चुनाव अधिकारियों ने आदर्श आचार संहिता का हवाला देकर केंद्रीय मंत्री और राजकोट लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार परषोत्तम रूपाला के समर्थन में पाटीदार संगठन द्वारा लगाए गए कई बैनर हटवा दिए।
मेहसाणा जिले में पाटीदार समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाले सरदार पटेल ग्रुप द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने उन्हें विवाह के लिए लड़कियों को भगाने की घटनाओं का अध्ययन कराने का सुझाव दिया है।
2017 के विधानसभा चुनावों में, 182 में से 150 सीट जीतने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित करने के बावजूद, भाजपा महज 99 सीट पर जीत के साथ राज्य में अपनी सत्ता बरकरार रख पाई।
Hardik Patel To Join BJP: गुजरात के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल कांग्रेस का दामन छोड़ने के बाद आज 2 जून को बीजेपी में शामिल होने जा रहे हैं। वे 15 हजार कार्यकर्ताओं के साथ हार्दिक बीजेपी में शामिल हो रहे हैं।
PM Modi Gujarat Visit : बीजेपी भले ही इसे जनकल्याण से जुड़ा कार्यक्रम बता रही हो, लेकिन सियासी विशेषज्ञों को मानें तो यह पाटीदार वोटरों को साधने के लिए पार्टी की बड़ी कोशिश है।
पाटीदार समाज के चिंतन शिविर में फैसला लिया गया है कि विवाह के लिए लड़का-लड़की पसंद करने के लिए दोनों पक्षों के परिवार युवक-युवती के घर के अलावा अन्य स्थान पर एकत्रित होंगे। इस प्रकार लड़का-लड़की पसंद करने के लिए के लिए शनिवार को चयन मेला का आयोजन किया गया। हालांकि 5 हजार युवकों के सामने सिर्फ 500 युवतियों का बायोडाटा आया।
हार्दिक पटेल ने 2015 में गुजरात में पाटीदार समुदाय को अन्य पिछड़ा वर्ग के अंतर्गत आरक्षण प्रदान करने की मांग को लेकर चलाए गए आंदोलन की अगुवाई की थी।
मध्य प्रदेश के खंडवा में सामाजिक मान्यताओं से इतर बारात किसी दूल्हे ने नहीं बल्कि दुल्हनों ने निकाली वह भी घोड़े पर सवार होकर हाथों में तलवार लिए हुए।
तरुण गज्जर ने बताया कि पाटीदार आंदोलन के समय उनकी पत्नी गर्भवती थीं और अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था, लेकिन पाटीदार आंदोलन की वजह से उनको बहुत सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था
कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं पाटीदार नेता हार्दिक पटेल, जामनगर से लड़ सकते हैं चुनाव
समुदाय के छह विभिन्न संस्थाओं से संबद्ध पाटीदार नेताओं के साथ बैठक के बाद गुजरात के ऊर्जा मंत्री सौरभ पटेल ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि पाटीदार नेता अपना अनशन खत्म कर लें।
इस मामले में 14 अन्य लोगों को बरी कर दिया गया है। आरक्षण आंदोलन के दौरान हुई हिंसा की पहला घटना 23 जुलाई 2015 को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) विधायक ऋषिकेश पटेल के दफ्तर में हुई थी। इस दौरान जमकर तोड़फोड़ और आगजनी की गई थी।
अपने भाषण में पटेल ने अपना परिचय देते हुए कहा , ‘‘ मेरा नाम है कुर्मी , कुशवाहा , धानुक हार्दिक पटेल। ’’
पटेल ने प्रदेश भाजपा प्रमुख जीतू वाघानी और विधान सभा में नेता विपक्ष कांग्रेस के परेश धनानी को भी दो चिट्ठियां लिखी हैं और उनसे दोनों दलों के पाटीदार विधायकों के साथ इसमें शामिल होने का अनुरोध किया है। पटेल ने अपने खत में इन नेताओं को चेतावनी भी दी है।
यात्रा 24 जून को मेहसाणा जिले के उन्झा से शुरू होगी और राज्य के 97 नगरों से गुजरते हुए राजकोट के पास कागवाड में संपन्न होगी...
पाटीदार आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल के ऊपर उज्जैन में स्याही फेंकने की घटना सामने आई | स्याही फेंकने वाले युवक को पाटीदार समाज के युवकों ने मौके पर ही पकड़ भी लिया और उसे पुलिस के हवाले कर दिया
गांधीनगर शहर में दोनों पार्टियों ने एक-एक सीट अपनी झोली में डाली जबकि जूनागढ़ शहर की एक सीट कांग्रेस के खाते में इसबार गई। पहले यह सीट भाजपा की झोली में थी। इन शहरों को छोड़कर भाजपा ने अन्य सभी बड़े शहरी क्षेत्रों में क्लीन स्वीप किया। उसने राजकोट की
एक दिन पहले ही शुक्रवार को हार्दिक पटेल ने ईवीएम की जगह बैलट पेपर को बेहतर बताया था। हार्दिक ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा कि अगर ईवीएम से चुनाव कराने के बाद भी परिणाम के लिए 5-7 दिन का इंतजार करना पड़ता है तो इससे तो बेहतर है कि बैलट पेपर से चुनाव करा
एग्जिट पोल के मुताबिक गुजरात में लगातार छठी बार बीजेपी की सरकार बन रही है। ये नरेन्द्र मोदी और अमित शाह की बड़ी जीत का संकेत है...
गुजरात चुनाव को मोदी के लिए उनके गृहराज्य में प्रतिष्ठा की लड़ाई के तौर पर देखा जा रहा है जबकि नई ऊर्जा से लबरेज नजर आ रही कांग्रेस ने पिछले 22 सालों से सत्ता में...
संपादक की पसंद