देश को आजादी दिलाने के लिए सुभाष चंद्र बोस को नेता जी क्यों कहते हैं और किसने उन्हें नेताजी कहा था। क्या आपने कभी सोचा है इस बारे में। अगर आपके ये बात नहीं पता है तो इस खबर को पूरा पढ़े आपको जवाब मिल जाएगा।
23 जनवरी की तारीख को देश स्वतंत्रता वीर सुभाष चंद्र बोस की 127वीं जयंती मना रहा है। साल 2021 से उनकी जयंती को पराक्रम दिवस के तौर पर मनाया जाता है।
आज मोदी ने वो किया जो 75 साल से कोई कर नहीं पाया. आज मोदी ने वो नाम रखा जो दूसरा कोई सोच नहीं पाया. आज मोदी ने इतिहास को अलग तरीके से लिखा, जिसका विरोध कोई कर नहीं पाया. #HaqiqatKyaHai #PMModi #AndamanAndNicobar
PM Modi ने 21 Parakram Chakra विजेताओं के नाम पर Andaman and Nicobar समूह के 21 द्वीपों का नामकरण किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि Netaji Subhash Chandra Bose ने अंडमान में ही पहला झंडा फहराया था।#pmmodi
महान स्वतंत्रता सेनानी और आजाद हिंद फौज के संस्थापक नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125 वीं जयंती पर उन्हें संगीतमय श्रद्धांजलि।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती के उपलक्ष्य में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे, कार्यक्रम में अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि 'आज कोलकाता में आना मेरे लिए बहुत भावूक करने वाला पल है। बचपन से जब भी ये नाम सुना- नेताजी सुभाष चंद्र बोस मैं किसी भी स्थिति में रहा, ये नाम कान में पड़ते ही एक नई ऊर्जा से भर गया'।
आज नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती, जिसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज कोलकाता पहुंच रहे हैं,कोलकाता में पीएम मोदी पराक्रम दिवस समारोह में शामिल होंगे, लेकिन इसे लेकर अलग ही राजनीति शुरु हो गई है.
सुभाष चंद्र बोस का प्रसिद्ध नारा, 'तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा' आज भी लोगों के तन-मन में देशभक्ति का जज्बा और जोश भर देता है। आज देशभर में नेताजी की 125वीं जयंती मनाई जा रही हैं। पढ़ें और कुछ चुनिंदा विचार।
देश के स्वतंत्रता सेनानी और आजाद हिंद फौज के जनक नेताजी सुभाष चंद्र बोस (Subhash Chandra Bose) की जयंती को अब से पूरा देश पराक्रम दिवस (Parakram Diwas) के रूप में मनाएगा। केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने नेताजी का जन्मदिन 23 जनवरी (23rd January) को "पराक्रम दिवस" के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। इस संबंध में मंत्रालय की ओर से अधिसूचना जारी कर दी गई है। देश इस साल सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती मनाने जा रहा है।
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