टक ओवेरियन सिंड्रोम (पीसीओएस), जो महिलाओं की एक गंभीर बीमारी है।
पीरियड्स के दौरान महिलाओं के शरीर में कई तरह के हॉर्मोनल बदलाव होते हैं. ऐसे में खानपान के साथ बहुत सी बातों का ध्यान रखना चाहिए। ये ऐसे ही पांच काम हैं जो पीरियड्स के दौरान भूलकर भी नहीं करने चाहिए। सबसे ज्यादा देने वाली बात यह है कि आपने ध्यान दिया होगा कि पीरियड्स के वक्त पैरों में भारीपन या लगातार दर्द होता है।
यूनिसेफ के विशेषज्ञों ने बताया कि उत्तर प्रदेश में 60 फीसदी छात्राएं अपनी पीरियड्स के कारण स्कूल जाना छोड़ देती हैंं। इसका मुख्य कारण पानी और टॉयलेट का इंतजाम न होना। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि इन दिनों उन्हें स्वस्थ माहौल दिया जाए तो वे बीमारी और संक्रमण से बच सकती हैं।
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