एक ओर देश की नई संसद में महिला आरक्षण बिल पर चर्चा जारी है तो वहीं, दूसरी ओर विपक्षी दलों ने इस बिल की खामियों को लेकर केंद्र सरकार की नीयत पर सवाल उठा दिए हैं। अब बसपा प्रमुख मायावती ने भी बिल पर बयान जारी किया है।
संसद के विशेष सत्र में बुधवार को महिलाओं को एक तिहाई आरक्षण देने वाले ‘नारीशक्ति वंदन विधेयक’ पर चर्चा हो रही है। कांग्रेस ने भी इस विधेयक का समर्थन किया है।
बीते दिन संसद के विशेष सत्र में महिला आरक्षण बिल को पेश किया गया था। आज बुधवार को इस बिल पर चर्चा हुई जिसमें कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने भी हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने कई मुद्दें उठाए।
संसद के विशेष सत्र में सरकार ने मंगलवार को महिलाओं को एक तिहाई आरक्षण देने वाले ‘नारीशक्ति वंदन विधेयक’ को लोकसभा में पेश कर दिया। सरकार द्वारा पेश किए गए इस बिल का लगभग सभी राजनीतिक दलों ने कुछ आपत्तियों के साथ समर्थन किया है।
महिला आरक्षण बिल को पेश कर के केंद्र सरकार द्वारा बुलाए गए संसद के विशेष सत्र की दमदार शुरुआत हुई है। हालांकि, कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने एक ऐसा खुलासा किया है जिससे केंद्र सरकार और विपक्षी दलों के बीच विवाद हो सकता है।
गणेशोत्सव के पवित्र मौके पर हमारे देश की नई पार्लियामेंट बिल्डिंग का श्रीगणेश हो गया और विघ्नहर्ता ने महिला आरक्षण की सारी बाधाएं भी दूर कर दी. आज नई पार्लियामेंट बिल्डिंग में सबसे पहले महिला आरक्षण बिल पेश किया गया
Women Reservation Bill - महिला आरक्षण बिल पर Congress आ गई क्रेडिट लेने | Adhir Ranjan Chowdhury
संसद के नए भवन में मंगलवार को महिला आरक्षण विधेयक पेश किया गया, जिसे सराहना मिल रही है। ये विधेयक संसद के दोनों सदन से पास हो भी गया तो यह 2026 के बाद ही लागू हो सकेगा, बताया प्रियंका चतुर्वेदी ने। देखें उन्होंने क्या कहा-
गणेश चतुर्थी के अवसर पर जब पुराना संसद भवन छोड़कर नवनिर्मित संसद भवन में पहली बैठक हुई, तो सबसे पहले इस विधेयक को पेश किया गया. सोमवार को ही नरेंद्र मोदी ने कह दिया था कि संसद का यह अधिवेशन छोटा भले ही हो, लेकिन इसमें बड़े और ऐतिहासिक निर्णय लिये जाएंगे.
संसद की नई इमारत में आज राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की बयान पर हंगामा मच गया। निर्मला सीतारमण से उनकी तीखी बहस हो गई। हालांकि बाद में राज्यसभा के सभापति ने दोनों नेताओं को शांत कराया।
पुराने संसद भवन को यादों में सहेजने के लिए एक नया नाम दिया गया है। अब से पुराने संसद भवन को संविधान सदन के नाम से जाना जाएगा। इसके बारे में लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने नए संसद भवन में जानकारी दी है।
कभी कांग्रेस पार्टी के सदस्य रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने खुद आगे बढ़कर सबसे आगे की पंक्ति में बैठी सोनिया गांधी के पास जाकर उनका अभिवादन किया। इसके बाद सिंधिया और सोनिया अगल-बगल बैठे दिखाई दिए।
केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पेश कर दिया है। केंद्र की मोदी सरकार ने इस बिल को 'नारी शक्ति वंदन बिल' नाम दिया है। इससे पहले महिला आरक्षण बिल 27 सालों से अटका पड़ा था।
पीएम मोदी ने पुराने संसद भवन के सेंट्रल हॉल में सभी सांसदों को संबोधित किया और कहा कि ये संसद हमें संकल्प भी देती है और प्रेरित भी करती है। संसद के जरिए आर्टिकल 370 से मुक्ति मिली और मुस्लिम बहनों को भी न्याय मिला।
पुराने संसद भवन में सांसदों का फोटो सेशन हुआ। इस दौरान पीएम मोदी समेत तमाम वरिष्ठ नेता और कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी पहली पंक्ति में बैठे दिखे। वहीं राहुल गांधी का सबसे पीछे खड़े रहना चर्चा का विषय रहा।
पुराने संसद भवन को आज अलविदा कहने का दिन है। आज से नए संसद भवन में सदन की कार्यवाही शुरू हो जाएगी। हालांकि नियमित संसदीय काम-काज 20 सितंबर से शुरू होगा। नए संसद भवन में 11 बजे एक विशेष कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में कई सांसद मंगलवार को पुरानी इमारत से पैदल चलकर नए संसद भवन पहुंचे। इसके कुछ देर बाद संसद के नये भवन में लोकसभा की कार्यवाही शुरू हो गई।
संसद के विशेष सत्र के पहले दिन पीएम मोदी समेत कई सांसदों ने पुराने भवन की यादें ताजा की। वहीं, आज मंगलवार से संसद का कामकाज नए भवन में किया जाएगा। नए भवन में कई बिल भी लाए जा सकते हैं।
कैबिनेट की अहम बैठक में महिला आरक्षण बिल को मंजूरी दे दी गई है। सूत्रों के मुताबिक ये बिल 19 या 20 सितंबर को संसद में पेश किया जा सकता है।
मोदी सरकार द्वारा बुलाए गए पांच दिन के इस स्पेशल सेशन के एजेंडा को लेकर लगातार सवाल उठ रहे थे। इस मुद्दे को लेकर इंडिया टीवी ने एक पोल किया जिसके परिणाम कुछ इस प्रकार रहे।
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