बाबा की रंगीन दिवाली का सारा जिम्मा हनीप्रीत के पास ही थी। कभी डेरे में रहे हंसराज चौहान के मुताबिक हनीप्रीत दिवाली वाली रात बाबा के लिए खास तौर से दीपों वाली लड़कियों का इंतजाम करती थी। दीप वाली लड़कियां आश्रम की वो साध्वियां और होस्टल में रहने वाली
सोशल मीडिया के दावे हैरान करने वाले हैं। इन दावों पर यकीन करना मुश्किल है। अगर बाबा को पहले से सबकुछ पता था तो वो जेल के अंदर बेचैन क्यों है। वो क्यों रो रहा है। बार बार हनीप्रीत से मिलने की गुहार क्यों लगा रहा है। अगर हनीप्रीत ने जेल में साथ जाने का
जेल के अंदर हनीप्रीत और सुखदीप दोनों को एक ही जगह रखा गया है। ज्यादातर समय दोनों आपस में बात करते नजर आई। जब हनीप्रीत को जेल का खाना दिया गया तो एक-दो निवाला ही हनीप्रीत खा सकी। रात को सोने से पहले हनीप्रीत ने आरओ का पानी पीया। शुक्रवार को हनीप्रीत क
कहा जाता है कि डेरे के अंदर विपासना और हनीप्रीत में छत्तीस का आंकड़ा था। हनीप्रीत राम रहीम की सबसे करीबी थी। वो चाहती थी कि डेरा का पूरा अधिकार उसे दिया जाए लेकिन राम रहीम को विपासना की क्षमता पर ज्यादा भरोसा था। पुलिस जानना चाहती थी कि पंचकूला हिंसा
उसने बलात्कारी राम रहीम के कारोबार से लेकर उसके सारी करतूतों का पर्दाफाश कर दिया है। हनीप्रीत ने बलात्कारी राम रहीम के साथ अपने रिश्ते को कबूल किया है और ये भी बताया है कि दोनों के रिश्ते के राज एक लैपटॉप में है जिसमें दोनों की तस्वीरें और वीडियोज है
पंचकूला हिंसा से लेकर डेरा सच्चा-सौदा तक में होने वाले ज्यादातर गलत कामों के लिए पुलिस ने हनीप्रीत को भी आरोपी बना रखा है, लेकिन दिक्कत है कि हरियाणा पुलिस के काबिल अफसरों की टीम यानी SIT हनीप्रीत से अब तक कुछ नहीं उगलवा पाई है। पहले छह दिन की पुलिस
हवालात में बंद हनीप्रीत की इस सहली का नाम सुखदीप कौर है और ये पंजाब के बठिंडा की रहने वाली है। पुलिस ने इसे बलात्कारी बाबा राम रहीम के मुंहबोली बेटी राम रहीम के साथ गिरफ्तार किया था। बताया जा रहा है कि ये राम रहीम के चहेते ड्राइवर इकबाल सिंह की पत्नी
पुलिस ने मंगलवार को पंचकूला की अदालत में हनीप्रीत का रिमांड बढ़ाए जाने के वक्त जो दलील दी, उसमें बताया गया कि उसे सिरसा में हनीप्रीत के लैपटॉप की बरामदगी करनी है। हनीप्रीत इससे पहले एक डायरी का जिक्र भी कर चुकी है। सूत्रों की मानें तो हनीप्रीत के लैप
हनीप्रीत ने पुलिस को सारे राज बता दिए। उसने पंचकुला हिंसा की साजिश में शामिल लोगों के नाम के साथ-साथ सबूत दिए। साथ ही 38 दिनों तक जिन लोगों ने उसकी मदद की उनके बारे में खुल कर बताया है और हवालात के अंदर करवाचौथ का व्रत रख कर ये बता दिया कि राम रहीम क
हनीप्रीत जिसका असली नाम प्रियंका तनेजा है, को बुधवार को पंचकूला की एक अदालत ने 6 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। उसे हरियाणा के पड़ोसी राज्य पंजाब से मंगलवार को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस अधिकारी ने कहा कि हिंसा में शामिल लोगों की गिरफ्तारी के ल
