वकील हरि शंकर जैन ने 25 जून को लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ लेने वाले हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी को अयोग्य घोषित करने की मांग की है।
संसद में मंगलवार को सांसद पद की शपथ लेते हुए एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने जय फिलिस्तीन का नारा लगाया जिसे लेकर विवाद बढ़ गया है। अब उनकी सदस्यता खत्म करने की मांग की जा रही है।
हैदराबाद लोकसभा सीट से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने लोकसभा में शपथ ग्रहण के दौरान जय फिलीस्तीन का नारा लगाकर हंगामा खड़ा कर दिया है।
इजरायली सेना ने मध्य गाजा में बेहद खतरनाक अभियान चलाते हुए हमास से हुए कई घंटों के युद्ध के बाद 4 इजरायली बंधकों को जिंदा छुड़ा लिया है। इस दौरान इजरायली सेना के हमले में 210 फिलिस्तीनी मारे गए हैं। साथ ही बड़ी संख्या में हमास आतंकियों के भी मारे जाने की आशंका है।
फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों ने न्यूयॉर्क में जमकर उत्पात मचाया। वह अचानक ब्रुकलिन संग्रहालय पहुंच गए और वहां छतों व दीवारों पर फिलिस्तीन का बैनर लिए चढ़ गए। प्रदर्शनकारियों ने आजाद फिलिस्तीन के नारे लगाने शुरू कर दिए। इसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
गाजा में मानवीय सहायता पहुंचाने के सारे रास्ते बंद हो जाने के बाद अमेरिका ने अब इसकी भी काट खोज ली है। अमेरिका ने गाजा में इसके लिए अस्थाई पोतघाट तैयार किया है, जिसके जरिये संयुक्त राष्ट्र ने फिलिस्तीनियों को राहत सामग्री भेजना आरंभ कर दिया है।
रफाह के अंदर, डब्ल्यूएफपी के साथ साझेदारी करने वाले केवल दो संगठन अभी भी सामग्री वितरित कर पा रहे हैं और शहर में कोई बेकरी संचालित नहीं हो रही है। उन्होंने कहा, "इलाका छोड़ने के आदेशों, विस्थापन और खाद्य सामग्री की कमी के कारण ज्यादातर रसद वितरण रुक गया है। स्थिति लगातार अस्थिर होती जा रही है।
भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के प्रस्ताव के मसौदे के पक्ष में मतदान किया है। प्रस्ताव में कहा गया है कि फिलिस्तीन योग्य है और उसे संयुक्त राष्ट्र के पूर्ण सदस्य के रूप में स्वीकार किया जाना चाहिए।
स्कूल के एक छात्र ने कहा कि जब उन्होंने गोलियों की आवाजें सुनीं तब उसकी कक्षा के छात्र स्कूल के जिम में स्केटिंग का अभ्यास कर रहे थे। कौल ने बताया कि चिंतित अभिभावक घंटों तक बस डिपो पर अपने बच्चों का इंतजार करते रहे। उन्होंने कहा कि कानून लागू करने वाली एजेंसी खतरे को लेकर लगातार चिंतित थी।
अमेरिका में फिलिस्तीन समर्थकों ने अपने भारी विरोध प्रदर्शन को तेज कर दिया है। इससे ज्यादातर अमेरिकी कालेजों और विश्वविद्यालयों में हिंसा शुरू हो गई है। पुलिस के साथ प्रदर्शनकारियों की झड़पें हो रही हैं। छात्रों के अलावा बाहरी प्रदर्शनकारी भी छात्र के रूप में इजरायल विरोधी प्रोटेस्ट में शामिल हो गए हैं।
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका ने इस तरह इजरायल का साथ निभाया कि बेंजामिन नेतन्याहू भी बाइडेन के मुरीद हो गए। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में मौका था फिलिस्तीन को पूर्ण सदस्यता देने के प्रस्ताव पर वोटिंग का। फिलिस्तीन को यूएनएससी के 15 में से 12 सदस्यों के वोट मिल चुके थे। मगर अमेरिका ने वीटो लगा दिया।
एक तरफ जहां इजराइल और हमास के बीच जंग जारी है तो वहीं अमेरिका में फलस्तीन समर्थकों ने जोरदार प्रदर्शन किया है। प्रदर्शनकारियों की वजह से आम लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है।
सिंगापुर की यात्रा के दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इजरायल-फिलिस्तीन के मुद्दे को सुलझाने के लिए द्विराष्ट्र समाधान का विकल्प सुझाया है। भारत इस मुद्दे पर शुरू से ही दो पक्षों के बीच बातचीत से शांति पूर्वक मुद्दे का हल निकालने का सुझाव देता रहा है।
पूरी दुनिया में मुस्लिम समुदाय के लोगों का पवित्र महीना रमजान शुरू हो गया है। रमजान में भी इजराइल और गाजा का युद्ध नहीं रुक रहा है। इसी क्रम में 24 घंटे में 67 फलस्तीनियों की मौत हो गई है।
फिलिस्तीन में रमजान शुरू हो गए हैं। लोगों ने गाजा में 5 महीने से जारी जंग के बीच टूटी फूटी इमारतों के मलबों के बीच नमाज अदा की। रमजान आ गए, पर जंग पर विराम कब लगेगा, यह स्पष्ट नहीं है। हालांकि अमेरिका के राष्ट्रपति ने जंग रोकने की कोशिशों की बात कही है।
फिलिस्तीन के समर्थकों ने ब्रिटेन के कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में घुसकर उत्पात मचा दिया है। कैम्ब्रिज के एक कालेज में लगी ब्रिटिश राजनेता लॉर्ड जेम्स बालफोर की 110 साल पुरानी पेंटिंग तस्वीर को तोड़ डाला है। इसे वर्ष 1914 में लगाया गया था।
चीन ने अमेरिका पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि वाशिंगटन बीजिंग पर दबाव बनाना चाहता है। चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने कहा है कि रिश्तों में सुधार के बावजूद अमेरिका उस पर दबाव बनाने की रणनीति तैयार कर रहा है।
अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने गाजा में तत्काल युद्धविराम का आह्वान किया। उन्होंने फिलिस्तीनी लोगों के बीच अमानवीय स्थितियों और मानवीय आपदा को कम करने के लिए सहायता के प्रवाह को बढ़ाने के लिए इजराइल पर दबाव डाला।
कई महीनों से गाजा और इजराइल के बीच चल रहे संघर्ष के बीच अब तक हजारों लोगों की मौत हो गई है। वहीं घायलों की सहायता के लिए अमेरिका हवाई मार्ग से मदद पहुंचाएगा। इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है।
गाजा में बीते 24 घंटे में 104 नागरिकों की मौत पर फिलिस्तीन भड़क उठा है। फिलिस्तीन ने इसे इजरायली सेना की ओर से किया गया नरसंहार बताया है। वहीं इजरायली सेना का इस मद में अलग दावा है। आइडीएफ का कहना है कि सहायता का इंतजार कर रहे लोगों की मौत कुचलने की वजह से हुई है।
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