पीडीपी के संस्थापक सदस्य मुजफ्फर हुसैन बेग ने शनिवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया।
पीडीपी के तीन नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देने वाले नेताओं में टीएस बाजवा, वेद महाजन और हुसैन-ए-वफा के नाम शामिल है। पार्टी से इस्तीफा देते हुए उन्होनें पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती को लिखे पत्र में उनपर आरोप लगाते हुए कहा, '' हम उनके द्वारा कुछ कार्यों और उनके बयानों से असहज महसूस कर रहे है जिसने देशभक्ति की भावनाओं को चोट पहुंचाई है।
अधिकारियों ने बताया कि हालांकि पीडीपी कार्यालय में तैनात पुलिसकर्मियों ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया और बाद में प्रदर्शनकारियों को शांतिपूर्वक तितर-बितर कर दिया गया।
करीब 14 महीने की हिरासत के बाद रिहा हुईं जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने एक बार फिर देशविरोधी बयान दिया है। महबूबा मुफ्ती ने आर्टिकल 370 की बहाली तक तिरंगा हाथ में ना लेने का विवादित बयान दिया है।
पार्टी की युवा इकाई के महासचिव यातू को पीडीपी ने पिछले सप्ताह एक नोटिस जारी किया था। टीवी कार्यक्रम के दौरान उनके बयानों पर पार्टी के आपत्ति जतायी थी।
जम्मू और कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की गुरुवार को होने वाली बैठक को पुलिस ने नहीं होने दी। पुलिस ने PDP के कई नेताओं को घर से बाहर निकलने पर रोक लगा दी।
पीडीपी की मुखिया महबूबा मुफ्ती पर पीएसए अगले तीन महीने के लिए बढ़ा दिया गया है।
पीडीपी की एक पार्षद सोमवार को यहां भाजपा में शामिल हो गयीं और उन्होंने पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूत करने के साथ ही नयी ऊर्जा से लोगों की सेवा के लिए काम करने का संकल्प लिया।
सरकार ने पिछले साल 5 अगस्त को जम्मू कश्मीर के विशेष राज्य के दर्जे को रद्द कर उसे दो केंद्र शासित क्षेत्रों में विभाजित कर दिया था। तत्कालीन राज्य की पिछले विधानसभा में बुखारी शहर के अमीराकादल क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते थे।
जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती पर अलगाववादियों के साथ काम करने का आरोप लगाते हुए सरकार ने उनकी हिरासत को बढ़ा दिया है।
नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के नजीर गुरेजी, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) के अब्दुल हक खान, पीपल्स कॉन्फ्रेंस (झPC) के मोहम्मद अब्बास वानी और कांग्रेस के अब्दुल रशीद को रिहा किया गया है।
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी ने प्रशासन से कहा है कि उनकी मां को ऐसी जगह पर रखा जाए जो घाटी की हाड़ कंपाने वाली सर्दी के लिहाज से उपयुक्त हो।
पीडीपी ने अपने राज्यसभा सदस्य नज़ीर अहमद लवाय को पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर शुक्रवार को पार्टी से निष्कासित कर दिया। नव सृजित केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर के प्रथम उपराज्यपाल के शपथ ग्रहण समारोह में शरीक होने के बाद उनके खिलाफ यह कार्रवाई की गई।
महबूबा मुफ्ती की पार्टी PDP ने अपने राज्यसभऊ सांसद नजीर अहमद लवाय को पार्टी से निकाल दिया है। दरअसल नजीर अहमद कल यानी 31 अक्टूबर को सूबे के पहले उपराज्यपाल गिरीशच्रद्र मुर्मू के शपथग्रहण समारोह में शामिल हुए थे।
पार्टी के वरिष्ठ नेता और पर्व विधायक वेद महाजन ने कहा, “वरिष्ठ पीडीपी नेताओं ने मुलाकात की और संबंधित अधिकारियों से पार्टी अध्यक्ष से मुलाकात के लिये नए सिरे से इजाजत मांगने का फैसला किया।”
जम्मू कश्मीर में बृहस्पतिवार को पहली बार हुए बीडीसी में अध्यक्ष पद पर 200 से अधिक निर्दलीय निर्वाचित हुए। भाजपा ने 310 प्रखंडों में से 81 में जीत दर्ज की। राज्य का विशेष दर्जा हटाए जाने के बाद पहली बार हुए बीडीसी चुनावों में अपने नेताओं की नजरबंदी के कारण कांग्रेस, नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी ने इससे दूरी बनाए रखी।
PDP की शेड्यूल कास्ट विंग के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विजय आनंद ने छह और लोगों के साथ गुरुवार को भाजपा ज्वाइन कर ली।
महबूबा ने आरोप लगाया है कि कश्मीरी पंडितों के दर्द को दक्षिणपंथी संगठन एक हथियार की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने अपनी बेटी इल्तिजा के जरिए केंद्रीय गृह सचिव और जम्मू-कश्मीर के सचिव 3 दिन के अंदर उन सभी हालातों की जानकारी देने की मांग की है जो जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद बने हैं।
सदन के बाहर निकाले जाने के बाद दोनों सांसदों ने विरोध में अपने कपड़े भी फाड़ डाले।
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