सामुद्रिका शास्त्र के अनुसार हाथों की रेखाओं में हमारे जीवन का भविष्य छिपा रहता है। हाथों की रेखाओं के माध्यम से हम यह जान सकते हैं कि हमारी आयु कितनी लंबी होगी। आइये जानते हैं इस विषय में आचार्य इंदु प्रकाश से कि वो कौन सी रेखा है जो व्यक्ति की आयु के बारे में बताती है।
कभी-कभी हम अपने भाग्य को लेकर बहुत चिंतित होते हैं कि हमारा भाग्य कब खुलेगा और हमें जीवन में सफलता कब मिलेगी। ये सब हमारे हाथों की लकीरें भी बताती हैं, तो आइये जानते हैं आचार्य इंदू प्रकाश से हाथों की रेखा में छिपी भाग्य रेखा के बारे में।
Palmistry: हस्तरेखा शास्त्र में सिर्फ हाथ की रेखाएं ही नहीं बल्कि कई तरह से व्यक्ति के स्वभाव और भविष्य का पता लगाया जाता है। आज हम आपको हाथ की उंगलियों की बनावट और दूरी के आधार पर कुछ खास बातें बताने जा रहे हैं।
राजयोग की हस्तरेखा: हमारी रेखाएं, हमारे सफल और असफल भविष्य का संदेश देती हैं। ऐसे में ये इस बात का भी संकेत देती हैं कि आपको राजयोग मिलेगा या नहीं।
हाथ की लकीरें हमारी भविष्य को बताती है। हस्तरेखा ज्योतिष के अनुसार हथेली में मौजूद भाग्य रेखाएं अलग-अलग अर्थों को बयां करती हैं। तो आइए जानते हैं कि हर भाग्य रेखा का क्या है मतलब।
Palmistry: हथेली पर मौजूद कुछ निशान बहुत ही लकी माने जाते हैं। हस्तरेखा शास्त्र के जानकार कहते हैं कि ये लकी निशान बहुत कम लोगों की हथेली पर देखे जाते हैं। जिन लोगों की हथेली पर ये निशान होते हैं, उन्हें जीवन में कभी धन और ऐश्वर्य की कमी नहीं होती है।
Palmistry: हथेली के निशान जीवन में होने वाली चीज़ों की ओर संकेत देते हैं। लेकिन ज़रूरी नहीं हथेली पर पाए जाने वाले हर निशान शुभ संकेत ही देते हो। कुछ निशान अशुभ भी माने जाते हैं।
अगर आपकी शादी में देरी हो रही है या बाधा आ रही है तो आप हस्त रेखा के माध्यम से आप इसके पीछे का कारण और विकल्प जान सकते हैं।
अगर आप भी जानना चाहते हैं कि आपके हाथ में धन रेखा हैं कि नहीं। ऐसे में आप हाथों की रेखाओं को देखकर इस तरह से जान सकते हैं।
सामुद्रिक शास्त्र के हस्त रेखा ज्ञान के अंतर्गत जीवन रेखा बहुत ही अहम रेखा मानी जाती है क्योंकि इसी रेखा के द्वारा व्यक्ति की आयु, उसकी उपलब्धियां, जीवन, मृत्यु, संकट, दुर्घटना आदि का पता लगाया जाता है | साथ ही यह रेखा व्यक्ति की ऊर्जा शक्ति, स्वास्थ्य और खुशहाली का प्रतिनिधित्व करती है |
सामुद्रिक शास्त्र में आज सबसे पहले हम बात करेंगे तर्जनी उंगली के बारे में। हमारे हाथ की तर्जनी उंगली व्यक्ति की महत्वाकांक्षा, उसके अहम और उसके नेतृत्व की क्षमता को दर्शाती है। यह उंगली व्यक्ति के भाग्य और उसके कार्य करने के तरीके से परीचित कराती है. तर्जनी उंगली की लंबाई सामान्यतः मध्यमा उंगली के ऊपरी भाग के मध्य तक होती है।
प्रायः सभी नवजात शिशुओं के चेहरे वृत्ताकार आकृति के होते हैं। हालांकि ऐसा नहीं है कि बड़े लोगों के चेहरे इस आकृति के नहीं होते। लेकिन अधिकतर नवजात शिशुओं का चेहरा ऐसा ही होता है।
आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार विषम वर्गाकार चेहरे वाले लोगों का मानसिक एवं जैविक दोनों ही क्षेत्र संकुचित होते हैं, किन्तु इनका व्यावहारिक क्षेत्र बहुत विकसित होता है. घर-परिवार हो या समाज इनका व्यवहार सबसे अच्छा ही होता है।
सामुद्रिक शास्त्र में आज जानिए हथेली में बुध पर्वत के बारे में। बुध पर्वत का स्थान कनिष्ठिका उंगली के नीचे होता है। जिस किसी का बुध पर्वत पूरी तरह से विकसित होता है, वह व्यक्ति प्रखर बुद्धि और गंभीर विचार वाला होता है।
आप जिस लड़की के साथ विवाह करने वाले है। वह आपके घर में लक्ष्मी बनकर आएगी। ऐसे में अगर उसके शरीर में यह चिन्ह है तो समझों आपके घर में कभी भी सुख-समृद्धि की कमी नहीं होगी। जानें लड़कियों के शरीर में बने कौन से चिन्ह उन्हें बनाते है भाग्यशाली।
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