बेंजामिन नेतन्याहू ने इजरायल पर हमला करने वाले फिलिस्तीनियों के परिवारजनों को निर्वासित करने का कानून पारित किया है। इन्हें इजरायल से हटाकर गाजा और अन्य जगहों पर निर्वासित किया जाएगा।
इजरायली सेना ने दक्षिणी गाजा पर एक साथ कई घातक हवाई हमले किए। इसमें अलग-अलग स्थानों पर हुए हमलों में कुल 36 लोग मारे गए। जबकि कई दर्जन लोगों के घायल होने की खबर है। मरने वालों में एक ही परिवार के 11 लोग शामिल हैं। इनमें 2 बच्चों की भी मौत हो गई है।
कर्नाटक के तुमकुरु में कुछ युवकों ने फिलीस्तीन का झंडा फहराने की कोशिश की लेकिन कार्यक्रम स्थल पर मौजूद लोगों के दखल के बाद वे इसमें कामयाब नहीं हो सके।
इजरायली सेना ने वेस्ट बैंक में घातक हमला किया है। इसमें 15 फिलिस्तीनियों समेत 9 आतंकवादी मारे गए हैं। यह हमला गाजा के एक स्कूल पर हुआ। हमला इतना अधिक घातक था कि कई लोगों के शव क्षत-विक्षत हो गए।
गाजा पर इजरायल ने हमास के एक खूंखार आतंकी को निशाना बनाकर भीषण हवाई हमला किया है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार दिल दहला देने वाले इस हमले में कम से कम 71 लोग मारे गए हैं। वहीं 289 लोग घायल हुए हैं। मरने वालों का आंकड़ा अभी बढ़ सकता है।
इजरायली सेना ने हमास के खात्मे के लिए अब रफाह शहर के अंदर तक घुस गई है। बुधवार की पूरी रात इजरायली सेना बमबारी और गोलीबारी करती हुई शहर के अंदर तक टैंकों की गर्जना के साथ पहुंच गई। इस दौरान तमाम इमारतें ध्वस्त हो गई। हालांकि इस दौरान कितने लोग मारे गए, इस बारे में जानकारी सामने नहीं आ सकी है।
राफा शहर में हुए इजरायली हमले में मारी गई फिलिस्तीनी महिला के गर्भ से जिंदा बच्ची को निकाला गया है। हमले में नवजात बच्ची की मां, पिता और बहन की मौत हो गई है।
इजरायली सेना ने मध्य गाजा में भीषण हवाई हमला किया है। इसमें कम से कम 2 फिलिस्तीनी पत्रकारों के मारे जाने की खबर है। हमले में कई लोग घायल भी हुए हैं। बताया जा रहा है कि यह एयरस्ट्राइक अल-अक्सा हॉस्पिटल के पास एक टेंट पर की गई। वीडियो में टेंट में हमले के बाद आग लगी है और लोग बचाव करते देखे जा रहे हैं।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने इजरायली सेना पर राफाह में 10 और फिलिस्तीनियों की हत्या का आरोप लगाया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार तंबू में शरण लिए लोगों पर इजरायली सेना ने हवाई हमला कर दिया। इसमें कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई। इससे पहले आइडीएफ पर गुरुवार को 115 फिलिस्तीनियों की हत्या का भी आरोप लग चुका है।
भारत ने गाजा में गुरुवार को मानवीय सहायता के इंतजार में खड़े 100 से ज्यादा लोगों के मारे जाने पर गहरा दुख व्यक्त किया है। भारत ने गाजा में फिलिस्तीनियों के लिए मानवीय मदद मुहैया कराने के समस्त प्रबंध किए जाने की अपील की है। इन मौतों पर संयुक्त राष्ट्र ने इजरायली सेना की कड़ी निंदा की है।
गाजा में इजरायली सेना ने पिछले 24 घंटे में दर्जनों मिसाइलों की बौछार कर दी है। इसमें 178 लोग मारे गए हैं और 300 लोग घायल हुए हैं। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार अब तक इसमें 25 हजार फिलिस्तीनियों की मौत हुई है।
