भारतीय जनता पार्टी ने दावा किया था कि जम्मू-कश्मीर में अब स्थिति सामान्य हो गई है। अब भाजपा के इस दावे पर PDP प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा है तो जमीना स्तर पर दिखना भी चाहिए।
नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी ने बीजेपी के नेतृत्व वाले वक्फ बोर्ड के आदेश की आलोचना करते हुए कहा कि यह मुसलमानों के अधिकारों का उल्लंघन करने का एक स्पष्ट प्रयास है।
जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री सूरत की एक अदालत द्वारा एक आपराधिक मानहानि मामले में सजा के खिलाफ राहुल गांधी की अपील खारिज कर दिए जाने पर प्रतिक्रिया दे रही थीं।
महबूबा मुफ्ती ने कहा, जब तक विपक्षी दल साथ नहीं आते, तब तक मुझे नहीं लगता कि बीजेपी से कड़ा मुकाबला किया जा सकता है। क्या वे इस स्थिति में साथ आ सकते हैं, जबकि ईडी, एनआईए और अन्य एजेंसियों ने उन पर शिकंजा कस रखा हो।
वहीं बीजेपी जम्मू कश्मीर इकाई के प्रमुख रवींद्र रैना ने कहा, ‘‘शर्मा के हत्यारों ने मानवता को शर्मसार कर दिया है। यह एक जघन्य अपराध है, एक निर्दोष व्यक्ति की हत्या। यह अन्याय की पराकाष्ठा है।’’
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और महबूबा मुफ्ती को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया है। वह दिल्ली में एक विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए आई थीं। उनके साथ आए नेताओं को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है।
मुफ्ती ने कहा, जम्मू-कश्मीर में सुलह तभी हो सकती है, जब शुरुआती कदम (पूर्व) राज्य से जो कुछ भी छीन लिया गया है, उसकी बहाली करके उठाया जाए। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में सुलह के अलावा कोई रास्ता नहीं है।
गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर में प्रशासनिक विंग के साथ कई दौर की बैठकें की हैं और इस बारे में फीडबैक मांगा है कि विधानसभा चुनाव कितनी जल्दी हो सकते हैं।
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश के निवासियों के लिए यूनिक फैमिली ID कार्ड बनाने की जम्मू कश्मीर प्रशासन की योजना ‘अविश्वास’ बढ़ने का संकेत देती है।
महबूबा मुफ्ती ने कहा जम्मू-कश्मीर में चाहे कितने भी सैनिक तैनात किए जाएं, जब तक कश्मीर मुद्दा हल नहीं हो जाता तब तक सरकार सकारात्मक परिणाम नहीं देख पाएगी।
महबूबा मुफ्ती को दूसरी जगह सरकारी घर देने की बात भी कही गई है लेकिन इस पर उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया है।
Mehbooba Mufti: पीडीपी लीडर महबूबा मुफ्ती अक्सर अपने बयानों के कारण सुर्खियों में रहती हैं। लेकिन इस बार मामला अलग है। उन्हें सरकार का नोटिस मिला है कि वे अपना आवास खाली करें। इस नोटिस के मिलने पर महबूबा ने भी बयान दिया है। उन्होंने कहा कि इस नोटिस से कोई आश्चर्य नहीं हुआ।
Jammu and Kashmir: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने सोमवार को आरोप लगाया कि अगस्त 2019 में संविधान का अनुच्छेद 370 निरस्त किए जाने के तीन साल बाद भी जम्मू-कश्मीर में केंद्र के "दमनकारी और दंडात्मक" कदमों का अंत नहीं दिख रहा है।
J&K News: जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जे वाले अनुच्छेद 370 की समाप्ति और राज्य में विभाजन के बाद लद्दाख और जम्मू-कश्मीर दो अलग केंद्र शासित प्रदेश बनने से जम्मू की सियासत काफी बदल गई है।
Mehbooba Mufti on Bihar Politics: जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम और पीडीपी की प्रमुख महबूबा ने नीतीश कुमार के सीएम और तेजस्वी यादव के उपमुख्यमंत्री के पद पर शपथ लेने के बाद अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है।
Article-370: 2019 में आज के ही दिन जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया गया था। भाजपा सरकार में लिए गए इस फैसले का विरोध जम्मू कश्मीर के कई राजनीतिक दलों ने किया। आज 370 के हटने को 3 साल हो चुके हैं।
Jammu Kashmir News: इससे पहले महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को कहा कि यह बात किसी से छुपी नहीं है कि बीजेपी नीत केंद्र सरकार लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पत्रकारिता को कुचलना चाहती है।
Jammu Kashmir: PDP के 23वें स्थापना दिवस के अवसर पर यहां शेर-ए-कश्मीर पार्क में एक उग्र भाषण में उन्होंने यह भी कहा कि जम्मू-कश्मीर मुद्दे को हल करने के लिए बातचीत के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं है।
Jammu-Kashmir: पीडीपी के मुख्य प्रवक्ता सुहैल बुखारी ने कहा कि अगर कुछ चर्चा करने के लिए था, तो बैठक के लिए एक एजेंडा निर्धारित किया जाना चाहिए था।
Jammu-kashmir News: इल्तिजा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर इतिहास के अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। उन्होंने कहा कि एक प्रशासन, एक शासन, जिसके पास कोई दृष्टि नहीं है उसने हमारे राज्य को अव्यवस्था में झोंक दिया है।
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