इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के एक फैसले ने फिर से फिलिस्तीनियों के साथ तनाव को बढ़ा दिया है। फिलिस्तीन ने इजराइल के उस फैसले की निंदा की है, जिसमें यहूदी लोगों को 18 साल पहले खाली कराई गई इजराइली बस्ती में वापस जाने की अनुमति दी गई है।
गाजा पट्टी में दोनों पक्षों के बीच रविवार को संघर्ष विराम लागू होता प्रतीत हुआ। इस हिंसा में फिलिस्तीन के 33 और इजराइल के 2 लोगों की मौत हुई है।
फिलिस्तीन स्वास्थ्य मंत्रालय ने दोनों की पहचान 32 वर्षीय सैद मेशा और 19 वर्षीय अदनान अरज के तौर पर की है। छापेमारी में कम से कम तीन अन्य फिलिस्तीनी घायल हो गए।
गाजा में इजराइल और फिलिस्तीनी आतंकियों के बीच पिछले कुछ महीनों में यह सबसे भीषण लड़ाई साबित हुई है। इजराइली सेना ने गुरुवार तड़के आतंकवादी समूह ‘इस्लामिक जिहाद’ के खिलाफ हमले किए।
घटना के बारे में बताते हुए प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि गाजा शहर में एक अपार्टमेंट की सबसे ऊपरी मंजिल और दक्षिणी शहर राफा में एक घर में ब्लास्ट हुआ था।
इजराइल की तरफ से कुछ ऐसी प्रतिक्रिया आई जिससे पता चलता है कि उसे चीन की पेशकश कुछ खास पसंद नहीं आई है।
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बृहस्पतिवार देर रात अपने मंत्रिमंडल की सुरक्षा समिति की बैठक बुलायी और सेना ने गाजा में हमास से संबंधित चार स्थलों पर हमला किया। हालांकि, इसके तुरंत बाद ही गाजा में फलस्तीनी आतंकवादियों ने दक्षिणी इजराइल में रॉकेट दागना शुरू कर दिया।
बाइडन प्रशासन के साथ बातचीत में इजरायल से रिश्ते सामान्य करने के लिए सऊदी अरब जो शर्त अमेरिका के समक्ष रख रहा है, उनमें परमाणु कार्यक्रम शुरू करने की मांग भी है। यदि अमेरिका इस पर एग्री हो जाए तो मिडिल ईस्ट की राजनीतिक में बड़ा परिवर्तन आ जाएगा।
वेस्ट बैंक में इजरायली सैनिकों के धावे में 10 फलस्तीनियों की मौत हो गई है। जबकि दर्जनों लोग घायल हो गए हैं। इस घटना के बाद हमास चरमपंथियों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। हमास चरमपंथी समहू ने कहा है कि अब धैर्य जवाब दे रहा है। आपको बता दें कि इजराइली सैनिकों ने वेस्ट बैंक में एक बड़े फलस्तीनी शहर में प्रवेश किया।
पुलिस ने कहा कि उन्होंने जवाबी कार्रवाई कर 13 वर्षीय हमलावर को हिरासत में ले लिया और उसे घायल दशा में अस्पताल ले जाया गया। हमलावर की स्थिति के बारे में कुछ नहीं बताया गया है।
इस घटनाकांड के बाद गाजा में फलस्तीनी लोगों ने इस हमले का जश्न मनाया। माना जा रहा है कि इस गोलीकांड के बाद इजरायल की सरकार बड़ी कार्रवाई कर सकती है।
हाल में फिर से बेंजामिन नेतन्याहू के देश की सत्ता संभालने के बाद सामने आया यह संघर्ष उनकी धुर दक्षिणपंथी सरकार के लिये भी चुनौती है। नेतन्याहू के नेतृत्व वाली सरकार ने फिलिस्तीन आतंकवादियों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने का संकल्प लिया है।
Israel vs Palestine: इजरायल और फिलिस्तीन की दुश्मनी कोई नई नहीं है। वर्षों से देनों देशों के बीच सीमा पर हिंसक झड़पें होती रहती हैं। मगर एक दिन पहले ही इजरायली सेना द्वारा 9 फिलिस्तीनियों को मार गिराए जाने के बाद दोनों देशों में रूस और यूक्रेन जैसा युद्ध छिड़ने की आशंका बढ़ गई है।
यह संघर्ष उस समय हुआ जब इजराइली सेना ने जेनिन शरणार्थी शिविर में दिन के समय एक अभियान चलाया। इजराइली सेना ने कहा कि उक्त अभियान इजराइलियों के खिलाफ एक आसन्न हमले को रोकने के लिए था।
फलस्तीनी चरमपंथी समूह हमास ने एक वीडियो जारी करके इजरायल के नए सेना प्रमुख को सीधे चुनौती दी है। इससे इजरायल में हड़कंप मच गया है। फलस्तीनी चरमपंथी समूह हमास ने सोमवार को एक वीडियो जारी किया जिसमें कहा गया है कि एक इजराइली नागरिक को गाजा पट्टी में बंदी बनाया गया है।
इजराइल के कट्टर दक्षिणपंथी मंत्री इतामार बेन-ग्विर ने मंगलवार को यरुशलम की अल-अक्सा मस्जिद का दौरान किया था, जिसे लेकर फिलिस्तीनियों में काफी नाराजगी है। मामले में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद आज 5 जनवरी को इजरायली मंत्री के यरूशलम के अल-अक्सा मस्जिद परिसर की विवादास्पद यात्रा पर चर्चा करने के लिए बैठक करेगा।
Yearender 2022: इस साल कई ऐसे मौके आए जब भारत ने अपने राष्ट्र हितों को ध्यान में रखते हुए बीच का रास्ता अपनाया। इसमें ईरान विरोध प्रदर्शन और रूस यूक्रेन युद्ध जैसे मामले शामिल हैं।
Violence in West Bank: वेस्ट बैंक में इजरायली सेना की गोली लगने से एक 16 साल की लड़की की मौत हो गई है। इससे पहले बीते महीने सीने में गोली लगने से एक 16 साल के लड़के की मौत हो गई थी।
Israeli Army Shoots Teen in West Bank: इजरायल और फलस्तीन के बीच खूनी संघर्ष की कहानी लंबे समय से चली आ रही है। मगर इस बीच एक बड़ी खबर सामने आ रही है, जहां इजरायली सेना ने एक किशोर को गोली मार दी है। इससे इजरायल और फलस्तीन के बीच तनाव फिर से बढ़ने लगा है।
यह हमला वेस्ट बैंक के एरियल बस्ती में हुआ। हमले में इज़राइल के तीन नागरिक जख्मी भी हुए हैं। इज़राइल के एक सैनिक ने फलस्तीनी को उस वक्त गोली मार दी, जब वह कार के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद भागने की कोशिश कर रहा था।
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