अमेरिका में फिलिस्तीन के समर्थकों ने न्यूयॉर्क और लॉस एंजिलिस हवाई अड्डों के मार्ग को अवरुद्ध कर यात्रियों के लिए बारी मुश्किल पैदा कर दी। काफी देर तक दोनों मार्गों के बंद होने के कारण यात्रियों को अपनी उड़ानों तक पहुंचने में भारी दिक्कत हुई। पुलिस ने कई प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर मार्ग खुलवाया।
इजरायल ने हमास पर हमले को और तेज कर दिया है। शनिवार को दो मकानों पर इजरायल के भीषण ड्रोन हमले में 90 लोग मारे गए। इसमें ज्यादातर एक ही परिवार के सदस्य थे। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बात की। हालांकि उन्होंने गाजा में युद्धविराम के लिए नहीं कहा।
इजरायल-हमास युद्ध में 7 अक्टूबर से लेकर अब तक गाजा में मरने वाले लोगों की संख्या 20 हजार के आंकड़े को पार कर गई है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से यह आंकड़ा जारी किया गया है। आंकड़ो में अब तक गाजा में 20 हजार 57 लोगों की मौत होने की जानकारी दी गई है। यह पिछले 75 वर्षों में किसी भी संघर्ष में हुई सर्वाधिक मौतें हैं
हमास ने इजरायल पर युद्ध विराम समझौते की शर्तों के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए बंधकों की रिहाई कई घंटों तक टाले रखी, जिसके कारण तनावपूर्ण गतिरोध पैदा हो गया था, लेकिन अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता प्रयासों से इस गतिरोध को दूर कर दिया गया। युद्धविराम के पहले दिन हमास ने करीब 240 बंधकों में से 24 लोगों को रिहा किया था।
इजरायल-हमास युद्ध विराम समझौते के दूसरे दिन आज 14 इजरायली बंधक मुक्त किए जाएंगे। वहीं बदले में इजरायल 42 फिलिस्तीनियों को छोड़ेगा। दोनों पक्षों की ओर से बंधकों की सूची उपलब्ध करा दी गई है। समझौते के तहत दोनों पक्ष युद्ध विराम का पालन कर रहे हैं। पहले दिन 13 इजरायली और 39 फिलिस्तीनी छोड़े जा चुके हैं।
इजरायल और हमास के बीच बंधकों को मुक्त करने के समझौते के बाद रिहाई का सिलसिला शुक्रवार से शुरू हो गया है। वर्षों बाद इजरायल की जेलों से छूटकर आए नाबालिगों और महिलाओं को देखकर उनके परिवारजनों की आंखों भावुकता से भर आईं। रिहाई को परिवारों ने उत्सव के रूप में मनाया। रातभर आतिशबाजी भी की।
इजरायली सेना की कार्रवाई अब गाजा से होते हुए वेस्ट बैंक तक पहुंच गई है। यहां भी इजरायली सेना चरमपंथियों को ढूंढ़-ढूंढ़ कर मार रही है। शुक्रवार को आइडीएफ की कार्रवाई में 3 चरमपंथी समेत 5 फिलिस्तीनी मारे गए हैं। सेना ने यहां के एक अस्पताल को चारों तरफ से घेर लिया है।
इजरायल-हमास युद्ध के 35वें दिन इजरायली सेना का बड़ा मानवीय चेहरा देखने को मिला है, जब आइडीएफ ने आखिरी वक्त में एक टारगेट के पास बच्चों और आम नागरिकों को टहलता देखकर एयरस्ट्राइक को रद्द कर दिया। अगर यह हवाई हमला होता तो इसमें दर्जनों बच्चे और फिलिस्तीनी नागरिक मारे जा सकते थे।
इजरायल-हमास युद्ध के लेकर भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद ने बड़ा बयान दिया है। सांसद अमी बेरा ने कहा कि जब तक दोनों तरफ से निर्दोषों की हत्या की जाती रहेगी, तब तक लोगों को मिलकर शांति से रहने का सपना कभी पूरा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि फिलिस्तीनियों को जीने का अधिकार है और इजरायल को अपनी रक्षा का।
संपादक की पसंद