बीते दिनों पुंछ में मारे गए जम्मू कश्मीर के तीन नागरिकों के परिजनों से मिलने के लिए महबूबा मुफ्ती शनिवार को निकलीं। इस दौरान पुलिस ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए उन्हें रोक दिया। इसके बाद पीडीपी प्रमुख वहीं धरने पर बैठ गईं।
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट कल सुनवाई करने वाली है और फैसला देने वाली है। इस बीच सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। इस बीच भाजपा ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सभी को सम्मान करना चाहिए।
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा कि हमारे हजारों युवा अंदर बंद हैं। कोई वकालत नहीं, कोई सबूत नहीं, लोगों को पकड़ कर बंद करते हैं। लोगों में दबाव और डर है।
PDP सुप्रीमो महबूबा मुफ्ती ने हलाल सर्टिफाइड प्रोडक्ट्स को लेकर बीजेपी पर विवाद पैदा करने का आरोप लगाया और कहा कि ये सिर्फ ध्यान भटकाने वाली रणनीति है।
पीडीपी ने केंद्र सरकार पर अभिव्यक्ति की आजादी को अवरुद्ध करने का आरोप लगाया। पीडीपी ने कहा कि अगर ऐसे ही हालात बने रहे तो लोकतंत्र समाप्त हो जाएगा।
भारतीय जनता पार्टी ने दावा किया था कि जम्मू-कश्मीर में अब स्थिति सामान्य हो गई है। अब भाजपा के इस दावे पर PDP प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा है तो जमीना स्तर पर दिखना भी चाहिए।
नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी ने बीजेपी के नेतृत्व वाले वक्फ बोर्ड के आदेश की आलोचना करते हुए कहा कि यह मुसलमानों के अधिकारों का उल्लंघन करने का एक स्पष्ट प्रयास है।
जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री सूरत की एक अदालत द्वारा एक आपराधिक मानहानि मामले में सजा के खिलाफ राहुल गांधी की अपील खारिज कर दिए जाने पर प्रतिक्रिया दे रही थीं।
महबूबा मुफ्ती ने कहा, जब तक विपक्षी दल साथ नहीं आते, तब तक मुझे नहीं लगता कि बीजेपी से कड़ा मुकाबला किया जा सकता है। क्या वे इस स्थिति में साथ आ सकते हैं, जबकि ईडी, एनआईए और अन्य एजेंसियों ने उन पर शिकंजा कस रखा हो।
वहीं बीजेपी जम्मू कश्मीर इकाई के प्रमुख रवींद्र रैना ने कहा, ‘‘शर्मा के हत्यारों ने मानवता को शर्मसार कर दिया है। यह एक जघन्य अपराध है, एक निर्दोष व्यक्ति की हत्या। यह अन्याय की पराकाष्ठा है।’’
PDP चीफ एवं Jammu Kashmir की पूर्व मुख्यमंत्री Mehbooba Mufti ने बीजेपी पर करारा हमला किया. महबूबा ने कहा तकि मुगलों का जिक्र बीजेपी क्यों करती है?
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और महबूबा मुफ्ती को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया है। वह दिल्ली में एक विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए आई थीं। उनके साथ आए नेताओं को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है।
मुफ्ती ने कहा, जम्मू-कश्मीर में सुलह तभी हो सकती है, जब शुरुआती कदम (पूर्व) राज्य से जो कुछ भी छीन लिया गया है, उसकी बहाली करके उठाया जाए। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में सुलह के अलावा कोई रास्ता नहीं है।
गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर में प्रशासनिक विंग के साथ कई दौर की बैठकें की हैं और इस बारे में फीडबैक मांगा है कि विधानसभा चुनाव कितनी जल्दी हो सकते हैं।
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश के निवासियों के लिए यूनिक फैमिली ID कार्ड बनाने की जम्मू कश्मीर प्रशासन की योजना ‘अविश्वास’ बढ़ने का संकेत देती है।
महबूबा मुफ्ती ने कहा जम्मू-कश्मीर में चाहे कितने भी सैनिक तैनात किए जाएं, जब तक कश्मीर मुद्दा हल नहीं हो जाता तब तक सरकार सकारात्मक परिणाम नहीं देख पाएगी।
महबूबा मुफ्ती को दूसरी जगह सरकारी घर देने की बात भी कही गई है लेकिन इस पर उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया है।
Mehbooba Mufti: पीडीपी लीडर महबूबा मुफ्ती अक्सर अपने बयानों के कारण सुर्खियों में रहती हैं। लेकिन इस बार मामला अलग है। उन्हें सरकार का नोटिस मिला है कि वे अपना आवास खाली करें। इस नोटिस के मिलने पर महबूबा ने भी बयान दिया है। उन्होंने कहा कि इस नोटिस से कोई आश्चर्य नहीं हुआ।
Jammu and Kashmir: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने सोमवार को आरोप लगाया कि अगस्त 2019 में संविधान का अनुच्छेद 370 निरस्त किए जाने के तीन साल बाद भी जम्मू-कश्मीर में केंद्र के "दमनकारी और दंडात्मक" कदमों का अंत नहीं दिख रहा है।
J&K News: जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जे वाले अनुच्छेद 370 की समाप्ति और राज्य में विभाजन के बाद लद्दाख और जम्मू-कश्मीर दो अलग केंद्र शासित प्रदेश बनने से जम्मू की सियासत काफी बदल गई है।
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