पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ की खानदानी जमीन नीलाम हो गई है। यूपी में बागपत जिले के कोताना गांव में 13 बीघा इस जमीन को 3 लोगों ने खरीदा है। इसे खरीदने के लिए लोगों ने खूब बोली लगाई थी।
पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने दिवंगत पूर्व राष्ट्रपति और सैन्य जनरल परवेज मुशर्रफ की मृत्युदंड की सजा को बरकरार रखा है। कारगिल युद्ध के लिए जिम्मेदार मुशर्रफ का पिछले साल दुबई में निधन हुआ था।
पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ का निधन इसी साल फरवरी में हो गया था, लेकिन वे अपनी मौत के बाद भी फिर चर्चा में है। अजीब बात यह है कि उनकी मौत के 9 महीने बाद अब जाकर उनकी मौत की सजा पर सुनवाई होगी। जानिए क्या है पूरा मामला?
79 साल की उम्र में मुशर्रफ का रविवार को दुबई के एक अस्पताल में निधन हो गया। थरूर द्वारा मुशर्रफ के निधन पर शोक व्यक्त करने पर बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी और कांग्रेस पर ‘‘पाकिस्तान परस्त’’ होने का आरोप लगाया था।
भाजपा के वार का पलटवार करते हुए थरूर ने एक ट्वीट किया और लिखा, 'अगर मुशर्रफ भारत के लिए अभिशाप थे, तो 2003 में तत्कालीन भाजपा सरकार ने उसके साथ युद्ध विराम पर बातचीत क्यों की और 2004 में संयुक्त बयान पर हस्ताक्षर क्यों किए?
पाकिस्तान के विदेशमंत्री बिलावल भुट्टो का मुशर्रफ की मौत पर कोई आधिकारिक शोक संदेश नहीं आया। बल्कि इस मौके पर उन्होंने अपनी मां को याद किया और ट्वीट संदेश में लिखा-'तू जिंदा रहेगी बेनजीर'। यही नहीं, बिलावल ने अपनी ट्विटर प्रोफाइल पिक्चर भी बदल ली।
पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ जब 2001 में प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के कार्यकाल में भारत दौरे पर आए थे तो उस वक्त तत्कालीन केंद्रीय गृहमंत्री लालकृष्ण आडवाणी से भी उनकी मुलाकात हुई थी। इस दौरान आडवाणी ने मुशर्ऱफ से कहा था कि वह दाऊद इब्राहिम को भारत को सौंप दें।
जनरल परवेज मुशर्रफ का जन्म अविभाजित भारत में दिल्ली के एक सरकारी अस्पताल में हुआ था।
1999 में ही मुशर्रफ के समय कंधार विमान अपहरण कांड हुआ था। लेकिन इन सबके बाद भी मुशर्रफ ने भारत के साथ अच्छे रिश्ते की बात कहकर अचानक मंच पर ही अटलजी से हाथ मिलाया। ये अलग बात है कि अटलजी ने भी आगे बढ़कर उनसे हाथ मिलाया, पर बात में ऐसा करारा जवाब दिया कि मुशर्रफ इस जवाब को लंबे समय तक नहीं भूले।
भारत के खिलाफ कारगिल की जंग के लिए परवजे मुशर्रफ कसूरवार माना जाता है। 1999 में जब कारगिल युद्ध हुआ, तब वे पाकिस्तान के सेना प्रमुख थे। ऐसा कहा जाता है कि उन्होंने करगिल युद्ध के बारे में तत्कालीन प्रधानमंत्री मियां नवाज शरीफ को भी अंधेरे में रखा था।
पाकिस्तान के स्व निर्वासित पूर्व तानाशाह परवेज मुशर्रफ ने गुरूवार को विशेष अदालत के उस फैसले को उच्चतम न्यायालय में चुनौती दी है जिसमें उन्हें फांसी की सजा सुनाई गयी है।
पाकिस्तान के विपक्षी दलों ने देशद्रोह के मामले में पूर्व सैन्य तानाशाह परवेज मुशर्रफ की सजा एक शीर्ष अदालत द्वारा निरस्त किए जाने पर आपत्ति जताई है।
परवेज मुशर्रफ को मौत की सजा पर पाकिस्तान की कोर्ट ने लगाई रोक
पाकिस्तान के पूर्व तानाशाह शासक जनरल परवेज मुशर्रफ को फांसी की सजा सुनाए जाने को लेकर पाकिस्तान की सेना ने आवाज उठाई है।
इस्लामाबाद : पाकिस्तान के पूर्व सेना प्रमुख परवेज मुशर्रफ ने विशेष अदालत से अपने खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर उनके खिलाफ चल रही राजद्रोह मामले की सुनवाई को गुरुवार (आज) से बढ़ाकर रमजान के बाद करने का आग्रह किया है।
पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने स्वीकार किया है कि उनके कार्यकाल के दौरान मसूद अजहर के आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने खुफिया एजेंसियों के निर्देशों पर भारत में हमले किए थे।
पाकिस्तान के पूर्व तानाशाह परवेज मुशर्रफ लीक हुई एक वीडियो में कथित तौर पर फिर से सत्ता हासिल करने के लिए अमेरिका से गुप्त समर्थन मांगते दिखे हैं ।
पाकिस्तान के प्रधान न्यायाधीश सादिक निसार ने पूर्व तानाशाह परवेज मुशर्रफ के पाकिस्तान नहीं लौटने और उनके खिलाफ चल रहे मामलों का सामना करने में विफल रहने को लेकर मंगलवार को नाराजगी जतायी।
देशद्रोह के आरोपों का सामना कर रहे पाकिस्तान के पूर्व तानाशाह परवेज मुशर्रफ गंभीर रूप से बीमार हैं।
करगिल सेक्टर में 1999 में भारतीय और पाकिस्तानी सैनिकों के बीच लड़ाई शुरू होने से कुछ सप्ताह पहले जनरल परवेज मुशर्रफ ने एक हेलिकॉप्टर से नियंत्रण रेखा पार की थी और भारतीय भूभाग में करीब 11 किमी अंदर एक स्थान पर रात भी बिताई थी।
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