रूस से युद्ध के ढाई वर्ष गुजर जाने के बाद भी कोई नतीजा नहीं निकलने से यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की अब हताश होने लगे हैं। उन्होंने अपने सहयोगियों से मिलकर अब यूक्रेन युद्ध में शांति खोजने के प्रयासों पर काम शुरू कर दिया है।
म्यांमार से लोकतंत्र के समर्थकों के लिए बड़ी खबर है। इस देश में साढ़े तीन साल से चल रहे गृहयुद्ध के बाद जुंटा आर्मी घुटनों पर आ गई है। अब उसने सशस्त्र समूहों को शांति के लिए बातचीत को आमंत्रित किया है।
पीएम मोदी के कीव दौरे के बाद यूक्रेन ने शांति पहल की शुरुआत कर दी है। मगर यूक्रेन की ओर से इसके लिए सबसे पहले सवाल पूछा गया है कि क्या रूसी शांति प्रस्ताव की पुरानी शर्तें यूक्रेन पर अभी भी लागू होती हैं। इसका रूसी विदेश मंत्रालय ने जवाब दे दिया है।
यूक्रेन युद्ध में शांति लाने के लिए स्विट्जरलैंड में अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन होने जा रहा है। इसमें 50 से ज्यादा देशों के राष्ट्राध्यक्ष और 100 प्रतिनिधिमंडल शामिल होंगे। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की की अपील पर भारत भी सम्मेलन में हिस्सा लेगा।
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने चीन पर बड़ा आरोप लगा है। सिंगापुर में अंतरराष्ट्रीय मंच पर बोलते हुए जेलेंस्की ने कहा कि चीन विभिन्न देशों को यूक्रेन शांति वार्ता में भाग नहीं लेने के लिए दबाव बना रहा है।
दोनों तरफ से हो रहे हमलों से दोहा शांति समझौते पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। बता दें कि अमेरिका और तालिबान के बीच हाल में समझौता हुआ है। समझौते के तहत अमेरिका अफगानिस्तान से अब करीब 18 साल बाद अपनी सेना को वापस बुलाने के लिए मान गया है।
अफगानिस्तान में अमेरिका और तालिबान के बीच हुए ऐतिहासिक समझौते के बाद वहां हमले रुक नहीं रहे हैं जिसके बाद राष्ट्रपति ट्रंप ने तालिबान नेता से शांति कायम करने की ओर आगे बढ़ने पर चर्चा की लेकिन ट्रंप की अपील के कुछ घंटों बाद ही अफगानिस्तान में तालिबानी हमला हुआ।
अफगानिस्तान की सुलह प्रक्रिया से संबद्ध अमेरिका के प्रमुख वार्ताकार जलमी खलीलजाद ने पाकिस्तान के शीर्ष नेतृत्व से बातचीत में उन आर्थिक और सुरक्षा लाभों का उल्लेख किया जो युद्धग्रस्त देश में शांति कायम करने पर क्षेत्र में हासिल हो सकते हैं।
अफगानिस्तान में शांति को लेकर उम्मीदें एक बार फिर बढ़ने लगी है। तालिबान के खिलाफ करीब दो दशकों से जंग लड़ने के बाद अमेरिका ने शांति वार्ता शुरू कर दी है।
पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने कहा, 'अगर बीजेपी की सरकार बनी तो शांति वार्ता के लिए अच्छा होगा'
आर्मी चीफ ने कहा कि पाकिस्तान ने अपने स्टेट को इस्लामिक स्टेट बना दिया है। पहले पाकिस्तान को हमारी तरह धर्मनिरपेक्ष होना होगा। जब वह अपनी कट्टर सोच से बाहर आकर एक सेकुलर स्टेट बनेगा तब हम उससे किसी भी तरह की बातचीत करेंगे।
रूसी समाचार एजेंसी 'तास' के मुताबिक यह दूसरा मौका है, जब रूस युद्ध से प्रभावित अफगानिस्तान में शांति लाने के तरीकों की तलाश करते समय क्षेत्रीय शक्तियों को एक साथ लाने का प्रयास कर रहा है।
उत्तर कोरिया के साथ परमाणु मुद्दे पर जारी गतिरोध सुलझाने के वैश्विक प्रयासों के बीच दक्षिण कोरिया एवं उत्तर कोरिया सोमवार को उच्च-स्तरीय शांति वार्ता करने जा रहे हैं।
ये संयुक्त बयान उस समय आया है जब कुछ दिन पहले ही अपने कश्मीर दौरे पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि उनकी नजर में कश्मीर समस्या का एक ही रामबाण इलाज है और वो है विकास।
Pakistan: Army chief General Qamar Javed Bajwa supports peace talks with India .
Pakistan offers to resume peace talks with India.
एक आरएसएस कार्यकर्ता की हत्या के बाद राज्य की राजधानी में तनाव व्याप्त होने के बीच माकपा, भाजपा और आरएसएस के नेताओं ने आज जिले में राजनीतिक हिंसा को और बढने से रोकने के लिए बातचीत की।
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