डीपीआईआईटी के निदेशक सुमीत कुमार जारंगल और पेटीएम के संस्थापक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विजय शेखर शर्मा ने वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
रिपोर्ट के मुताबिक, गूगल पे ने यूजर्स से बिजली का बिल, गैस का बिल जैसी पेमेंट के लिए कन्वीनियंस फीस वसूला है। हालांकि, ये वसूली तब की गई है जब यूजर ने क्रेडिट कार्ड से इन बिल का पेमेंट किया है। क्रेडिट या डेबिट कार्ड से बिजली और गैस का बिल भरने वाले यूजर्स से अब फीस लिया जा रहा है।
यूपीआई के जरिए मोबाइल रिचार्ज करने के लिए ये कंपनियां पहले से ही अलग-अलग नाम से फीस वसूल रही हैं। लेकिन अब वसूली का ये सिलसिला सिर्फ मोबाइल रिचार्ज तक ही सीमित नहीं रहने वाला है और इसका विस्तार होने वाला है। गूगल पे ने तो इसकी शुरुआत भी कर दी है।
पेटीएम ने इस सुविधा के साथ-साथ पेमेंट रिसीव होने पर रियल टाइम में पुष्टि के लिए नया कॉइन-ड्रॉप साउंड भी पेश किया। इस नए विजेट का इस्तेमाल करना आसान है।
जियो देश की नंबर एक टेलिकॉम कंपनी है। जियो अपने करोड़ों ग्राहकों को कई तरह की सर्विस ऑफर करती है। अब रिलायंस जियो ने एक और कमाल कर दिया है। जियो की तरफ से एक नई सर्विस पेश कर दी गई है जो व्यापारियों के लिए काफी मददगार होने वाली है।
प्रयागराज में इस समय दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक मेला महाकुंभ चल रहा है। महाकुंभ करीब 40 करोड़ से अधिक लोग पहुंचने की उम्मीद है। महाकुंभ में डिजिटल पेमेंट को आसान बनाने के लिए पेटीएम की तरफ से कई कदम उठाए गए हैं। अब कंपनी ने Bhavya Mahakumbh QR को लॉन्च किया है।
Google Pay, PhonePe, Paytm यूजर्स के लिए UPI के जरिए पेमेंट करने का नियम 1 नवंबर से बदलने वाला है। यूजर्स को अब बिना पिन या पासवर्ड के पेमेंट करने में पहले के मुकाबले ज्यादा लिमिट मिलेगी। साथ ही, ऑटो-पे बैलेंस सुविधा भी मिलेगी।
इस साल की शुरुआत में पेटीएम की सहयोगी कंपनी पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) पर भारतीय रिजर्व बैंक के प्रतिबंध लगाए जाने से पेटीएम को तगड़ा झटका लगा था।
इस साल की शुरुआत में सहयोगी कंपनी पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) पर भारतीय रिजर्व बैंक के प्रतिबंध लगाए जाने से पेटीएम को तगड़ा झटका लगा था। पेटीएम ने मंगलवार शाम को बीएसई को सूचित किया कि उसे नए यूपीआई यूजर्स को जोड़ने के लिए एनपीसीआई से मंजूरी मिल गई है।
पेटीएम मुनाफा में लौटा है, उसके बाद भी उसके शेयर में गिरावट यह दर्शाता है कि निवेशक अभी भी कंपनी को लेकर सतर्क रुख अपना रहे हैं, खासकर कंपनी के संचालन से घटते राजस्व और पिछली नियामक चुनौतियों के मद्देनजर।
पेटीएम के शेयर 2021 में ₹2,150 प्रति शेयर के आईपीओ मूल्य पर शेयर बाजारों में सूचीबद्ध हुए थे। इस हालिया रिकवरी के बावजूद, शेयर अभी भी अपने आईपीओ मूल्य से 66% नीचे है।
साल यानी 2023 में कुल 57 कंपनियों के आईपीओ आए थे, जिन्होंने कुल मिलाकर 49,436 करोड़ रुपये जुटाए थे। पिछले साल की तुलना में इस साल अभी तक 29 प्रतिशत रकम जुटाई जा चुकी है। लेकिन अभी ये आंकड़े काफी बड़े होने वाले हैं।
Paytm के फाउंडर ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स से एक वीडियो शेयर किया है। वीडियो एक लैपटॉप का है। ये लैपटॉप मार्केट में मौजूद दूसरे लैपटॉप से पूरी तरह से अलग है। इसे फीचर्स देख खुद विजय शेखर शर्मा हैरान हो गए। अब उनका यह वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है।
सेबी की तरफ से नोटिस विजय शेखर शर्मा द्वारा प्रमोटर वर्गीकरण मानदंडों का कथित रूप से पालन न करने के बदले मिला है। लंबे समय से पेटीएम की मुसीबत खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है।
पेटीएम ने अपने मनोरंजन टिकटिंग कारोबार को जोमैटो लिमिटेड को बेचने के लिए आखिरी समझौते किए हैं, जिसमें फिल्में, खेल और इवेंट (लाइव परफॉरमेंस) टिकटिंग शामिल हैं।
सेबी ने कहा कि उल्लंघन बेहद ‘गंभीर’ हैं। उसने कहा, इसलिए आपको भविष्य में सावधान रहने तथा अपने अनुपालन मानकों में सुधार करने की चेतावनी दी जाती है, ताकि भविष्य में ऐसा कुछ दोबारा न हो। ऐसा न करने पर कानून के अनुसार उचित प्रवर्तन कार्रवाई शुरू की जाएगी।
पेटीएम का शेयर 1,955 रुपये के भाव पर सूचीबद्ध हुआ था, जो उसके निर्गम मूल्य से नौ प्रतिशत कम था। पेटीएम के शेयर में गिरावट का दौर जारी है। अभी कंपनी का शेयर 465.20 रुपये पर ट्रेड कर रहा है।
क्रेडिट कार्ड से जुड़े नए नियम के अलावा, पेटीएम, एसबीआई कार्ड सहित कुछ बैंक भी अपनी तरफ से नए नियम तय करने वाले हैं। पेटीएम पेमेंट्स बैंक 20 जुलाई, 2024 को जीरो बैलेंस राशि वाले और पिछले वर्ष या उससे अधिक समय में कोई लेनदेन न करने वाले निष्क्रिय वॉलेट बंद कर देगा।
जोमैटो ने कहा है कि वह पेटीएम का मूवी और टिकटिंग बिजनेस खरीदने के लिए बातचीत कर रहा है। कंपनी ने कहा कि इससे वह अपनी गोइंग आउट ऑफरिंग को और विस्तार देना चाहता है।
वन97 कम्युनिकेशंस का वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में घाटा बढ़कर 550 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी ने जनवरी-मार्च तिमाही में पीपीबीएल में 39 प्रतिशत हिस्सेदारी के लिए 227 करोड़ रुपये के निवेश को बट्टे खाते में डाला है।
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