इस मामले में 14 अन्य लोगों को बरी कर दिया गया है। आरक्षण आंदोलन के दौरान हुई हिंसा की पहला घटना 23 जुलाई 2015 को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) विधायक ऋषिकेश पटेल के दफ्तर में हुई थी। इस दौरान जमकर तोड़फोड़ और आगजनी की गई थी।
हार्दिक पटेल ने अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर पोस्ट वीडियो संदेश में कहा कि अपने समुदाय के सदस्यों के लिए आरक्षण प्राप्त करना उनकी प्राथमिक चिंता है...
पटेल ने प्रदेश भाजपा प्रमुख जीतू वाघानी और विधान सभा में नेता विपक्ष कांग्रेस के परेश धनानी को भी दो चिट्ठियां लिखी हैं और उनसे दोनों दलों के पाटीदार विधायकों के साथ इसमें शामिल होने का अनुरोध किया है। पटेल ने अपने खत में इन नेताओं को चेतावनी भी दी है।
कांग्रेस और हार्दिक पटेल के समर्थक पाटीदार नेताओं की बैठक को 30 घंटे से ज्यादा का वक्त बीत चुका है लेकिन अभी तक कोई बात निकल कर सामने नहीं आई है। हार्दिक के समर्थक कह रहे हैं कि फार्मूला सीक्रेट है तो कांग्रेस कह चुकी है कि वो संविधान के मुताबिक ही क
Patel quota: Patidars not to oppose Rahul Gandhi's Nov 3 rally in Gujarat
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