बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन (बीडब्ल्यूएफ) द्वारा शुक्रवार को देश को दो द्विदलीय कोटा दिए जाने के बाद भारत सात सदस्यीय टीम भेजेगा।
अपने इस प्रदर्शन से उन्होंने न सिर्फ ओलंपिक के लिये क्वालीफाई किया बल्कि 63.97 मीटर के अपने पिछले विश्व रिकार्ड में भी सुधार किया। उन्होंने यह रिकार्ड रियो पैरालंपिक 2016 में बनाया था।
चोटी के पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी कृष्ण नागर को तोक्यो 2020 पैरालंपिक के लिये क्वालीफाई करने पर गर्व है और वह 24 अगस्त से पांच सितंबर के बीच होने वाले खेलों में स्वर्ण पदक जीतकर इसे यादगार बनाना चाहते हैं।
पैरा एथलीट्स नवदीप और अरविंद ने 12वीं फाजा अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप विश्व पैरा एथलेटिक्स ग्रां प्री में शानदार प्रदर्शन करते हुए टोक्यो पैरालम्पिक के लिए दो कोटा हासिल किए।
भगत ने कहा, "पैरालंपिक में पदक जीतने से एक ही समय पर मेरे दो सपने पूरे होंगे। तेंदुलकर जी मेरे आदर्श हैं और वह रियो ओलंपिक और पैरालंपिक 2016 के पदक विजेताओं से मिले थे तथा उन्हें बधाई भी दी थी।"
एशियाई पैरालंपिक समिति (एपीसी) ने बुधवार को घोषणा की कि बहरीन अगले साल एक से दस दिसंबर के बीच चौथे एशियाई युवा पैरा खेलों की मेजबानी करेगा।
पैरालंपिक खेलों में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला दीपा मलिक ने कहा, ‘‘सबसे अंधेरी रात मेरे जीवन का सर्वश्रेष्ठ सूर्योदय लेकर आयी।’’
कोविड-19 महामारी के चलते भले ही ज्यादातर भारतीय खिलाड़ी अपने घर या होस्टल के कमरे में बंद हों लेकिन टोक्यो पैरालंपिक की तैयारी में जुटी बैडमिंटन खिलाड़ी पलक कोहली लखनऊ में अपनी आवासीय सोसाइटी में अस्थायी कोर्ट पर पूर्ण ट्रेनिंग कर पा रही हैं।
दीपा मलिक ने सक्रिय ( एक्टिव ) खेलों से संन्यास ले लिया है और उन्होंने यह फैसला इस साल की शुरुआत में भारतीय पैरालंपिक समिति (पीसीआई) का अध्यक्ष बनने से पहले कर लिया था।
उन्होंने आज राष्ट्रीय खेल संहिता के अनुसार भारत के पैरालंपिक समिति के अध्यक्ष के रूप में अपने पद को ग्रहण करने की घोषणा की।
पीसीआई खेल मंत्रालय से मान्यता हासिल करने वाली थी और इसके बाद टोक्यो पैरालम्पिक की तैयारी शुरू करने वाली थी, लेकिन इस बीच कोरोनावायरस ने सभी कुछ रोक दिया।
भारतीय पैरांलपिक समिति (पीसीआई) ने कोविड-19 महामारी के खिलाफ देश की लड़ाई में योगदान देने के लिये राज्य और केंद्र सरकार को पीपीई (निजी सुरक्षा उपकरण) किट दान देने का फैसला किया।
पिछले तीन साल से यूक्रेन में पैरालम्पिक की तैयारी कर रहे भारत के ऊंची कूद के खिलाड़ी शरद कुमार कोरोना वायरस महामारी के कारण पैरालम्पिक खेल एक साल के लिये टलने के बाद अब चिंतित हैं।
अंतरराष्ट्रीय परालंपिक समिति (आईपीसी) अभी वित्तीय परेशानियों से जूझ रही है लेकिन उसके अध्यक्ष ने साफ किया है कि वे मदद के लिये अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) का दरवाजा नहीं खटखटाएंगे।
दीपा ने कहा, "कोरोनोवायरस तो अब आया है, लेकिन संघ की मान्यता पांच महीने पहले ही रद्द की जा चुकी है।"
यह टूर्नामेंट अंतर्राष्ट्रीय पैरालम्पिक समिति (आईपीसी) से मान्यता प्राप्त है और साथ ही टोक्यो पैरालम्पिक के लिए इस साल का आखिरी क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट भी है।
संदीप ने 60.01 मीटर का थ्रो लगाकर पहला स्थान हासिल किया।
देश के सर्वोच्च खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न पाने वाले पहले परालम्पियन देवेंद्र झाझाारिया ने आज कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इस पुरस्कार के बाद परालम्पिक खेलों के प्रति लोगों का नजरिया बदलेगा।
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