महबूबा ही नहीं एग्जिट पोल आते ही ममता बनर्जी ने कह दिया कि हजारों ईवीएम में हेरफेर करने या बदलने की साजिश है। अरविंद केजरीवाल की पार्टी ने कह दिया सारा खेल ईवीएम का ही है।
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के गढ़ और अनंतनाग लोकसभा सीट के तहत आने वाले बिजबेहरा विधानसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा मतदान केंद्र ऐसे थे जहां एक भी वोट नहीं पड़ा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विरोध करते हुए कुछ नेता पाकिस्तान की भाषा बोलने लगते हैं। PDP अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के साथ भी ऐसा ही है।
शिवसेना ने कहा कि देश को बांटने की चाह रखने वालों का समर्थन करने पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार के खिलाफ मोदी का यह रुख चुनाव के बाद भी कायम रहना चाहिए।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने जम्मू एवं कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को लोगों को कानून तोड़ने के लिए उकसाने के आरोप में गुरुवार को गिरफ्तार करने की मांग की।
PDP प्रमुख और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार को कहा कि भाजपा अध्यक्ष संविधान के अनुच्छेद 370 को खत्म करने के बारे में “दिन में सपना देख रहे हैं।”
पिछले कई दिनों से जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) के बीच गठबंधन की अटकलें लगाई जा रही थी।
आगामी लोकसभा चुनाव के लिए कश्मीर में चुनाव प्रचार आरंभ करते हुए नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी ने रविवार को कई रैलियां कीं। इसी बीच पूर्व आईएएस अधिकारी शाह फैसल ने जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट (जेकेपीएम) नामक दल का ऐलान कर अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की।
पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट (पीडीपी) टूट रही है और वह सुरक्षाबलों और देश की राजनीतिक प्रणाली के खिलाफ बयान देकर अपनी पार्टी को बचाने की कोशिश कर रही हैं।
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि कांग्रेस और भाजपा के बीच अंतर करना मुश्किल है, क्योंकि दोनों ही पार्टियों की राजनीति हिंदुत्व से संचालित है।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अपने सूबे के लोगों से एक बड़ा चुनावी वादा किया है।
महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व वाली पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) को एक और झटका देते हुए वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री जावेद मुस्तफा मीर ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
महबूबा ने कहा कि जब वाजपेयी प्रधानमंत्री थे तब उनके पिता जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री थे और जो संदेश गया, वह यह था कि केंद्र और राज्य सरकार एक ही पाले में हैं तथा 2002-05 का काल ‘स्वर्णिम काल’ बन गया।
राज्यपाल सत्यपाल मलिक द्वारा 21 नवंबर को विधानसभा भंग करने के बाद द्राबू दूसरे ऐसे नेता हैं जिन्होंने पार्टी से इस्तीफा दिया है।
जम्मू एवं कश्मीर पंचायत चुनाव के तीसरे चरण के तहत शनिवार को कड़ी सुरक्षा एवं व्यवस्था के बीच मतदान शुरू हो गया। मतदान कुल 2,773 मतदान केंद्रों पर हो रहा है, जिसमें 918 कश्मीर में जबकि 1,885 जम्मू में हैं।
पीडीपी और दो सदस्यों वाली पीपुल्स कॉन्फ्रेंस द्वारा सरकार बनाने के दावे करने वाले पत्र बुधवार को राज्यपाल के पास कथित रूप से नहीं पहुंच पाए थे।
गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी ने महबूबा मुफ्ती की सरकार से 19 जून को समर्थन वापस ले लिया था, और इसके अगले ही दिन सूबे में राज्यपाल शासन लागू हो गया था।
गौरतलब है कि बुधवार को कांग्रेस, एनसी और पीडीपी गठबंधन करके कथित तौर पर सरकार बनाने का दावा पेश किया था।
पीडीपी ने जैसे ही राज्यपाल सत्यपाल मलिक के पास राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश किया उसके कुछ घंटे बाद ही राज्यपाल ने विधानसभा ही भंग कर दी। कांग्रेस, नेशनल कॉन्फेंस और पीडीपी तीनों इसे अपने फायदे से जोड़ कर देख रही है क्योंकि बीजेपी फिलहाल तो राज्य में चुनाव नहीं चाहती थी।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि एक लोकप्रिय सरकार का गठन करने के लिए वार्ता प्रारंभिक चरण में थी और केन्द्र की भाजपा सरकार इतनी चिंतित थी कि उन्होंने विधानसभा भंग कर दी।
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