भारत सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए फिलिस्तीन शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी (UNRWA) को 2.5 मिलियन अमेरिकी डॉलर की पहली किश्त जारी की है।
भारत ने फलीस्तीन समस्या के शांतिपूर्ण समाधान का समर्थन किया है। भारत ने फिर कहा है कि वार्ता के माध्यम से समस्या को हल किया जाना चाहिए।
यूएन महासचिव ने कहा कि जब हमने सोचा कि गाजा में स्थिति इससे बदतर नहीं हो सकती, तब भयावह रूप से नागरिकों को नरक के और भी गहरे घेरे में धकेला जा रहा है। गुटरेस ने कहा कि गाजा शहर में इजरायल के नवीनतम निकासी आदेश से नागरिकों को अधिक पीड़ा और रक्तपात का सामना करना पड़ा है।
उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में एक धार्मिक जुलूस में कथित तौर पर फिलिस्तीन का झंडा फहराए जाने का वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर एक शख्स को गिरफ्तार कर लिया है।
ऑस्ट्रेलिया में संसद भवन की छत पर फलस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों ने जमकर उत्पात मचाया। फलस्तीन समर्थकों का एक समूह संसद भवन की छत पर चढ़ गया, जहां उन्होंने भवन के सामने बैनर टांग दिए।
पिछले कुछ घंटों में सेना ने झड़पों में कई को मार गिराया और इजरायली सैनिकों को क्षेत्र में एक स्कूल परिसर के अंदर एक हथियार डिपो मिला है।
सीनियर एडवोकेट हरिशंकर जैन ने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 102 में साफ-साफ लिखा है कि यदि कोई व्यक्ति किसी बाहरी स्टेट से जुड़ाव या समर्थन में है, तो संवैधानिक पद के लिए अयोग्य है।
वकील हरि शंकर जैन ने 25 जून को लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ लेने वाले हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी को अयोग्य घोषित करने की मांग की है।
संसद में मंगलवार को सांसद पद की शपथ लेते हुए एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने जय फिलिस्तीन का नारा लगाया जिसे लेकर विवाद बढ़ गया है। अब उनकी सदस्यता खत्म करने की मांग की जा रही है।
हैदराबाद लोकसभा सीट से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने लोकसभा में शपथ ग्रहण के दौरान जय फिलीस्तीन का नारा लगाकर हंगामा खड़ा कर दिया है।
इजरायली सेना ने मध्य गाजा में बेहद खतरनाक अभियान चलाते हुए हमास से हुए कई घंटों के युद्ध के बाद 4 इजरायली बंधकों को जिंदा छुड़ा लिया है। इस दौरान इजरायली सेना के हमले में 210 फिलिस्तीनी मारे गए हैं। साथ ही बड़ी संख्या में हमास आतंकियों के भी मारे जाने की आशंका है।
फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों ने न्यूयॉर्क में जमकर उत्पात मचाया। वह अचानक ब्रुकलिन संग्रहालय पहुंच गए और वहां छतों व दीवारों पर फिलिस्तीन का बैनर लिए चढ़ गए। प्रदर्शनकारियों ने आजाद फिलिस्तीन के नारे लगाने शुरू कर दिए। इसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
गाजा में मानवीय सहायता पहुंचाने के सारे रास्ते बंद हो जाने के बाद अमेरिका ने अब इसकी भी काट खोज ली है। अमेरिका ने गाजा में इसके लिए अस्थाई पोतघाट तैयार किया है, जिसके जरिये संयुक्त राष्ट्र ने फिलिस्तीनियों को राहत सामग्री भेजना आरंभ कर दिया है।
रफाह के अंदर, डब्ल्यूएफपी के साथ साझेदारी करने वाले केवल दो संगठन अभी भी सामग्री वितरित कर पा रहे हैं और शहर में कोई बेकरी संचालित नहीं हो रही है। उन्होंने कहा, "इलाका छोड़ने के आदेशों, विस्थापन और खाद्य सामग्री की कमी के कारण ज्यादातर रसद वितरण रुक गया है। स्थिति लगातार अस्थिर होती जा रही है।
भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के प्रस्ताव के मसौदे के पक्ष में मतदान किया है। प्रस्ताव में कहा गया है कि फिलिस्तीन योग्य है और उसे संयुक्त राष्ट्र के पूर्ण सदस्य के रूप में स्वीकार किया जाना चाहिए।
स्कूल के एक छात्र ने कहा कि जब उन्होंने गोलियों की आवाजें सुनीं तब उसकी कक्षा के छात्र स्कूल के जिम में स्केटिंग का अभ्यास कर रहे थे। कौल ने बताया कि चिंतित अभिभावक घंटों तक बस डिपो पर अपने बच्चों का इंतजार करते रहे। उन्होंने कहा कि कानून लागू करने वाली एजेंसी खतरे को लेकर लगातार चिंतित थी।
अमेरिका में फिलिस्तीन समर्थकों ने अपने भारी विरोध प्रदर्शन को तेज कर दिया है। इससे ज्यादातर अमेरिकी कालेजों और विश्वविद्यालयों में हिंसा शुरू हो गई है। पुलिस के साथ प्रदर्शनकारियों की झड़पें हो रही हैं। छात्रों के अलावा बाहरी प्रदर्शनकारी भी छात्र के रूप में इजरायल विरोधी प्रोटेस्ट में शामिल हो गए हैं।
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका ने इस तरह इजरायल का साथ निभाया कि बेंजामिन नेतन्याहू भी बाइडेन के मुरीद हो गए। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में मौका था फिलिस्तीन को पूर्ण सदस्यता देने के प्रस्ताव पर वोटिंग का। फिलिस्तीन को यूएनएससी के 15 में से 12 सदस्यों के वोट मिल चुके थे। मगर अमेरिका ने वीटो लगा दिया।
एक तरफ जहां इजराइल और हमास के बीच जंग जारी है तो वहीं अमेरिका में फलस्तीन समर्थकों ने जोरदार प्रदर्शन किया है। प्रदर्शनकारियों की वजह से आम लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है।
सिंगापुर की यात्रा के दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इजरायल-फिलिस्तीन के मुद्दे को सुलझाने के लिए द्विराष्ट्र समाधान का विकल्प सुझाया है। भारत इस मुद्दे पर शुरू से ही दो पक्षों के बीच बातचीत से शांति पूर्वक मुद्दे का हल निकालने का सुझाव देता रहा है।
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