गौरतलब है कि पिछले कुछ समय से अमेरिका और पाकिस्तान के बीच रिश्ते बेहद तनावपूर्ण हैं...
यह बयान ऐसे समय में आया है, जब कुछ दिनों पहले भारतीय सुरक्षा बलों ने जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों से अमेरिका निर्मित राइफल बरामद की थी जो पाकिस्तान के लिए बनाई गई थी...
दोनों ही देश समुद्री सुरक्षा को मजबूत करने के लिए हेलीकॉप्टर ऑपरेशंस फ्रॉम शिप्स अदर दैन एयरक्राफ्ट कैरियर्स (HOSTAC) के लिए कार्यक्रम लागू करने पर सहमत हो गए हैं...
पेंटागन के एक पूर्व अधिकारी का कहना है कि समय आ गया है कि ट्रंप प्रशासन पाकिस्तान के साथ ही कतर और तुर्की को...
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीति के अनुसार, करीब 11,000 अमेरिकी सैनिक युद्ध प्रभावित देश में तैनात हैं। पेंटागन के मुख्य प्रवक्ता डी डब्ल्यू व्हाइट ने कल यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि...
अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन ने सेना के लिए नये दिशा निर्देश जारी करते हुए कहा है कि अमेरिका के भीतर स्थित सैन्य शिविरों को यदि किसी भी निजी या व्यावसायिक ड्रोन से खतरा महसूस होता है तो, उसे मार गिरा सकते हैं।
सिक्किम सेक्टर में महीने भर से चल रहे भारत-चीन सीमा गतिरोध को यथास्थिति बदलने के लिए चीन की बल प्रयोग करने की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है। भारत ने चीन के ऐसे कदम के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है।
अमेरिकी संसद की एक समिति ने भारत और अमेरिका के बीच रक्षा समझौते के अति महत्वपूर्ण लक्ष्यों के बीच बढ़ रहे अंतर पर चिंता जताते हुए पेंटागन को भारत के साथ साइबर और अंतरिक्ष जैसे क्षेत्रों में मिल कर काम करने के लिए कहा है।
पेंटागन ने कहा है कि अमेरिकी सैनिकों के हवाई हमले में आतंकी समूह के प्रमुख अबु सईद के मारे जाने के बाद इस्लामिक स्टेट खोरासन आईएसआईएस-के ने अफगानिस्तान में अपनी पकड़ खो दी है।
अमेरिका के रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस ने सेना में किन्नरों की भर्ती शुरू करने की बराक ओबामा प्रशासन की योजना को अभी ठंडे बस्ते में डाल दिया है।
ट्रंप प्रशासन के कार्यकाल के दौरान अपनी पहली अफगान रिपोर्ट में पेंटागन ने कहा है कि भारत अफगानिस्तान का सर्वाधिक भरोसेमंद क्षेत्रीय भागीदार है।
पेंटागन ने कहा है कि भारत और चीन के बीच हालिया कुछ वर्षों में आर्थिक संबंध मजबूत हुए हैं लेकिन दोनों देशों के बीच सीमा के विवादित भागों पर तनाव बरकरार है।
पेंटागन की हाल ही मे सामने आई एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि चीन के पकिस्तान एवं उन अन्य देशों में अतिरिक्त सैन्य शिविरों की स्थापना करने की संभावना है, जिन देशों के साथ उसके लंबे समय से मित्रवत संबंध एवं समान सामरिक हित रहे हैं।
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