जम्मू कश्मीर चुनाव में इस बार कई नए चेहरे दांव अजमा रहे हैं, इनमें से कुछ रसूखदार राजनीतिक घराने से हैं। आइए जानते हैं इनके नाम...
जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ दिनों में सियासी तस्वीर कुछ इस कदर बदली है कि कभी चुनाव को ‘हराम’ करार देकर इसका बहिष्कार करने वाले अलगाववादी नेता अब सूबे के असेंबली इलेक्शन में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
जम्मू कश्मीर चुनाव के मद्देनजर आज महबूबा मुफ्ती की पार्टी ने 8 विधानसभा के प्रभारी की लिस्ट जारी कर दी है।
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) ने गठबंधन कर लिया है। ऐसे में अब पीडीपी भी इस गठबंधन में आने को तैयार बैठी है। इस बीच, पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती का बड़ा बयान सामने आया है।
जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 के बहाली को लेकर भाजपा ने नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी पर निशाना साधा है। भाजपा ने कहा कि वोटरों को अनुच्छेद 370 के नाम पर पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस मूर्ख बना रही है।
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में इस बार कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के बीच गठबंधन हो गया है। ऐसे में कई सीटों पर एनसी और कांग्रेस को सीधे तौर पर फायदा होने वाला है। यहां जम्मू-कश्मीर की सोनावरी विधानसभा सीट का सियासी समीकरण जानते हैं।
उरी विधानसभा सीट में इस बार सियासी समीकरण पूरी तरह बदल गए हैं। पिछली बार यहां से एनसी के उम्मीदवार मोहम्मद शाफी ने पीडीपी उम्मीदवार को हराया था। ऐसे में अब देखना होगा कि इस बार यहां से कौन जीत दर्ज करता है?
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों से पहले सियासी गलियारों में अब इस बात की चर्चा तेज होने लगी है कि क्या भारतीय जनता पार्टी का मुकाबला करने के लिए कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी के गठबंधन का ऐलान होगा।
जम्मू-कश्मीर में पिछला विधानसभा चुनाव 2014 में हुआ था और 2018 में विधानसभा भंग कर दी गई थी। आगामी चुनाव केंद्र शासित प्रदेश की विधानसभा के लिए पहला चुनाव होगा, जिसका गठन 2019 में तब हुआ था जब जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म कर दिया गया था।
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महबूबा मुफ्ती ने कहा कि कश्मीर के लोगों की जाति, धर्म और मजहब से इतर उनके लिए विशेष राज्य का दर्जा मायने रखता है और कश्मीर पहचान बनाए रखने के लिए मतदान करें।
लोकसभा चुनाव से पहले इल्तिजा मुफ्ती ने अनुच्छेद 370 हटाने को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है। इसके साथ ही राम मंदिर के मामले पर उन्होंने कहा कि ये उन्होंने नहीं बनवाया है, बल्कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बनाया गया है।
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी ने कश्मीरी पंडितों को न केवल वोट बैंक के रूप में बल्कि हथियार के रूप में भी इस्तेमाल किया।
जम्मू कश्मीर में लोकसभा चुनावों के मद्देनजर पीडीपी ने अपने कैंडिडेट्स की घोषणा की है। जिसमें सबस ज्यादा चर्चा जम्मू कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती को लेकर है। पार्टी ने ऐलान कर बताया है कि मुफ्ती कहां से चुनाव लड़ेंगी।
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि कितना दुर्भाग्यपूर्ण है कि शब-ए-कद्र के मौके पर लोगों को नमाज अदा करने से रोकने के लिए जामा मस्जिद को बंद कर दिया गया।
आबकारी नीति मामले में अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर जम्मू कश्मीर के विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। PDP और नेशनल कांफ्रेस ने दिल्ली के मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी को 'लोकतंत्र पर धब्बा' बताया।
लोकसभा चुनाव से पहले जम्मू-कश्मीर में PDP और नेशनल कांफ्रेंस के बीच अब खुलकर तल्ख बयानबाजी शुरू हो गई है। पीडीपी नेता वहीद रहमान ने कहा है कि महबूबा मुफ्ती नेशनल कांफ्रेंस को 3 सीट देने को तैयार हो जातीं लेकिन उमर और फारूक अब्दुल्ला ने अहंकार दिखाया।
नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी पर हमला करते हुए गुलाम नबी आजाद ने कहा कि जो लोग हमें बी टीम कहते हैं, वे बीजेपी की ए टीम में भी मंत्री और मुख्यमंत्री रह चुके हैं।
कश्मीर में बीजेपी को जिस लोकसभा सीट पर जीत की सबसे ज्यादा उम्मीद है, वह अनंतनाग है। अनंतनाग जम्मू-कश्मीर की हाईप्रोफाइल सीट है। यहां से पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती दो बार सांसद चुनी गई हैं।
जम्मू-कश्मीर में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता महबूबा मुफ्ती ने भाजपा पर अपने आलोचकों को परेशान करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि भाजपा अपने आलोचकों पर ट्रैवल बैन लगाकर परेशान कर रही है।
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