भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में जारी तनाव को लेकर अगले 2-3 दिनों में कोर कमांडर स्तर की बातचीत होगी।
चीन में सभी युवाओं के लिए सेना में शामिल होना अनिवार्य है। इनमें ऐसे भी युवा शामिल हैं जो चीन के अमीर परिवारों से ताल्लुक रखते हैं और विलासिता का जीवन जीने के आदी है। फिर भी उन्हें एक निश्चित अवधि के लिए सेना में अपनी सेवाओं देनी पड़ती हैं।
सेना प्रमुख जनरल एम. एम. नरवणे ने भारतीय क्षेत्र पर कब्जे के लिए, चीन द्वारा नए सिरे से किए गए विफल प्रयासों के बाद क्षेत्र में बढ़े तनाव के बीच शुक्रवार को कहा कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर हालात ‘तनावपूर्ण’ हैं और भारतीय सैनिक हरसंभव आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।
लद्दाख में ब्लैक टॉप पर जब से भारतीय सेना ने कब्जा किया है, तब से पाकिस्तान में रेड अलर्ट हो गया है। चीन के भरोसे पाकिस्तान कश्मीर का ख्वाब देख रहा था और उसके साथ मिलकर टू फ्रंट वॉर की बात कर रहा था लेकिन जब से ब्लैक टॉप पर तिरंगा लहरा रहा है तब से इमरान खान और बाजवा के होश उड़े हुए हैं।
एलएसी के पार इनकी तैनाती के बाद ही चीन ने भारतीय क्षेत्रों में घुसपैठ के प्रयास शुरू कर दिए हैं। चीन ने पैंगॉन्ग त्सो में यथास्थिति को बदलने के लिए उत्तेजक सैन्य गतिविधि शुरू कर दी थी। हालांकि, भारतीय सैनिकों ने पीएलए के जमीन कब्जाने वाले मंसूबों पर पानी फेर दिया।
असल में चीन के दोहरे चरित्र को अब पूरी दुनिया समझ चुकी है। चीन को जहां मौका मिलता है वो दूसरे देशों पर दबाव बनाकर, ताकत दिखाकर, जमीन पर कब्जा करने की कोशिश करता है।
भारतीय सेना ने 28-29 अगस्त की दरम्यानी रात को एक आमने-सामने की घटना के बाद महत्वपूर्ण पीक पर कब्जा करने के चीनी पीएलए के प्रयास को विफल कर दिया और अपने क्षेत्र के भीतर सुप्त ऊंचाई पर कब्जा कर लिया।
चीन पहले गलवान में पिटा, फिर 29 और 30 अगस्त की रात को पिटा लेकिन ड्रैगन अपनी फितरत से बाज नहीं आ रहा। चीन ने कल यानी 31 अगस्त को भी LAC पर घुसपैठ की कोशिश की थी। सूत्रों के मुताबिक चीन की सेना की इस गुस्ताखी का भारतीय सेना ने तुरंत ही करारा जवाब दिया और चाइनीज आर्मी को पीछे भागना पड़ा।
भारत और चीन की सेनाओं के बीच नए सिरे से पैदा हुए तनाव की पृष्ठभूमि में मंगलवार को एक और दौर की सैन्य वार्ता की। सूत्रों ने कहा कि ब्रिगेड कमांडर-स्तरीय वार्ता पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारतीय क्षेत्र में चुशूल में सुबह 10 बजे शुरू हुयी।
चीन के साथ ताजा हालात पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की हाईलेवल मीटिंग खत्म हो चुकी है। इस बैठक में भारतीय सीमा सुरक्षा के लिए कई फैसले लिए गए। बैठक में तय किया गया कि भारतीय सैनिक LAC को पार नहीं करेंगे। LAC के पास भारतीय सीमा की सुरक्षा मज़बूत की जाएगी।
भारत और चीन की सेनाओं के बीच नए सिरे से पैदा हुए तनाव की पृष्ठभूमि में लद्दाख के उपराज्यपाल आर. के. माथुर ने सोमवार को केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री जी. किशन रेड्डी से भेंट की।
पूर्वी लद्दाख में चीनी फौज के दुस्साहसपूर्ण घुसपैठ के बाद सैन्य तनाव दूर करने के लिए भारत और चीन के बीच कूटनीतिक व सैन्य स्तर पर अभी तक हुई कई दौर की वार्ताओं का कोई नतीजा नहीं निकला है। दूसरी तरफ चीन की चालबाजियां भी बढ़ती जा रही हैं।
पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच जारी तनाव के बीच रविवार को दोनों देशों के शीर्ष कमांडरों के बीच 5वें चरण की बातचीत हुई। सैन्य कमांडर स्तर की यह बातचीत करीब 11 घंटे तक चली।
भारत और चीन के बीच कोर कमांडर लेवल की बातचीत में वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार चीन ने पारस्परिक रूप से पैट्रोलिंग पॉइंट 14, 15 और 17 पर हर चीज को वापस लेने पर सहमति व्यक्त की है।
पैंगोंग सो और देपसांग समेत पूर्वी लद्दाख में गतिरोध वाले सभी स्थानों से समयबद्ध तरीके से सैनिकों को पीछे हटाने की प्रक्रिया की रूपरेखा को अंतिम रूप देने के लिए भारतीय और चीनी सेना के कमांडरों के बीच मंगलवार को करीब 14 घंटे तक मैराथन बातचीत हुई।
सरकारी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, चीनी सेना Finger 4 से Finger 5 की तरफ चली गई है।
एलएसी पर तनाव कम करने के लिए भारत-चीन के बीच कमांडर लेवल की कल यानी मंगलवार को मैराथन बैठक हुई। दोनों देशों के बीच ये बैठक करीब 12 घंटे तक चली। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दोनों देशों के बीच गलवान घाटी में सहमित बनने की उम्मीद है।
गलवान में मुंह की खाने के बाद भी चीन सुधरने का नाम नहीं ले रहा है। चीन ने इस वक्त Pangong Lake पर अपनी आखें गड़ा दी हैं। इस रिपोर्ट में जानिए क्यों बेहद महत्वपूर्ण है ये झील।
भारत चीन के बीच कोर कमांडर लेवल की मॉलदो में सुबह 11:30 बजे से चल रही मीटिंग खत्म हो गई है। इस मीटिंग में पेंगोंग सो, पेट्रोलिंग पॉइंट 14 , पेट्रोलिंग पॉइंट 15 और पेट्रोल पॉइंट 17 के बारे में चाइनीज एक्शन को डिसकस किया गया।
चीन के खिलाफ भारतीय सेना को खुली छूट देने पर चीन में खलबली मच गई जिसके बाद चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने गीदड़भभकी दी है।
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