पंचकूला के पुलिस आयुक्त एएस चावला ने आज दावा किया कि 25 अगस्त को बलात्कार के मामले में अदालत में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम के दोषी पाये जाने के बाद जो हिंसा फैली थी, उसमें हनीप्रीत इंसां का हाथ होने के सबूत हरियाणा पुलिस को मिले हैं।
वहीं पंचकूला पुलिस ने डेरा सच्चा सौदा की 45 सदस्यों की मैनेजमेंट कमेटी को नोटिस भेजा है। पुलिस ने डेरा की मैनेजमेंट कमेटी को कहा है कि वो 25 अगस्त को हुई हिंसा मामले में अपना बयान दर्ज कराएं। पुलिस ने इन 45 लोगों को जांच में शामिल होने का निर्देश दिय
लोगों की बातों से एक बात तो साफ है कि हनीप्रीत आम लोगों की सिम्पैथी हासिल करने में फेल हो गई। ज्यादातर लोग यही मान रहे हैं कि बलात्कारी बाबा संत की भेष में शैतान है और हनीप्रीत उसकी राजदार है जो बाबा के सारे गुनाहों पर पर्दा डालने की फिराक में है।
हनीप्रीत पर आरोपों के दाग इतने गहरे हैं कि लाख कोशिशों के बाद भी पुलिस कस्टडी से उसे राहत नहीं मिल पाई। 38 दिनों तक पुलिस के सवालों से भागती रही लेकिन अब उसे बताने होंगे डेरा से जुड़े हर राज़ क्योंकि डेरा का उत्थान, पतन और जीवन तीनों को बाबा के सबसे
पंचकूला के चंडी मंदिर थाने में हनीप्रीत से पूछताछ हो रही है। चार पुलिस अधिकारी हनीप्रीत से पूछताछ कर रहे हैं। हनीप्रीत को महिला पुलिस की निगरानी में रखा गया है
बाबा राम रहीम और हनीप्रीत का बेहद करीबी माने जाने वाला दिलावर इंसा 20 दिनों की तलाश के बाद एसआईटी के हत्थे चढ़ गया। दिलावर के ऊपर पंचकूला में हिंसा भड़काने का आरोप है। जल्द ही मिल सकती है हनीप्रीत।
जब से हनीप्रीत के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी हुआ तब सो वो लापता थी। 25 अगस्त से हनीप्रीत पुलिस को लगातार झांसा दे रही थी। दावा ये भी है कि पंजाब पुलिस और मुंबई पुलिस की ज्वाइंट ऑपरेशन में हनीप्रीत गिरफ्तार किया गया है...
यह सवाल चर्चा में बना हुआ है कि क्या पंजाब व हरियाणा उच्च न्यायालय द्वारा शुक्रवार को डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को दुष्कर्म का दोषी करार दिए जाने के बाद स्वयंभू धर्मगुरु की सुरक्षा में लगे सुरक्षा कर्मियों ने अदालत परिसर से ही उन्हें भगाने में मदद
हरियाणा के पंचकूला शहर पड़ोसी चंडीगढ़ का शांतिपूर्ण विकल्प माना जाता है, लेकिन शुक्रवार को हजारों डेरा समर्थकों ने यहां जबदस्त उत्पात मचाया, जिसमें कई की मौत हो गई, 200 से अधिक घायल हो गए तथा करोड़ों की संपत्तियों को नुकसान पहुंचा।
डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम पर साध्वी यौन शोषण मामलें पर कल 25 अगस्त को फैसला आना है, यह मामला 15 साल पुराना है। इस चर्चित केस पर जज जगदीप सिंह को अपना फैसला सुनाना है।
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