गणेश चतुर्थी के अवसर पर जब पुराना संसद भवन छोड़कर नवनिर्मित संसद भवन में पहली बैठक हुई, तो सबसे पहले इस विधेयक को पेश किया गया. सोमवार को ही नरेंद्र मोदी ने कह दिया था कि संसद का यह अधिवेशन छोटा भले ही हो, लेकिन इसमें बड़े और ऐतिहासिक निर्णय लिये जाएंगे.
संसद की नई इमारत में आज राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की बयान पर हंगामा मच गया। निर्मला सीतारमण से उनकी तीखी बहस हो गई। हालांकि बाद में राज्यसभा के सभापति ने दोनों नेताओं को शांत कराया।
केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पेश कर दिया है। केंद्र की मोदी सरकार ने इस बिल को 'नारी शक्ति वंदन बिल' नाम दिया है। इससे पहले महिला आरक्षण बिल 27 सालों से अटका पड़ा था।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में कई सांसद मंगलवार को पुरानी इमारत से पैदल चलकर नए संसद भवन पहुंचे। इसके कुछ देर बाद संसद के नये भवन में लोकसभा की कार्यवाही शुरू हो गई।
संसद के विशेष सत्र के पहले दिन पीएम मोदी समेत कई सांसदों ने पुराने भवन की यादें ताजा की। वहीं, आज मंगलवार से संसद का कामकाज नए भवन में किया जाएगा। नए भवन में कई बिल भी लाए जा सकते हैं।
कैबिनेट की अहम बैठक में महिला आरक्षण बिल को मंजूरी दे दी गई है। सूत्रों के मुताबिक ये बिल 19 या 20 सितंबर को संसद में पेश किया जा सकता है।
मोदी सरकार द्वारा बुलाए गए पांच दिन के इस स्पेशल सेशन के एजेंडा को लेकर लगातार सवाल उठ रहे थे। इस मुद्दे को लेकर इंडिया टीवी ने एक पोल किया जिसके परिणाम कुछ इस प्रकार रहे।
सोनिया गांधी सदन से बाहर जाने लगीं तो केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सवाल उठाया कि आपकी नेता (सोनिया गांधी) भी तो जा रही हैं, इस पर सोनिया गांधी ने स्वयं जवाब दिया कि वह वापस आएंगी और वापस अपनी सीट पर आने के बाद वह अधीर के पूरे भाषण के दौरान सदन में बैठी रही और उन्हें गाइड करती रहीं।
देश की संसद का विशेष सत्र लोकसभा और राज्यसभा में शुरू हो चुका है। सभी नेता पुराने संसद भवन को लेकर भावुक भी हैं और नए संसद भवन को लेकर उत्साहित भी। इस बीच एक मजेदार वीडियो वायरल हो रहा है।
संसद के विशेष सत्र में पीएम मोदी नए संसद भवन के लिए उत्सुक भी दिखें और पुराने संसद भवन के लिए भावुक भी। उन्होंने संसद भवन की गरिमा को याद किया और इस बात पर चर्चा की कि देश की प्रगति में संसद का कितना अधिक योगदान रहा।
18 से 22 सितंबर, 2023 तक चलने वाले संसद के विशेष सत्र की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। सत्र के शुरू होने से पहले पीएम मोदी मे मीडिया से बात की।
केंद्र सरकार की ओर से बुलाए गए संसद के विशेष सत्र की शुरुआत सोमवार से हो गई है। इस सत्र में मोदी सरकार की ओर से कई अहम बिलों को पास किया जा सकता है।
संसद के विशेष सत्र से पहले भारतीय जनता पार्टी ने अपने सांसदों के लिए तीन लाइन का व्हिप जारी कर दिया है। संसद का विशेष सत्र 18 सितंबर से शुरू होगा। इस दौरान कुल पांच बैठकें होंगी।
संसद के विशेष सत्र से ठीक एक दिन पहले 17 सितंबर को सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई है। आज संसदीय मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी ने सोशल मीडिया एक्स पर यह जानकारी दी।
केंद्र सरकार की ओर से 18 से 22 सितंबर तक संसद के विशेष सत्र का ऐलान किया गया है। हालांकि, अब तक इस सत्र के एजेंडे का ऐलान नहीं हुआ है जिस कारण विपक्ष सवाल कर रहा है।
जब से केंद्र सरकार द्वारा संसद के स्पेशल सेशन का ऐलान हुआ है तभी से विपक्षी दलों द्वारा इस पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। अब इस सत्र से जुड़ा एक और बड़ा अपडेट सामने आया है।
18 से 22 सितंबर तक संसद का विशेष सत्र होना है। सोनिया गांधी ने संसद के विशेष सत्र में आर्थिक स्थिति, किसान संगठनों के साथ समझौते, अडाणी समूह के खुलासे, जातीय जनगणना की मांग, संघीय ढांचे पर हमले, समेत नौ मुद्दों पर चर्चा का आग्रह किया है।
कांग्रेस पार्टी की संसदीय रणनीतिक समूह की आज एक अहम बैठक हुई जिसमें देश में मौजूदा समस्याओं पर चर्चा की गई। इस बैठक में संसद के विशेष सत्र पर भी चर्चा हुई।
AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्र सरकार द्वारा बुलाए जा रहे संसद के विशेष सत्र को लेकर कहा है कि सरकार इस सत्र में चीन के मुद्दे पर चर्चा करे और साथ ही आरक्षण के मुद्दे पर भी चर्चा कराए। इतना ही नहीं ओवैसी ने कहा कि एक देश-एक चुनाव असंभव है।
विपक्षी दलों के नेताओं का कहना है कि सरकार ने साफ नहीं किया है कि ये सत्र किस लिए बुलाया गया है। आप नेता संजय सिंह ने कहा कि इंडिया की बैठक में इस पर चर्चा की जाएगी।
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