कई महीनों से गाजा और इजराइल के बीच चल रहे संघर्ष के बीच अब तक हजारों लोगों की मौत हो गई है। वहीं घायलों की सहायता के लिए अमेरिका हवाई मार्ग से मदद पहुंचाएगा। इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है।
गाजा में बीते 24 घंटे में 104 नागरिकों की मौत पर फिलिस्तीन भड़क उठा है। फिलिस्तीन ने इसे इजरायली सेना की ओर से किया गया नरसंहार बताया है। वहीं इजरायली सेना का इस मद में अलग दावा है। आइडीएफ का कहना है कि सहायता का इंतजार कर रहे लोगों की मौत कुचलने की वजह से हुई है।
फिलिस्तीनी प्रधानमंत्री मोहम्मद शतायेह ने सोमवार को अपनी सरकार के इस्तीफे की घोषणा कर दी।
विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) ने कहा कि अराजकता और हिंसा के कारण उसे उत्तरी गाजा में खाद्य पदार्थ की आपूर्ति को रोकने के लिए मजबूर होना पड़ा। उन्होंने कहा तीन सप्ताह पहले एक ट्रक पर हमला होने के बाद पहली बार खाद्य पदार्थ की आपूर्ति रोकी गई थी।
ब्रिटेन के एक शीर्ष राजनयिक ने कहा कि उनका देश गाजा में युद्धविराम के बाद फिलिस्तीन को आधिकारिक तौर पर एक देश के रूप में मान्यता दे सकता है।
अमेरिका ने इजराइल के विरोध में और फिलिस्तीन के पक्ष में एक नया आदेश दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यहूदियों पर एक्शन लेने का आदेश दे डाला है। इन यहूदियों पर वेस्ट बैंक में हिंसा, आगजन की वारदातें करने का आरोप है। जानिए अमेरिका ने ऐसा क्यों किया?
सऊदी अरब के विदेश मंत्री प्रिंस फैसल बिन फरहान अल सऊद ने एक बड़ा बयान देते हुए कहा है कि फिलीस्तीन देश की स्थापना का रास्ता साफ होने तक वह इजरायल के साथ संबंधों को सामान्य नहीं करेगा।
युगांडा की राजधानी कंपाला में " जयशंकर ने श्रीलंका, फिलिस्तीनी, बहरीन, सर्बिया, बोलीविया, अजरबैजान और वेनेजुएला के अपने समकक्षों के साथ कई द्विपक्षीय बैठकें कीं। इस दौरान उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों के साथ-साथ क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा की।
इजरायली सेना ने गाजा में एक ऑपरेशन के दौरान गुरुवार को फ़िलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद संगठन के डिप्टी सूचना चीफ वाएल अबू-फ़नौना हवाई हमले में ढेर कर दिया है। यह 2017 से ही इस संगठन की जिम्मेदारी संभाल रहा था। इजरायल थल और वायुसेना के संयुक्त अभियान में इसे मार दिया गया।
इजरायल-हमास युद्ध को लेकर भारत ने संयुक्त राष्ट्र में आम फिलिस्तीनियों की मौत की कड़ी निंदा की है। भारत ने कहा कि गाजा में आम नागरिकों की मौत अस्वीकार्य है और भारत इसकी सख्त निंदा करता है। यूएन में भारत की स्थाई प्रतिनिधि रुचिरा कांबोज ने कहा कि 7 अक्टूबर को हमास का इजरायल पर आतंकी हमला इसके लिए दोषी है।
इजराइल और हमास में दक्षिण गाजा में संघर्ष जारी है। हालांकि बाकी इलाकों से इजराइल अपने हजारों सैनिकों को वापस बुला रहा है। इससे ये नजर आ रहा है कि वह जंग को समेटना चाहता है या फिर नई रणनीति के साथ हमले करने पर काम कर रहा है।
इजराइल के रक्षा मंत्री याओव गैलेंट ने लंबे समय तक युद्ध चलने का अनुमान जताते हुए कहा कि हमास को तबाह करने में कई महीने लगेंगे। पिछले दिनों अस्थाई संघर्ष विराम के बाद फिर गाजा में लड़ाई का ताजा दौर व्यापक पैमाने पर शुरू हो गया है।
फिलिस्तीन के समर्थन में आज मुंबई में एक रैली का आयोजन किया गया। इस रैली में शामिल लोगों ने युद्ध समाप्त कराने को लेकर पीएम मोदी से अपील की। साथ ही सपा और कांग्रेस से भी एक अपील की है।
हमास के साथ सीजफायर के खत्म होने के बाद इजरायल ने गाजा पट्टी पर एक नई ताकत के साथ हमला करना शुरू कर दिया है और इसका असर खान यूनिस पर देखने को मिल रहा है।
इजरायली वाणिज्य दूतावास के बाहर एक फिलिस्तीनी समर्थक ने खुद को आग लगा ली। फिलिस्तीनी समर्थक की जान बचाने के दौरान एक सुरक्षाकर्मी भी घायल हो गया। बता दें कि इस दौरान फिलिस्तीनी समर्थक के हाथ में फिलिस्तीन का भी झंडा था।
इजरायल ने सीजफायर टूटने के बाद से गाजा पर लगातार बमबारी की जिसमें 175 से ज्यादा लोग मारे गए हैं और दर्जनों घायल एवं लापता हैं।
इजरायल-हमास युद्ध विराम समझौते के दूसरे दिन हमास ने 13 इजरायलियों और 4 विदेशी बंधकों को रिहा किया। बदले में इजरायली सेना ने करीब 51 फिलिस्तीनियों को जेल से मुक्त किया। मगर हमास ने देर शाम तक इजरायली बंधकों की रिहाई को रोके रखा। इससे दोनों पक्षों में तनाव बढ़ गया था।
इजरायल-हमास युद्ध विराम समझौते के दूसरे दिन आज 14 इजरायली बंधक मुक्त किए जाएंगे। वहीं बदले में इजरायल 42 फिलिस्तीनियों को छोड़ेगा। दोनों पक्षों की ओर से बंधकों की सूची उपलब्ध करा दी गई है। समझौते के तहत दोनों पक्ष युद्ध विराम का पालन कर रहे हैं। पहले दिन 13 इजरायली और 39 फिलिस्तीनी छोड़े जा चुके हैं।
कांग्रेस की केरल इकाई ने फिलिस्तीन के समर्थन में एक रैली की। इस रैली में कांग्रेस नेताओं ने पीएम मोदी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि अभी तक भारत फिलिस्तान का समर्थन करता रहा है, लेकिन मोदी ने इजराइल का समर्थन कर भारत को अपमानित किया।
पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी को फिलिस्तीन के राष्ट्रपति से टेलिफोन पर बातचीत करना महंगा पड़ गया। उन्होंने पाकिस्तान की ओर से फिलिस्तीनी राष्ट्रपति को ऐसा सुझाव दे दिया, जिससे वे खुद ही घिर गए। विपक्षी सांसद उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।
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